सोने की कीमत बुधवार को 54,460 रुपए प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल गई। 28 महीनों में पहली बार ऐसा हुआ। इससे पहले 10 अगस्त 2020 को सोना 55,515 रुपए था। अगले ही दिन 11 अगस्त को ये 53,951 रुपए पर आ गया था। उसके बाद पहली बार सोना 54,000 रुपए से ऊपर गया। विश्लेषकों के मुताबिक ये तेजी 2023 में भी जारी रह सकती है।
दरअसल देश-दुनिया में महंगाई कम हो रही है। इसके चलते डॉलर में बड़ी गिरावट आई है। ऐसे में सोना खरीदने के लिए ज्यादा डॉलर चुकाना पड़ रहा है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, बुधवार को सोने (24 कैरेट) की कीमत 54,462 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई। इस महीने अब तक ये 1,342 रुपए महंगा हो चुका है।
सिर्फ 2 हफ्तों में 1,342 रुपए महंगा हुआ सोना
सोने में तेजी के तीन बड़े कारण
- डॉलर में कमजोरी: दिवाली से पहले इस साल अक्टूबर में डॉलर इंडेक्स 114 से ऊपर था। ये अभी गिरकर 104 पर आ गया है। इसके चलते सोने के लिए ज्यादा डॉलर चुकाने पड़ रहे हैं।
- सेंट्रल बैंकों की खरीदारी: 2022 में अब तक दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने करीब 400 टन सोना खरीदा है। चीन ने नवंबर में 32 टन सोना खरीदकर 2019 के बाद पहली बार गोल्ड रिजर्व बढ़ाया।
- सप्लाई में आई कमी: दक्षिण अफ्रीका के नेडबैंक के अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, अक्टूबर में सोने का उत्पादन 10.4% घटा है। इससे पहले सितंबर में भी गोल्ड माइनिंग 5.1% घटी थी।
और बढ़ सकती है सोने की कीमत
बॉन्ड किंग के नाम से मशहूर जेफरी गुंडलाच ने एक नोट में लिखा, ‘गोल्ड ने इस साल अच्छा प्रदर्शन किया है। बीते 200 दिन से दाम जिस दायरे (1,821 डॉलर प्रति आउंस) में ऊपर-नीचे आ रहे थे, गोल्ड ने इस हफ्ते उसे पार कर लिया। इससे संकेत मिलता है कि सोने की कीमत और बढ़ेगी।’
2023 में 64,000 तक जा सकते हैं दाम
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि 2023 में सोना 64,000 रुपए तक पहुंच सकता है। आईआईएफएल सिक्यु. के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अनुज गुप्ता का अनुमान है कि 2022 के आखिर तक सोना 56,000 रुपए के करीब पहुंचेगा।
आपने ऑल टाइम हाई के करीब सोना
सोने ने कोरोना की पहली लहर के दौरान अगस्त 2020 में अपना ऑलटाइम हाई बनाया था। उस वक्त सोना 56,200 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर तक चला गया था। उस लेवल से यह सिर्फ 1,664 रुपए नीचे है।