केन्द्र सरकार ने राजस्थान काडर में 9 नए युवा प्रोबेशनर आईएएस अफसर अलॉट किए हैं। ये सभी अफसर वर्ष 2022 बैच के आईएएस हैं। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी में प्रशिक्षण पूरा होने के बाद इनको काडर अलॉट किया गया है। इन अफसरों में यक्ष चौधरी, प्रीतम कुमार, यशार्थ शेखर, अंशु प्रिया, सक्षम गोयल, दिव्यांश सिंह, श्रद्धा गोम, मोहित कासनिया, भाईसारे शुभम अशोक शामिल हैं। इन सभी को फिलहाल जिलों में असिस्टेंट कलक्टर या इसके समकक्ष पदों पर लगाया जाएगा। इन सभी अफसरों को इसी सप्ताह सचिवालय में मुख्य सचिव ऊषा शर्मा की ओर से वेलकम स्पीच दी जाएगी।
राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी और सरकारी तंत्र में इन दिनों आईएएस अफसरों का पर्याप्त संख्या में ना होना एक बड़ी समस्या बन गया है। इसके समाधान के लिए राज्य सरकार ने हाल ही केन्द्र सरकार के समक्ष अपना पक्ष भी रखा था, लेकिन केन्द्र ने तब कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया था।
देश में क्षेत्रफल के हिसाब से राजस्थान सबसे बड़ा राज्य है और आबादी की दृष्टि से देश में सातवें नम्बर का सबसे बड़ा राज्य है। यहां की विषम भौगोलिक (61 प्रतिशत इलाका रेगिस्तानी) परिस्थितयों के चलते दूर-दराज के इलाकों में प्रशासनिक तंत्र को चलाना बहुत मुश्किल है। यह बात कई बार केन्द्र के सामने स्वयं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उठा चुके हैं। गहलोत अपने पिछले दोनों कार्यकाल में भी केन्द्र के साथ विभिन्न मंचों पर इस मुद्दे को उठाते रहे हैं। दो कार्यकाल में बतौर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी इस मुद्दे को उठाया था। राज्य में राजे और गहलोत ही कार्मिक विभाग के मंत्री भी रहते आए हैं।
हाल ही अक्टूबर में दिल्ली में विभिन्न राज्यों के कार्मिक विभागों के सचिवों की बैठक भी हुई थी, जिसमें कार्मिक विभाग के प्रमुख शासन सचिव हेमंत गेरा ने केन्द्र के समक्ष राजस्थान का पक्ष रखा था। उन्होंने प्रशासनिक परेशानियों का जिक्र करते हुए राजस्थान में आईएएस काडर की स्ट्रेंथ बढ़ाने की मांग की थी।
राजस्थान काडर में अभी करीब 100 और आईएएस की जरूरत है
राजस्थान काडर में आईएएस के 313 पद स्वीकृत हैं। इनके एवज में 251 ही काम कर रहे हैं। अब 9 नए अफसर और आए हैं, तो यह संख्या 260 हो गई है। मौजूदा काडर में 29 आईएएस अफसर केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति, विदेश में अध्ययनरत, अन्य गृह राज्य की सेवा में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं या फिर पांच वर्षीय दीर्घावधि अवकाश पर हैं। जबकि राजस्थान में क्षेत्रफल और आबादी के हिसाब से लगभग 365 आईएएस अफसरों का काडर निर्धारित होना चाहिए। देश की शीर्षस्थ सेवा के पदों के आवंटन में राजस्थान ना जाने क्यों पिछड़ गया, जबकि देश में जब यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग-दिल्ली) जब आईएएस का परिणाम घोषित करती है, तब सर्वाधिक आईएएस के चयन के संदर्भ में उत्तरप्रदेश के बाद सर्वाधिक अफसर राजस्थान से ही चयनित होते हैं।
आरएएस अफसर भी कर रहे आईएएस की काडर स्ट्रेंथ बढ़ाने की मांग
राजस्थान में आरएएस अफसर भी लगातार मांग कर रहे हैं कि प्रदेश में आईएएस काडर की स्ट्रेंथ बढ़ाई जाए, ताकि उनके काडर से आईएएस में प्रमोशन के अवसर बढ़ सके। 2022 में चार आरएएस अफसरों मुकुल शर्मा, श्रुति भारद्वाज, अरुण पुरोहित और पुखराज सेन को प्रमोट करके आईएएस बनाया गया था। अगर स्ट्रेंथ बढ़ती है तो प्रत्येक वर्ष में 8 से 10 आरएएस अफसरों को प्रमोट करके आईएएस काडर में भेजा जा सकता है। इससे राजस्थान में आईएएस के पदों पर ज्यादा अफसर तैनात हो सकेंगे।
पिछले 10 वर्षों में राजस्थान काडर में अलॉट हुए आईएएस अफसरों की संख्या
पिछले एक दशक में राजस्थान काडर में अलाॅट होने वाले आईएएस अफसरों के पदों की संख्या घटती-बढ़ती रही है। इस बार 2022 में जो 9 अफसर मिले हैं, इनकी संख्या पिछले तीन वर्षों में सबसे ज्यादा हैं। वर्ष 2013 में 26, 2014 में 10, 2015 में 13, 2014 में 10, 2015 में 13, 2016 में 9, 2017 में 10, 2018 में 12, 2019 में 7, 2020 में 6 और 2021 में भी 6 आईएएस के पद मिले हैं।