रेवाड़ी में रात भर रोड पर रखी लाश:पंचायत चुनाव हारने पर उम्मीदवार ने लगाया फंदा; परिजन बोले- मर्डर केस दर्ज करो

हरियाणा के रेवाड़ी में पंच का चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी के सुसाइड मामले ने तूल पकड़ लिया है। कोसली कस्बा के बव्वा में पूरी रात से ग्रामीणों ने डेडबॉडी सड़क पर रखकर जाम लगाया हुआ है। परिजनों की मांग है कि आरोपियों पर हत्या की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हो। साथ ही मामले में लापरवाही करने वाले चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया जाए। हालांकि पुलिस ने इस मामले में आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है।

दरअसल, गुरुवार को कोसली कस्बा के गांव बव्वा में पंच समर्थकों की धमकियों व मारपीट से आहत पंचायत चुनाव में पंच प्रत्याशी अशोक कुमार (38) ने अपने ही घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। परिजनों ने उसे फंदे पर लटका देखे पुलिस को सूचना दी। इसके बाद उसे साथ लगते महेंद्रगढ़ जिले के कस्बा कनीना के अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं देर शाम करीब 6 बजे ग्रामीणों ने कोसली-बहू रोड पर डेड बॉडी को रखकर जाम लगा दिया।

पहले पर्चा वापस लेने का बनाया दबाव
जानकारी अनुसार 12 नवंबर को गांव बव्वा में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में वार्ड नंबर-1 से पंच पद पर अशोक प्रत्याशी था। उस समय कुछ ग्रामीणों ने उस पर नामांकन उठाने का भी दबाव बनाया था, लेकिन उसने नामांकन वापस नहीं लिया। हालांकि चुनाव में वह हार गया था, लेकिन हारने के बाद से ही उसे जान से मारने की धमकियां दी जा रही थी।

आरोप है कि दो दिन पूर्व भी गांव के ही कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट की थी। गुरुवार की दोपहर बाद वह अपने घर में अकेला था। इसी दौरान उसने घर में ही फांसी का फंदा लगा लिया। कुछ देर बाद जब उसके परिजन घर पहुंचे तो उसे फंदे पर लटका देखा। परिजनों का आरोप है कि कुछ ग्रामीणों द्वारा उसे लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।

हत्या का केस दर्ज करने की मांग
कोसली पुलिस ने इस मामले में मृतक अशोक के पिता ओमप्रकाश की शिकायत पर 2 नामजद के अलावा 5 अज्ञात लोगों आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया है। हालांकि परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। चूंकि 15 नवंबर को भी उसका अपहरण कर पीटा गया था। उस वक्त पुलिस को सूचना भी दी गई, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले में पंचायत भी हो चुकी है। परिजनों की मांग है कि मामले में लापरवाही करने वाले चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया जाए।