भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ चल रहे कई यात्रियों ने अपना वजन घटाकर चौंकाया है। भारत यात्री प्रमोद सहवाग ने यात्रा के दौरान ही 18 किलो वजन घटा लिया है। सहवाग जब यात्रा में चले थे तब उनका वजन 130 किलो के आस-पास था। मगर अबतक उनका वजन घटकर 112 किलो रह गया है। यात्रा पूरे होने तक उनका लक्ष्य लगभग 30 किलो वजन घटाने का है। इसी तरह दो बार के मुख्यमंत्री रहे ओमान चांडी के बेटे चांडी ओमन भी नंगे पांव चलकर अपना फिटनेस बढ़ा रहे हैं।
राहुल गांधी और उनके साथ चल रहे भारत यात्रियों का मकसद भले ही कुछ भी हो मगर भारत जोड़ो यात्रा ने राजनीति से हटकर कई फायदे पहुंचाए हैं। इनमें फिजिकल और मैंटल हैल्थ बेहद महत्वपूर्ण है। यात्रा से जहां कई यात्री अब फिटनेस को लेकर ज्यादा सजग हो गए। वहीं कई ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी हैल्थ में काफी सुधार किया है। ऐसे ही कई भारत यात्रियों से हमने बातचीत की।
वजन कम होने से अब कॉन्फिडेंस बढ़ा है : प्रमोद सहवाग
हरियाणा के रहने वाले प्रमोद सहवाग 18 किलो से ज्यादा वजन कम होने के चलते पूरी यात्रा में भारत यात्रियों और अन्य लोगों के बीच काफी चर्चित हो गए हैं। राहुल गांधी जब भी सहवाग से मिलते हैं तो उनसे वजन के बारे में पूछते हैं। सहवाग से प्रेरित होकर अब कई लोग यात्रा में वजन और फिटनेस को लेकर फोकस्ड हो गए हैं। वहीं सहवाग भी अब वजन कम होने के बाद यात्रा को लेकर और ज्यादा बेहतर महसूस करने लगे हैं।
प्रमोद सहवाग बताते हैं कि उनका वजन 130 किलो के आसपास था। जब शुरू में आए थे तो कोई कल्पना नहीं थी कि कैसी यात्रा होगी। लेकिन हम यात्रा में शामिल हुए तो यह तय हो गया कि हमारा निर्णय सही था। पर्सनल लेवल पर मुझे हेल्थ का फायदा हुआ। मेरा 18 किमी वजन कम हुआ। पहले चलने में जो सांस फूल जाती थी। अब मुझे कोई दिक्कत नहीं होती। नॉनस्टॉप 14-15 किमी चलते हैं। जहां पहुंचना होता है पहुंच जाते हैं।
शारीरिक रूप से हर वो व्यक्ति जो यात्रा में चला है उसे फायदा हुआ है। जितना और कम वजन होगा उतना मेरे लिए अच्छी बात है। जब स्टेमिना बढ़ता है तो मोटिवेशन मिलता है और कॉन्फिडेंस बढ़ता है। अभी और चलना है। कश्मीर तक पहुंचना है तो और वजन कम होगा। जब भी राहुल से मुलाकात हुई तो सबसे पहले वो वजन पूछते हैं कि कितना कम हुआ। अपनी तरफ से वो डाइट को लेकर गाइड करते हैं। पूरे दिन में कैसे एक्सरसाइज और मोटिवेट रखना है वो भी वो बताते हैं। सब भारत यात्रियों को बोलते हैं। जब मिलते हैं तो कहते हैं अभी तो और वजन कम करना है।
नंगे पैर 2500 किमी चल रहे पूर्व सीएम के पुत्र
यात्रा में केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी के पुत्र चांडी ओमान भी चल रहे हैं। ओमान चांडी दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे थे। इन्होंने अपने पिता की ही तरह अपना नाम चांडी ओमान रखा है। चांडी पूरी यात्रा में नंगे पैर चले हैं। पूर्व सीएम के बेटे का यात्रा में 2500 किमी तक नंगे पैर चलना चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को भी मोटिवेशन मिल रहा है।
हमसे बातचीत में चांडी कहते हैँ कि यात्रा के दौरान नंगे पैर चल रहा हूं। पहले जब कन्याकुमारी से शुरू किया तब जूते पहने थे। मगर 3-4 दिन के बाद जूते खोल दिए। 22 साल से कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं। मेरे पिता सीएम थे वो अलग चीज है। मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं। जब मेरा लीडर चल रहा हो देश के लिए तो मेरा कर्तव्य है उनके साथ चलना, उनको आगे बढ़ाना।
राजस्थान में रेस्पॉन्स सबसे अच्छा : चांडी ओमान
चांडी कहते हैं कि कई जगह रोड बेहद खराब है। वहां थोड़ा जूते पहनने पड़ते हैं। 90 प्रतिशत सफर बिना जूतों के किया है। राजस्थान में यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि राजस्थान में स्वागत बहुत अच्छा हुआ है। यहां भीड़ और उसका रेस्पॉन्स बहुत अच्छा है। सरकार का असर यहां दिख रहा है, लोग सरकार को चाहते हैं।
जहां सरकार नहीं थी, वहां अच्छा व्यवहार नहीं हुआ : ऋषिकेश सिंह
भारत जोड़ो यात्रा में सिविल सोसायटी के नेशनल कॉर्डिनेटर। ऋषिकेश सिंह कहते हैं कि राजस्थान में यात्रा आने के बाद यहां का वैलकम का तरीका सबसे बेहतरीन था। पारम्परिक तरीके से स्वागत करना अलग था, उत्साहित तरह के लोग थे। दूसरे दिन सुबह से शाम तक कैंप से जहां चले वहां तक लोग हमें नजर आए। सरकार होने और नहीं होने का अंतर दिखा। जहां सरकार नहीं थी वहां प्रदेश के यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे। यहां आकर ऐसा लगा कि हर व्यक्ति ने यह एहसास दिलाया कि अपने राज्य में आए हैं।
कभी सोचा नहीं था सुबह 5 बजे नाश्ता होगा : शत्रुघ्न शर्मा
राजस्थान के टोंक के रहने वाले एक अन्य भारत यात्री शत्रुघ्न शर्मा ने बताया कि कन्याकुमारी से इतने राज्यों में चलने के बाद जैसे ही राजस्थान में यात्रा एंटर हुई, वैसे ही रोना आ गया। इतना समय अन्य राज्यों में चल रहे थे। मगर जैसे ही अपनी जमीन पर पहुंचे तो आंसू आ गए। शत्रुघ्न कहते हैं कि हमने कभी सोचा नहीं था कि सुबह 5 बजे भी नाश्ता हो सकता है। मगर राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में शामिल होने के बाद समझ आया कि इतनी सुबह भी नाश्ता हो सकता है। मेरी हैल्थ पर भी सीधा असर पड़ा है। मेरा भी वजन कम हुआ है। बॉडी में एक स्फूर्ति आ गई है। कितना भी चलना हो अब समस्या नहीं आती।