G20 समिट का दूसरा दिन:PM मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात की, बाली के मैंग्रूव फॉरेस्ट का दौरा भी किया

G20 समिट के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और एक दूसरे को गले लगाया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो रही है। इस दौरान फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत होने की संभावना है।

इसके पहले पीएम मोदी समेत G20 में शामिल सभी नेता बाली के मैंग्रूव फॉरेस पहुंचे। इस दौरान G20 लीडर्स मैंग्रव फॉरेस्ट में जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करने वाले पौधे लगाए। क्लाइमेट चेंच यानी जलवायु परिवर्तन हाल के समय में बहुत ही गंभीर मुद्दा बनकर उभरा है। 2022 में इंग्लैंड और पूरे यूरोप में लोग गर्मी से बेहाल रहे। पाकिस्तान में भारी बारिश से बाढ़ आ गई। भारत में पहले हीटवेव से फसलों को नुकसान हुआ। अमेरिका में भी भीषण गर्मी से जंगलों में आग लगी गई, दूसरी तरफ बारिश से बाढ़ आ गई। माना जा रहा है इस सबके पीछे जलवायु परिवर्तन ही है।

G20 लीडर्स का मैंग्रूव फॉरेस्ट दौरा अहम
हाल ही में भारत ने ग्लोबल मैंग्रूव अलायंस में शामिल होने की घोषणा की थी। ये अलायंस इंडोनेशिया और UAE ने बनाया है। मैंग्रोव तटीय जंगल हैं जो साइक्लोन और स्टॉर्म के प्रभावों को कम करते हैं। इसके अलावा ये ज्यादा कार्बन एमिशन को एबजॉर्ब करते हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए G20 लीडर्स ने यहां पौधा लगाए हैं।

ब्रिटिश PM सुनक से मिलेंगे मोदी
मैंग्रूव फॉरेस की विजिट के बाद पीएम मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ बैठक करेंगे। ब्रिटिश PM सुनक से दोनों देशों के बीच होने वाले फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर बातचीत करेंगे। इस मुलाकात में बाइलैटरल रिलेशन्स को लेकर तय रोडमैप 2030 पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

भारत को G20 की अध्यक्षता सौंपेगा इंडोनेशिया
आज G20 समिट का दूसरा और आखिरी दिन है। इस दौरान इंडोनेशिया G20 की अध्यक्षता भारत को सौंपेगा। भारत 1 दिसंबर से नई दिल्ली में G-20 समूह के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। दिसम्बर 2022 में इसका इनोग्रल उदयपुर में होगा। राजस्थान के तीन शहर इस बार इस समूह की मेजबानी करेंगे। उदयपुर और जोधपुर के साथ जयपुर में भी कॉन्फ्रेंस होंगी।

इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय को संबोधित किया

प्रधानमंत्री मोदी ने इंडोनेशिया में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। यहां उन्होंने कहा- इंडोनेशिया और बाली आने के बाद हर हिंदुस्तानी को एक अलग अहसास होता है। मैं भी वही वाइब्रेशन्स फील कर रहा हूं। हमारा हजारों साल पुराना रिश्ता है। हम हजारों साल से इस परंपरा को निभा रहे हैं।

जिनपिंग से मिले मोदी
समिट के पहले दिन इंडोनेशिया के प्रेसिडेंड जोको विडोडो ने सभी लीडर्स के लिए डिनर होस्ट किया। इस दौरान मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आमने-सामने हुए। दोनों ने हाथ मिलाए और कुछ देर तक बातचीत की। इसके पहले उज्बेकिस्तान के समरकंद में सितंबर में आयोजित SCO मीटिंग के दौरान दोनों नेता एक ही मंच पर मौजूद थे, लेकिन तब दोनों की आंखें तक नहीं मिलीं थी।

मोदी से खुद मिलने पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद मोदी से मिलने पहुंचे। दरअसल, मोदी बाइडेन को देख नहीं पाए थे। वो दूसरी तरफ जा रहे थे। इसी दौरान बाइडेन ने उन्हें पुकारा और फिर दोनों ठहाके लगाते नजर आए। कुछ मिनट बाद प्रधानमंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को बुलाया और उनसे भी बातचीत की।

बाइडेन और जिनपिंग की मीटिंग भी अहम रही
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अहम मीटिंग हुई। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक, मीटिंग से पहले बाइडेन ने चीनी राष्ट्रपति से हाथ मिलाया और कहा- आपको देखकर बहुत खुशी हुई। इसके बाद दोनों नेता मीटिंग रूम में चले गए। बाद में एक सवाल के जवाब में बाइडेन ने कहा- मुझे नहीं लगता कि चीन अभी ताइवान पर हमला करने वाला है। हम हर एक्शन पर नजर रख रहे हैं।

20 देशों का समूह है G-20
G20 समूह फोरम में 20 देश हैं। इसमें दुनिया के डेवलप्ड और डेवलपिंग इकोनॉमी वाले देश हैं। 19 देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, साउथ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपियन यूनियन (EU) शामिल हैं।

ग्लोबल GDP का 85% G20 के पास
G-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का मुख्य फोरम है, क्योंकि इसके सदस्य देशों के पास दुनिया की GDP का 85% हिस्सा है। इसमें दुनिया का 75% इंटरनेशनल ट्रेड भी शामिल है। इन देशों में दुनिया की दो तिहाई जनसंख्या रहती है।