राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (IGI Airport) पर भारी भीड़ के चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए इंडिगो एयरलाइन (Indigo Airlines) ने घरेलू उड़ान करने वाले यात्रियों से किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए फ्लाइट के समय से 3.5 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने की अपील की है। इंडिगो ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी कर जानकारी दी है।
बैग का वजन 7 किलोग्राम से ज्यादा ना हो
इंडिगो की एडवाइजरी में कहा गया है कि यात्री अपने साथ केवल एक बैग ले जा सकेंगे, जिसका वजन 7 किलोग्राम से ज्यादा ना हो, इससे सिक्योरिटी कर्मचारी को चेकिंग में आसानी होगी। इसके साथ ही एडवाइजरी में यह भी सुनिश्चित करने की अपील की गई है कि यात्रियों का वेब चेक-इन पहले से ही हो चुका हो, इससे काफी राहत होगी।
इसके अलावा यात्रियों से दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 में एंट्री के लिए गेट नंबर 5 और 6 का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि ये गेट इंडिगो चेक-इन काउंटर्स के ज्यादा नजदीक हैं।
बढ़ाए दो एंट्री गेट, फिर भी समस्या बरकरार
आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर प्रवेश के वक्त यात्रियों को आ रही समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। परेशानी को देखते हुए सोमवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और प्रवेश द्वार बढ़ाने की जानकारी दी।
पहले 14 प्रवेश द्वारों से यात्रियों को प्रवेश दिया जा रहा था, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर 16 कर दी गई है। इसके साथ ही बैगेज स्कैन करने के लिए एटीआरएस (आटोमेटिक ट्रे रिट्रिवल सिस्टम) की संख्या भी बढ़ाकर 13 से 16 कर दी गई है। लेकिन, इन तमाम प्रयासों के बावजूद समस्या सुलझ नहीं सकी है।
यात्रियों को प्रवेश करने से लेकर जांच आदि में ही दो से तीन घंटे का समय लग रहा है। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टर्मिनल-3 के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करने के बाद कहा कि एयरपोर्ट आपरेटर डायल को ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करनी ही होगी जिसमें न तो यात्रियों को और न ही एयरलाइंस को परेशानी हो। दोनों पक्षों को असुविधा से निजात दिलाने के लिए जो भी जरूरी कदम हैं वे उठाने शुरू कर दिए गए हैं। आने वाले समय में यात्रियों की परेशानी दूर करने के लिए और भी निर्णय लिए जाएंगे।
अभी होता है 14 गेटों का इस्तेमाल
उन्होंने कहा कि टर्मिनल में प्रवेश के लिए अभी 14 द्वारों का इस्तेमाल होता है। कुछ द्वार जिनका इस्तेमाल क्रू व दिव्यांग ही कर सकते हैं, अब उनका इस्तेमाल यात्री भी कर सकेंगे। ऐसे दो द्वार की पहचान कर उन्हें यात्रियों के लिए खोल दिया गया है। ऐसा करने से टर्मिनल- 3 में प्रवेश के लिए द्वार पर यात्रियों की लगने वाली कतार कम की जा सकेगी।
सिंधिया ने कहा कि सिक्योरिटी एरिया में लगने वाली भीड़ की एक वजह बैगेज के एक्सरे स्कैन में लगने वाला वक्त है। इसके लिए तीन एटीआरएस बढ़ाए गए हैं। जल्द ही इसकी संख्या 16 से बढ़ाकर 20 तक की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा जांच के दौरान एटीआरएस के बढ़ने से सिक्योरिटी एरिया में लगने वाली भीड़ कम हो जाएगी, क्योंकि अभी भी यह देखा जा रहा है कि तलाशी में ज्यादा समय नहीं लग रहा है।
मिल रही थी लंबी कतार से जुड़ी शिकायतें
इससे पहले सिंधिया अधिकारियों के साथ टर्मिनल- 3 के उन क्षेत्रों पर वे विशेष तौर से गए जहां सुरक्षा जांच के दौरान लंबी कतार से जुड़ी सर्वाधिक शिकायतें होती हैं। यहां भीड़ क्यों होती है और सुधार के लिए क्या होना चाहिए, इस मसले पर अधिकारियों से उन्होंने लंबी बातचीत की। इस दौरान नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अलावा डायल व अन्य एजेंसियों के अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे। पिछले दो तीन दिन से यात्री लगातार ट्वीट कर इस बारे में विरोध दर्ज करा रहे थे। जिस पर उड्डयन मंत्री निरीक्षण करने पहुंचे थे।
भीड़ प्रबंधन के लिए बनेगा कमांड सेंटर
यह तय किया गया है कि व्यस्त समय में एयरपोर्ट पर जुटी भीड़ पर नजर रखने के लिए एक कमांड सेंटर बनाया जाएगा। यहां से यह पता किया जाएगा कि किस प्रवेश द्वार के पास लोगों की अत्यधिक भीड़ है। प्रत्येक प्रवेश द्वार पर कतार में कितने लोग खड़े हैं, वेटिंग टाइम क्या है, इससे जुड़ी जानकारी डिस्प्ले बोर्ड पर दी जाती रहेगी।