Sleep Related Problems: कभी कभार रात में अचानक नींद खुल जाना एक आम बात है। अक्सर आपकी नींद तब खुलती है, जब आपको टॉयलेट जाना हो या फिर प्यास लगी हो। कई बार बुरे सपने या फिर सोने की गलत पोज़ीशन की वजह से भी हमारी नींद खुल जाती है। हालांकि, अगर रोज़ आपकी नींद बीच रात में खुल जाती है, तो आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो आधी रात में 1 से 3 बजे के बीच नींद खुल जाना और फिर दोबारा सोने में दिक्कत आना कई कारणों से हो सकता है। हर रात नींद टूट जाने के पीछे तनाव या फिर लिवर में खराबी भी हो सकती है।
स्लीप साइकिल क्या होती है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक रात में हमारा शरीर कई स्लीप साइकिल से गुज़रता है। इसके तहत रात में कई बार आपकी नींद खुल सकती है, जिसके बाद आपको फौरन नींद आ भी जाती है, ऐसा होना नॉर्मल है। आपकी 7 से 9 घंटों की नींद एक साइकिल के तहत चलती है। स्लीप साइकल के कई चरण होते हैं:
आप जब सोने के लिए लेटते हैं, तो नींद धीरे-धीरे आती है,
शुरुआत में नींद हल्की होती है
फिर आप गहरी नींद में चले जाते हैं
उसके बाद आती है REM (rapid eye movement) स्लीप यानी ऐसी नींद जिसमें आप सपना देख रहे होते हैं।
रात में नींद क्यों खुल जाती है?
मायो क्लीनिक के अनुसार, नींद में ख़लल पड़ने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं, जो दूसरी सेहत से जुड़ी दिक्कतों की वजह बनती हैं।
उम्र का बढ़ना
उम्र का आपकी नींद पर बड़ा असर पड़ता है। डॉक्टर्स का कहना है कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, वैसे ही आपकी नींद की साइकल में भी बदलाव आते हैं। ऐसा आमतौर पर दवाइयों की वजह से होता है, क्योंकि यह आपके शरीर को कई तरह से प्रभावित करती हैं। इससे न सिर्फ आपकी नींद की क्वालिटी खराब होती है, बल्कि सुबह उठने और सोने का वक्त भी बदलता है, रात में भी आप कई बार उठते हैं।
तनाव
अगर आप लगातार तनाव से जूझ रहे हैं, तो शरीर आपके अनुकंपी तंत्रिका तंत्र को सक्रिय कर देता है, जिससे आप चौंक कर आधी रात में जाग जाते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि इससे आपके ब्लड प्रेशर के स्तर में भी बदलाव आता है और दिल की धड़कनें भी बढ़ जाती हैं। अगर तनाव और बेचैनी का स्तर बढ़ता है, तो इससे आपके शरीर के कई अंगों पर असर पड़ना शुरू हो जाता है।
दवाइयों का साइड-इफेक्ट
जो लोग लंबे समय से अलग-अलग बीमारियों की दवाओं का सेवन कर रहे होते हैं, उन्हें अच्छी नींद लेने में दिक्कत आती है। नींद न आना इन दवाइयों की वजह से हो सकता है:
- सर्दी-खांसी के लिए दवाई
- एंटी-डिप्रेसेंट्स
- बीटा-ब्लॉकर
- Corticosteroids
- ड्यूरेटिक्स
इसके अलावा रात में नींद खुलने की वजह:
- स्लीप एपनिया
- गैस्ट्रिक समस्याएं
- अर्थराइटिस
- अवसाद
- न्यूरोपैथी
- मेनोपॉज़
- बढ़ा हुआ प्रॉस्टेट
- अतिसक्रिय थायरॉयड ग्रंथि
रात में नींद खुलने के पीछे यह भी है वजह?
अगर आपकी नींद रात के एक से तीन बजे के बीच खुल जाती है, तो इसके पीछे आपका लिवर का सही तरीके से फंक्शन न करना भी हो सकता है। डॉक्टर्स का कहना है कि जब लिवर सही तरीके से काम नहीं कर रहा होता है, तो इससे रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं होता, और दिक्कत पैदा करता है। जिनमें से एक नींद का टूटना भी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि तनाव का असर सबसे ज़्यादा हमारे लिवर पर पड़ता है, इसलिए जब नींद नहीं आती, तो हम तनाव, चिड़चिड़ापन और बेचैनी महसूस करते हैं।