3 बार NDA, 2 बार CDS में फेल:अब सिपाही विमल बनेंगे लेफ्टिनेंट; 12वीं फेल IPS की लाइफ स्टोरी पढ़कर हुए मोटिवेट

तीन बार NDA के पेपर में फेल। दो बार CDS के पेपर में भी सफलता नहीं मिली। पुलिस की नौकरी थी। चाहते तो इस नौकरी से संतोष करके आराम से जिंदगी गुजर कर सकते थे। मगर, विमल कुमार में अपने सपनों को पूरा करने का जुनून था। असफलता से डरे नहीं। हार के आगे जीत का रास्ता तय करने के लिए खुद को मोटिवेट करते रहे।
इसके लिए 12वीं फेल IPS मनोज कुमार की जीवनी पढ़ी। अब अंतिम मौके पर CDS की परीक्षा पास की। अब यूपी पुलिस में सिपाही विमल कुमार सेना में लेफि्टनेंट बनेंगे।

मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं विमल

आगरा के छत्ता थाने की पीपल मंडी चौकी पर तैनात आरक्षी विमल कुमार मूल रूप से मुजफ्फरनगर के थाना फुगाना के करौदा महाजन गांव के रहने वाले हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में विमल कुमार ने बताया कि मैंने अपनी ग्रेजुएशन 2020 में मेरठ से पूरी की। मेरे परिवार में माता-पिता और एक छोटा भाई है। पापा धर्मेंद्र कुमार सेना में थे तो उनको देखकर ही बचपन में सेना में जाने का मन था। पापा नायक की पोस्ट से रिटायर हुए। अभी पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

पुलिस में नौकरी लगी, लेकिन मन सेना में जाने का था
विमल कुमार ने बताया कि सेना में अधिकारी बनने का ख्वाब देखकर मैंने अपनी कोशिश शुरू की। जब मैं इंटर में था, तो NDA का फॉर्म भरा, लेकिन मैं रिर्टन तक क्वालीफाई नहीं कर पाए। 2 बार में NDA क्वालीफाई नहीं हुआ तो थोड़ी निराशा हुई, लेकिन हार नहीं मानी। CDS के जरिए सेना में जाने की तैयारी शुरू की।

परीक्षा दी, लेकिन भाग्य ने साथ नहीं दिया। इसी बीच यूपी पुलिस में आरक्षी के पद पर 2021 में चयन हो गया। विमल ने बताया कि उस समय वो पुलिस में भर्ती हो गए। मगर, मन में सेना के प्रति प्यार कम नहीं हुआ। ऐसे में अब उनके ऊपर दोहरी जिम्मेदारी आ गई। नौकरी की जिम्मेदारी के साथ सपने को पूरा करना था। विमल ने नौकरी के साथ एक बार फिर CDS की परीक्षा दी, लेकिन इस बार भी कामयाबी नहीं मिली।

अंतिम मौका था, हाथ में किताब लेकर चलता था
विमल ने बताया कि इस बार मेरे पास CDS में शामिल होने का अंतिम अवसर था। ऐसे में उनके ऊपर ज्यादा दबाव था। अंतिम अवसर पर सफलता पाने के लिए उन्होंने ज्यादा मेहनत की। ड्यूटी पर जाते समय वो किताब लेकर जाते थे। जब भी समय मिलता, अपनी किताब पढ़ने लगते। विमल ने बताया कि उनके चौकी इंचार्ज व थाना प्रभारी ने उन्हें हमेशा मोटिवेट किया। ड्यूटी के बाद वो रात को सोने से पहले दो घंटे जरूर पढ़ते थे। इसका ही फल है कि उनका लेफ्टिनेंट पर चयन हुआ है।

एसएसपी ने बढ़ाया उत्साह
विमल कुमार के लेफ्टिनेंट के लिए चयन होने पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी सहित अन्य अधिकारियों ने उन्हें शाबासी दी है। उनका उत्साह बढ़ाया है।