5G टेलीकॉम सेवाओं से अर्थव्यवस्था को तेज विस्तार में मदद मिलेगी। आईटी इंडस्ट्री के संगठन नैस्कॉम के मुताबिक, 5G के चलते 2030 तक देश की अर्थव्यवस्था में 14.69 लाख करोड़ रुपए जुड़ेंगे। ये जीडीपी के 2% के बराबर है।
नैस्कॉम और आर्थर डी लिटिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की सभी 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ने की राष्ट्रीय ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क जैसी स्कीम से 5G का तेज प्रसार होगा। 110 करोड़ से ज्यादा टेलीकॉम यूजर के साथ भारत, चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। इनमें 74 करोड़ 4G उपभोक्ता हैं, जो जल्द 5G में शिफ्ट हो सकते हैं।
एनर्जी, यूटिलिटी और रिटेल के अलावा रोबोटिक सर्जरी में 5G का इस्तेमाल
देश में 5G से जुड़े बिजनेस 15 लाख करोड़ तक पहुंचाने में अलग-अलग सेक्टरों का योगदान होगा। एनर्जी, यूटिलिटी और रिटेल के अलावा हेल्थ कंसल्टेशन, रोबोटिक सर्जरी, क्लाउड बेस्ड पेशेंट प्रोफाइलिंग में 5G का इस्तेमाल होगा। यही नहीं, 5जी वियरेबल्स और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी स्मार्ट फैक्टरियों का चलन बढ़ेगा।
20 से ज्यादा कंपनियां लेना चाह रहीं 5G स्पेक्ट्रम, टाटा भी शामिल
20 से ज्यादा कंपनियों ने 5G स्पेक्ट्रम के लिए आवेदन किया है। इनमें इन्फोसिस, कैपजेमिनी, जीएमआर, एलएंडटी, टाटा कम्युनिकेशंस, टाटा पावर और तेजस नेटवर्क शामिल हैं। ये कंपनियां प्राइवेट कम्युनिकेशन नेटवर्क के लिए 5G स्पेक्ट्रम लेना चाह रही हैं। इसकी मदद से ये अपनी फैक्टरियों और दफ्तर को स्मार्ट बनाएंगी।
टेलीकॉम कंपनियों की दोगुनी होगी आय
नैस्कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 तक टेलीकॉम ऑपरेटरों का प्रति यूजर औसत कमाई (एआरपीयू) मौजूदा औसत 162 रुपए से बढ़कर 335 रुपए होने का अनुमान है। स्मार्टफोन का बढ़ता इस्तेमाल, ओटीटी खपत में बढ़ोतरी, डिजिटल पेमेंट और तेजी से बढ़ता ई-कॉमर्स इसके बड़े कारण होंगे।
पूरे दिल्ली-एनसीआर में 5G नेटवर्क शुरू
रिलायंस जियो ने शुक्रवार को दिल्ली एनसीआर के चार प्रमुख शहरों गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में 5जी सेवाएं शुरू कर दी हैं। ये ट्रू 5G सेवाएं ग्राहकों को वेलकम ऑफर के तहत फ्री में उपलब्ध होगी। दिल्ली में जियो के ग्राहक पहले ही जियो ट्रू 5G सेवाएं इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बीच भारती एयरटेल ने भी पुणे के लोहेगांव एयरपोर्ट पर 5G प्लस सर्विस शुरू कर दी है।