2022 भूलना चाहेगी टीम इंडिया:43 मैच में जीत की खुशी पर भारी 6 हार का गम; 2 बड़े टूर्नामेंट के सुपर-4 से बाहर हुई

टीम इंडिया के लिए 2022 अच्छा साल नहीं रहा। इस साल उसे 6 दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा। रविवार को बांग्लादेश से मिली शिकस्त इनमें से एक रही। भारतीय टीम बांग्लादेश से महज एक विकेट से हार गई।

वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में मिली इस हार ने भारतीय फैंस को टी-20 वर्ल्ड कप की उस हार की याद दिला दी, जो 25 दिन पहले एडिलेड में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में मिली थी। तब इंग्लैंड ने हमें 10 विकेट से हराया था। उससे पहले टीम इंडिया एशिया कप के सुपर-4 राउंड में पाकिस्तान और श्रीलंका से हारकर बाहर हो गई थी। कुछ हार ऐसी भी हैं, जिन्हें टीम इंडिया के साथ उनके फैंस भी भुलाना चाहेंगे।

आज हम टीम इंडिया की ऐसी ही कुछ दिल तोड़ने वाली हार पर चर्चा करेंगे। जानेंगे कि कैसे 6 हार का दर्द तीनों फॉर्मेट में मिली 43 जीत की खुशी पर भारी पड़ा।

उससे पहले देखें टीम इंडिया ने इस साल तीनों फॉर्मेट मिलाकर कितने मैच खेले और उनके रिजल्ट क्या रहे…

इस साल 67 खेले…43 जीते और 20 हारे
टीम इंडिया ने इस साल कुल मिलाकर तीनों फॉर्मेट के 67 मैच खेले। 43 में जीत, जबकि 20 में हार मिली। एक मैच टाई और 3 मैच बारिश के कारण बेनतीजा रहे।

ये तो हुआ टीम इंडिया का इस साल का प्रदर्शन, अब पढ़िए उन दिल तोड़ने वाली 6 हार के बारे में…

6. साउथ अफ्रीका में 1-2 से टेस्ट सीरीज हारे
दिसंबर 2021 में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका में 3 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज खेलने गई। सीरीज का पहला टेस्ट भारत ने 113 रन से जीता। इस जीत के साथ 2021 खत्म हुआ। फिर आया…2022। साल के पहले और सीरीज के दूसरे टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने हमें 7 विकेट से हरा दिया। चौथे दिन उछाल भरी पिच पर साउथ अफ्रीका ने 243 रन का टारगेट महज 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। ये इसलिए भी अहम हो जाता है, क्योंकि भारतीय गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और सिराज जैसे तेज गेंदबाज थे।

ये हार ही काफी नहीं थी कि अफ्रीका ने आखिरी टेस्ट में भी भारत को 7 विकेट से हरा दिया। इस बार तो चौथे दिन 212 रन का टारगेट डिफेंड कर रहे भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए तरस गए। अफ्रीकी बैटर्स ने 63.3 ओवर्स में लक्ष्य हासिल कर लिया।

5. वनडे सीरीज भी 3-0 से गंवाई
टेस्ट सीरीज में हार के बाद साउथ अफ्रीका ने वनडे सीरीज में भारत को 3-0 से हरा दिया। पहला वनडे अफ्रीका ने 31 रन से और दूसरा 7 विकेट से जीता। फिर आया तीसरा वनडे, जिसने वनडे में हमें साल की पहली दर्दनाक हार दी। 288 रन के टारगेट का पीछा करने में भारत ने 210 रन पर 6 विकेट गंवा दिए।

दीपक चाहर ने टेलएंडर्स के साथ पारी आगे बढ़ाई। उन्होंने 34 बॉल पर 54 रन बनाए, लेकिन 278 के स्कोर पर वह 8वें विकेट के रूप में आउट हो गए। जीत के लिए 17 बॉल में 10 रन चाहिए थे। एक जीत मिलते नजर आ रही थी। लेकिन, टीम के आखिरी 2 बैटर्स 5 रन बनाकर ही आउट हो गए। इस तरह 2022 के शुरुआती 5 मैचों में ही हमें 5 बार हार का सामना करना पड़ा।

4. इंग्लैड सीरीज का 5वां टेस्ट गंवाया
कोहली की कप्तानी में भारत ने अगस्त 2021 के दौरान इंग्लैंड में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। तब 4 टेस्ट ही हो सके थे, पांचवें टेस्ट को बिजी शेड्यूल के चलते जून 2022 में शिफ्ट किया गया। पांचवें टेस्ट की पहली पारी में भारत ने 416 रन बना दिए। दूसरी पारी में इंग्लैंड को 284 पर समेट भी दिया। तीसरी पारी में भारत 245 पर ऑल आउट हुई और इंग्लैंड को 378 रन का टारगेट दिया।

चौथी पारी में डिफेंड करते हुए भारत ने 109 रन तक 3 इंग्लिश बैटर्स को पवेलियन भेज दिया। लगा जैसे, भारत मैच जीत जाएगा। फिर बैटिंग करने आए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट और विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने भारत का इंग्लैंड में सीरीज जीतने का सपना तोड़ दिया। दोनों ने शतक जड़ते हुए 316 बॉल पर 269 रन की पार्टनरशिप की। भारत को 7 विकेट से हरा दिया। चौथे दिन तक भारत मैच जीत रहा था, लेकिन आखिरी दिन सब कुछ बदल गया। सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई।

3. एशिया कप के सुपर-4 से बाहर
7 एशिया कप खिताब जीतने वाली टीम इंडिया UAE में 8वां टाइटल जीतने पहुंची। पहले मैच में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर टीम ने अपने मजबूत इरादे साफ कर दिए। हॉन्गकॉन्ग को दूसरा मैच हराकर हम सुपर-4 स्टेज में पहुंचे।

फिर हुआ श्रीलंका से मैच। फाइनल में पहुंचने के लिए किसी भी हाल में मैच जीतना था। भारत ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 173 रन बनाए। जवाब में 14.1 ओवर तक हमने 110 रन पर श्रीलंका के 4 विकेट गिरा दिए। आखिर में 12 बॉल में 21 रन की जरूरत थी। भुवी ने 19वें ओवर में 14 रन दे दिए और अर्शदीप आखिरी ओवर में 7 रन नहीं बचा सके। सुपर-4 में 2 हार के बाद भारत फाइनल की रेस से बाहर हो गया।

2. टी-20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल हारे
सारी हार भुलाकर टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के इरादे से उतरी। ग्रुप स्टेज के 5 में से 4 मैच जीतकर भारत सेमीफाइनल में पहुंचा। सेमीफाइनल में इंग्लैंड के सामने एडिलेड में टीम इंडिया ने 6 विकेट पर 168 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड ने 16 ओवर में ही 10 विकेट से टारगेट हासिल कर लिया।

इंग्लैंड के ओपनर जोस बटलर ने 80 और एलेक्स हेल्स ने 86 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। मैच में भारत के गेंदबाज विकेट लेने तक को तरसते नजर आए। उन्हें एक सफलता तक न मिल सकी। क्रिकेट एक्सपर्ट ने इस हार को 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से मिली 10 विकेट की हार से भी ज्यादा दर्दनाक बताया। इस तरह 2022 में टीम इंडिया 2 मल्टीनेशन टूर्नामेंट के फाइनल में जगह नहीं बना सकी।

1…और अब बांग्लादेश ने 7 साल बाद वनडे में हराया
2 मल्टीनेशन टूर्नामेंट में हार, साउथ अफ्रीका से टेस्ट-वनडे सीरीज में हार और इंग्लैंड से पांचवां टेस्ट गंवाना ही काफी नहीं था कि टीम इंडिया को बांग्लादेश तक ने वनडे में एक विकेट से हरा दिया। लोकेश राहुल के 73 रन की बदौलत टीम इंडिया ने बांग्लादेश को 184 रन का टारगेट दिया। गेंदबाजों के प्रदर्शन की बदौलत टीम ने 136 रन पर ही बांग्लादेश के 9 विकेट गिरा दिए।

क्रीज पर मौजूद मेहदी हसन मिराज ने फिर आखिरी विकेट के लिए मुस्ताफिजुर रहमान के साथ 51 रन की पार्टनरशिप कर डाली। आखिरी ओवरों में खराब फील्डिंग और कैच छोड़ने के कारण ICC रैंकिंग में दूसरे नंबर की टीम इंडिया 7वें नंबर की टीम बांग्लादेश से हार गई। इस तरह साल के शुरुआती और आखिर के महीनों में टीम इंडिया को दर्द भरी हार का सामना करना पड़ा।

जब कोहली ने छोड़ी कप्तानी
टेस्ट सीरीज में 2-1 से हार के बाद 15 जनवरी 2022 को कुछ इससे भी बुरा हुआ। भारत को ऑस्ट्रेलिया में 2 टेस्ट सीरीज, इंग्लैंड में 3 और साउथ अफ्रीका में 2 टेस्ट जिताने वाले विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी। इंडियन फैंस साउथ अफ्रीका से हार का गम भुला भी नहीं सके थे कि कोहली के इस फैसले ने एक और सदमा दे दिया। ये फैसला इसलिए भी दर्दनाक था, क्योंकि टीम इंडिया के पास उस वक्त ऐसा कोई भी प्लेयर नहीं था जो उनके या पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह टेस्ट टीम की कमान संभाल सके।

मजबूरन BCCI को रोहित शर्मा को कप्तान और लोकेश राहुल को टेस्ट टीम का भी उपकप्तान बनाना पड़ा। रोहित एक साल पहले तक टेस्ट टीम में जगह भी नहीं बना पा रहे थे। विदेश में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा भी नहीं था। वहीं, राहुल लगातार इंजरी से जूझ रहे थे।