जम्मू में ग्रेनेड ड्रिल के दौरान कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए। कैप्टन निदेश भिवानी के गांव नंदगांव के रहने वाले थे। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे उनके पार्थिव शरीर को गांव में लाया जाएगा। राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
निदेश 2 बहनों के इकलौते भाई थे। उनकी बड़ी बहन एयरफोर्स में डॉक्टर है। वहीं पिता भी सूबेदार मेजर के पद से रिटायर हुए हैं।
NDA के जरिए सेना में भर्ती हुए
26 सितंबर 1998 को गांव नंद गांव में जन्मे कैप्टन निदेश सिंह एनडीए के जरिए 12 दिसंबर 2020 को सेना में भर्ती हुऐ थे। इनके पिता दीवान सिंह आर्मी से सूबेदार मेजर पद से रिटायर्ड हैं। और मां मनोज यादव गृहिणी हैं। शहीद निदेश 2 बहनों के भाई थे। बड़ी बहन मनीषा यादव एयरफोर्स में डॉक्टर हैं। छोटी बहन अल्का यादव दिल्ली की निजी कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर कार्य कर रही है। कैप्टन के शहीद होने पर गांव व जिले के लोगों में दुख का माहौल है।
24 साल की उम्र में शहादत
पूर्व सैनिक संघ के भिवानी जिला अध्यक्ष महेश चौहान ने बताया कि मात्र 24 साल की उम्र में कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गए। उन्होंने बताया कि निदेश की अभी शादी भी नही हुई थीं। उन्होंने बताया निदेश यूनिट 18 सिखलाई इन्फेंट्री के तैनात थे। आज सोमवार को दिन में ग्रेनेड ड्रिल के दौरान ग्रेनेड फट गया और भिवानी का लाल कैप्टन निदेश सिंह शहीद हो गया। उनके पार्थिव शव को भिवानी से गांव नांदगांव तक लेकर जाया जाएगा।