UP की पहली महिला पुलिस कमिश्नर का इंटरव्यू:IPS लक्ष्मी सिंह बोलीं- साइबर क्राइम और महिला अपराध को रोकने में नोएडा को सर्वश्रेष्ठ बनाऊंगी

2000 बैच की IPS लक्ष्मी सिंह UP की पहली महिला पुलिस कमिश्नर बनाई गई हैं। उन्हें नोएडा का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। IG लक्ष्मी सिंह को ADG रैंक के अफसर आलोक सिंह को हटाकर जिम्मेदारी दी गई है। NCR के सबसे महत्वपूर्ण जिले नोएडा की जिम्मेदारी संभालने से पहले लक्ष्मी सिंह से दैनिक भास्कर ने बातचीत की।

लक्ष्मी सिंह ने कहा, “22 साल के करियर में कई जगह मैंने अपनी तैनाती के दौरान काम किया। अब महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से नोएडा को सर्वश्रेष्ठ बनाना है। साइबर क्राइम, महिला अपराध के अलावा जनता में पुलिस के प्रति और बेहतर विश्वास कायम हो, इसके लिए मैं लगातार काम करुंगी।”

आगे पढ़िए लक्ष्मी सिंह से किए गए सवाल-जवाब…

सवाल: आपको UP की पहली महिला कमिश्नर नोएडा बनाया गया है, क्या प्राथमिकता रहेगी?
जवाब:
 सरकार ने हम पर भरोसा जताया है। उसकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना हमारी प्राथमिकता है। बेहतर पुलिसिंग के जरिए लोगों को न्याय दिलाना प्राथमिकता होगी। महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से नोएडा को बेहतर बनाएंगे।

सवाल: पहले भी आप नोएडा में तैनात रही हैं, NCR में महिलाओं की सुरक्षा को कैसे देखती हैं?
जवाब:
 सभी पोस्टिंग के अपने चैलेंज होते हैं। उसके उसी के अनुरूप ही सुधार लाना होता है। नोएडा में अर्बन पुलिसिंग ज्यादा है। पहले संगठित अपराध और अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है। इसमें और सुधार करके बेहतर करेंगे।

सवाल: सभी पुलिस कमिश्नर से आपका अलग क्या विजन और मिशन रहेगा?
जवाब: 
22 साल की नौकरी में कई रीजन में कई जगह पर काम किया है। हर रीजन में ऑफिसर की अपनी एक संवेदनशीलता और एक सेंसिटिविटी होती है। हम भी वही सेंसिटिविटी लेकर कार्य करेंगे और बेहतर करेंगे।

सवाल: आपको एकाएक जिस जिम्मेदारी के साथ चुना गया, उसके पीछे कोई वजह?
जवाब: 
यह तो सरकार का फैसला होता है। किसको कौन-सी जिम्मेदारी कहां पर दी जाएगी और कब दी जाएगी। मैं विश्वास दिलाती हूं। सरकार ने जो भरोसा जताया है। उस भरोसे पर कायम होकर बेहतर पुलिसिंग नोएडा NCR में आम नागरिक के लिए की जाएगी।

सवाल: महिला हैं और महिलाओं के लिए अलग ही चैलेंज है, चैलेंज को कैसे पूरा करेंगी?
जवाब: 
महिलाओं को लेकर कोई भी चैलेंज ऐसा नहीं है जो सॉल्व नहीं किया जा सकता। समय के साथ पुलिस भी बदल रही है और महिला सशक्तिकरण का तरीका भी। नोएडा अर्बन क्षेत्र है। महिलाओं को लेकर अच्छा काम किया जाएगा, जिससे अलग ही विश्वास कायम हो।

दो साल छह महीने और चार दिन IG रेंज लखनऊ रही लक्ष्मी सिंह ने अपने कार्यकाल में कौन-से बड़े फैसले लिए…

  • IG रेंज लखनऊ में तैनाती का समय जून 2020 था, जब लक्ष्मी सिंह ने जिम्मेदारी संभाली। कई बड़ी घटनाओं के खुलासे और महिला अपराध को रोकने के लिए अलग-अलग तरीके की सक्रियता भी लक्ष्मी सिंह ने दिखाई है।
  • लखीमपुर खीरी कांड में 4 किसानों की मौत मामले में IG लक्ष्मी सिंह ने किसान और सरकार दोनों तरफ से अहम भूमिका निभाई। पूरे मामले पर काबू पाने में जिम्मेदारी निभाई।
  • लखीमपुर खीरी कांड के समय पूरे जिले में किसानों को लेकर जो आक्रोश था, उसको शांत कराने में अहम भूमिका निभाई। सरकार की तरफ से किसानों से बात कर सुलह समझौता करवाया।
  • लखीमपुर खीरी में छोटी बच्चियों के साथ हुई घटनाओं में मौके पर पहुंचकर खुलासा करना और पीड़ित परिवार को संतुष्ट करते हुए आरोपियों पर कठोर कार्रवाई करने की भी उन्होंने जिम्मेदारी निभाई है
  • उन्नाव जैसे अतिसंवेदनशील जिले में महिला अपराध को लेकर उठ रहे कई मामलों में IG लक्ष्मी सिंह खुद मौके पर पहुंचकर पूरी घटना का खुलासा होने तक डटी रहीं।
  • कानपुर के बिकरू के दहशतगर्द विकास दुबे कांड की जांच सौंपी, ताकि वह इस मामले की तह तक जाएं और पुलिस की वर्दी में छिपे अपराधियों के मददगारों को बेनकाब करें।
  • उन्‍नाव जिले में खेत में रस्‍सी से बंधी हुई मिली तीन लड़कियों का केस की जांच की जिम्‍मेदारी लक्ष्‍मी सिंह ने बखूबी निभाई। उन्‍नाव केस में अभियुक्‍तों को तीन दिन के अंदर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
  • खुद को हर दिन अपने से कम्‍पेयर करें
    लक्ष्‍मी सिंह का मानना है कि महिलाएं मल्‍टीटास्किंग होती हैं। एक साथ महिला प्‍लान करके बहुत चीजों में ऑर्डर देकर, डॉयरेक्‍शन देकर मैनेज भी कर लेती हैं। ये हमारा प्‍लस पॉइंट है। अब जमाना बदल चुका है। आपको खुद को किसी दायरे में बांधना नहीं चाहिए। आज हम जिस जगह पहुंचे हैं और हमारी आज जो क्षमता है, उसमें हमारी कोशिश होनी चाहिए कि वो हर दिन बढ़े। हम तरक्‍की तब करते हैं जब हम खुद को दूसरे से तुलना करने के बजाय हर दिन अपने से कम्‍पेयर करें।

    इन जिलों में भी तैनात रहीं लक्ष्मी सिंह
    तेजतर्रार IPS अधिकारी लक्ष्मी सिंह अब तक कार्यकाल के दौरान कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। वह इससे पहले वाराणसी के साथ-साथ चित्रकूट, गोंडा, फर्रुखाबाद, बागपत और बुलंदशहर में बतौर एसपी और एसएसपी सेवाएं दे चुकी हैं।

  • भाजपा विधायक की पत्नी है लक्ष्मी सिंह
    साल 1974 में जन्मीं लक्ष्मी सिंह 2000 बैच की IPS अधिकारी हैं। नोएडा में तैनाती से पहले वह लखनऊ में IG की तौर पर तैनात थीं। IPS लक्ष्मी सिंह के पति राजेश्वर सिंह मौजूदा समय में भाजपा के विधायक हैं। वह भी ईडी जैसी जांच एजेंसी में रहते हुए कई बड़े खुलासे कर चुके हैं। साल 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव से पहले राजेश्वर सिंह ने नौकरी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्हें स्वाती सिंह का टिकट काट कर सरोजनी नगर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था। राजेश्वर सिंह ने 54 हजार वोटों से चुनाव जीता था।

    अब आगे बताते हैं कि नोएडा की पुलिसिंग में सबसे बड़ी चुनौती क्या है?

    • अपराधियों के अपराध करने के तौर-तरीकों में बदलाव आना, तेज रफ्तार वाहनों का इस्तेमाल कर लूट करना।
    • साइबर अपराध में तेजी से उछाल खाना, खासकर फर्जी कॉल सेंटर खोलकर लोगों के साथ ठगी करने के मामले बढ़ना।
    • शहर में अपराधियों की पहचान छिपाकर रहना और पुलिस को उनकी जानकारी न मिल पाना।
    • नशे का कारोबार तेजी से फैलना। स्मैक, चरस और गांजे की तस्करी में संगठित गिरोह का हाथ सामने आना।