दूसरे राज्यों में एक्टिव हरियाणा के गैंगस्टर अब चिह्नित किए जाएंगे। इसके लिए हरियाणा पुलिस क्रिमिनल इंटेलिजेंस सिस्टम बनाने जा रही है। इस सिस्टम के जरिए पुलिस गैंगस्टर और क्रिमिनल्स का खुफिया डाटा तैयार कर उन पर नजर रखेगी। इसके साथ ही क्रिमिनल्स के सोशल मीडिया हैंडल पर नजर रखने की प्लानिंग की है।
टारगेट किलिंग पर भी फोकस
हरियाणा पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी पुलिस कमिश्नरों और SP को निर्देश मिले हैं कि टारगेट किलिंग में शामिल क्रिमिनल्स के बारे में खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए तुरंत एक मजबूत तंत्र स्थापित किया जाए। इसके अतिरिक्त गांवों व कस्बों से ऐसे सभी तत्वों के बारे में जानकारी एकत्र की जाए जो दूसरे राज्यों में एक्टिव हैं।
दूसरे राज्यों की भी लेगी मदद
हरियाणा पुलिस सूबे के क्रिमिनल इंटेलिजेंस सिस्टम बनाने में दूसरे राज्यों की पुलिस से भी मदद लेगी। इसमें पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इन राज्यों में हरियाणा के एक्टिव अपराधी और गैंगस्टर की लिस्ट हरियाणा पुलिस लेगी। इसके साथ ही स्थानीय जानकारी के साथ ही संयुक्त डाटा तैयार करेगी।
रिजल्ट ओरिएंटेड स्ट्रेटेजी बनाए अधिकारी
हरियाणा के DGP पीके अग्रवाल ने पुलिस अधिकारियों को रिजल्ट ओरिएंटेड स्ट्रेटेजी बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे राज्य भर में नशीले पदार्थों की तस्करी और गैंगस्टर गतिविधियों में संलिप्त बड़ी मछलियों की पहचान करके मादक पदार्थों की रोकथाम व आपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए एक रिजल्ट ओरिएंटेड स्ट्रेटेजी बनाएं।
अदालतों में हो अच्छी पैरवी
DGP ने सजा दर की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को संबंधित अदालतों में समन्वित प्रयासों और प्रभावी ‘पैरवी‘ से सजा की दर में और सुधार लाने के निर्देश दिये। साथ ही सभी उद्घोषित अपराधियों, बेल जंपर्स और अन्य भगौड़ों की गिरफ्तारी को प्राथमिकता देने और सक्षम प्राधिकारी के माध्यम से उनकी अवैध संपत्ति की कुर्की की प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए।