कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ फर्जी पासपोर्ट-आधार कार्ड बनाकर भागने में दर्ज मामले में भी पुलिस ने चार्जशीट तैयार कर ली है। इसमें फर्जी आधार कार्ड, एयरपोर्ट व होटल के CCTV फुटेज और एयरलाइंस की रिपोर्ट अहम साक्ष्य के तौर पर शामिल किए गए हैं। पुलिस का दावा है कि यह साक्ष्य इतने मजबूत हैं कि विधायक को सजा दिलवाएंगे। पुलिस अब कोर्ट में 524 पेज की चार्जशीट दाखिल करेगी। आइए आपको सपा विधायक के खिलाफ पुलिस के पास मौजूद सबूत के बारे में बताते हैं…
542 पन्नों में इरफान के किए-धरे का कच्चा चिट्ठा
सपा विधायक इरफान सोलंकी फरार होने के दौरान दिल्ली से मुंबई अशरफ अली बनकर भागा था। पहचान छिपाने के लिए इरफान ने अशरफ अली नाम से जाली आधार कार्ड बनवाया था। मामले में पुलिस ने इरफान सोलंकी समेत 8 लोगों के खिलाफ ग्वालटोली थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने समेत अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की थी।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मामले की जांच कर रही ग्वालटोली पुलिस ने इरफान सोलंकी, सपा नेत्री नूरी शौकत, अशरफ अली उर्फ शेखू नूरी, इशरत, उम्मार इलाही उर्फ अली, इरफान के साले अनवर मंसूरी, अख्तर मंसूरी और ड्राइवर अली के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली है।
इरफान पर आरोप है कि उन्होंने जाली आधार कार्ड बनवाकर हवाई यात्रा की। पुलिस ने जांच के दौरान जाली आधार कार्ड बरामद कर लिया है। इरफान का जाली आधार कार्ड बनवाने और फरार करवाने में मददगार सपा नेत्री नूरी शौकत, इनका भाई अशरफ अली उर्फ शेखू नूरी, इशरत, उम्मार इलाही उर्फ अली, अनवर मंसूरी, अख्तर मंसूरी और अली के खिलाफ 542 पन्नों की चार्जशीट तैयार की है। इसमें इरफान समेत अन्य आरोपियों का पूरा कच्चा चिट्ठा लिखा है, जो उन्हें सजा तक पहुंचाएगा। पुलिस अफसरों का एक पैनल चार्जशीट की जांच कर रहा है।
इरफान को ये 5 साक्ष्य दिलाएंगे सजा
- अशरफ अली नाम से जाली आधार कार्ड बरामद। यह सीधे तौर पर सुरक्षा के साथ बड़ा खिलवाड़ है।
- 6 एयरलाइंस की रिपोर्ट के मुताबिक इरफान नाम से किसी ने यात्रा नहीं की। यानी, इरफान ने अशरफ बनकर यात्रा की है।
- एयरपोर्ट और होटल के CCTV फुटेज इरफान के उपस्थिति की पुष्टि करते हैं।
- 30 गवाह कोर्ट में पेश करेगी पुलिस।
- इरफान की टिकट सपा नेत्री नूरी शौकत की ID से बुक हुई थी।
रिजवान को क्लीनचिट, कंप्यूटर वाले की तलाश
ग्वालटोली पुलिस ने मामले में इरफान के साथ ही उनके भाई रिजवान को भी आरोपी बनाया था। लेकिन, उनकी भूमिका नहीं मिली। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इसके चलते रिजवान का नाम चार्जशीट से बाहर कर दिया गया। वहीं, दूसरी तरफ जाली आधार कार्ड बनाने वाले कंप्यूटर डिजाइनर एक्सपर्ट अली की तलाश पुलिस कर रही है। अली ने ही इरफान का फोटो लगा आधार कार्ड अशरफ अली नाम से बनाया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद से अली फरार है।
इरफान की विधानसभा सदस्यता जाने का भी खतरा
मामले की जांच कर रहे पुलिस अफसरों की मानें तो इरफान पर धोखाधड़ी और कूटरचित आधार कार्ड तैयार करने का आरोप है। मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने के लिए पैरवी की जा रही है। अगर साल भर में ट्रायल पूरा हुआ और पुलिस के साक्ष्य और गवाह टिके तो 3 साल से अधिक की सजा हो सकती है। ऐसे में विधायक इरफान सोलंकी की अब विधानसभा सदस्यता पर भी खतरा मंडरा रहा है।
महिला का घर फूंक दिया, फिर भाग निकले
जाजमऊ में महिला का घर फूंकने के मामले में विधायक इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ जाजमऊ थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद वह कानपुर छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि इरफान ने अशरफ अली नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर फरारी के दौरान दिल्ली से मुंबई हवाई यात्रा की थी। पुलिस ने इरफान के खिलाफ एनबीडब्ल्यू वारंट और ताबड़तोड़ दबिश दी तो दबाव में आकर इरफान ने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद से इरफान सोलंकी, उनका भाई रिजवान, सपा नेत्री नूरी शौकत समेत 8 आरोपी अभी तक जेल में हैं।
महिला का घर जलाने में भी दाखिल हो चुकी है चार्जशीट MLA इरफान के खिलाफ कानपुर पुलिस की यह दूसरी चार्जशीट है। इससे पहले जाजमऊ थाने की पुलिस ने महिला का घर फूंकने के मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने इस मामले में फॉरेंसिक रिपोर्ट और 16 गवाहों के बयान को आधार बनाया था। जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में 7 नवंबर को नजीर फातिमा उर्फ बेबी नाज के घर को फूंक दिया गया था। आरोप था कि विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान ने प्लॉट पर कब्जा करने की नीयत से घर में आग लगाई थी।