केंद्र सरकार की ओर से विंडफॉल टैक्स में कटौती का एलान किया गया है। घरेलू कच्चे तेल के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स 4900 रुपये प्रति टन से घटाकर 1,700 रुपये टन कर दिया है। इसके साथ ही एटीएफ पर निर्यात शुल्क पांच रुपये प्रति लीटर से घटाकर 1.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है।
सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, टैक्स नई दरें आज से प्रभावी हो गई हैं। इससे उन कंपनियों को राहत मिलेगी, जो कच्चे तेल का उत्पादन पेट्रोल-डीजल और एटीएफ को निर्यात करती हैं।
इससे पहले एक दिसंबर, 2022 को विंडफॉल टैक्स को लेकर की गई समीक्षा बैठक में केंद्र सरकार की ओर से घरेलू कच्चे तेल की बिक्री पर इसे 10,200 से घटाकर 4,900 रुपये प्रतिटन कर दिया गया था। वहीं, पेट्रोल पर विंडफॉल टैक्स समाप्त कर दिया गया था और एटीएफ पर टैक्स को पांच रुपये प्रति लीटर पर बरकरार रखा गया था।
शुरुआत में जब पहली बार विंडफॉल टैक्स लगाया गया था, तो इसे कच्चे तेल, पेट्रोल-डीजल और एटीएफ पर लगाया गया था।
जुलाई में पहली बार लगा था विंडफॉल टैक्स
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी होने की वजह कई तेल कंपनियों के मुनाफे में बड़ी बढ़त देखने को मिली थी। इस कारण सरकार की ओर से एक जुलाई को विंडफॉल टैक्स लगाया गया था। शुरू में एफटीएफ और पेट्रोल पर छह रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया गया था। इसके साथ कच्चे तेल के उत्पादन पर 23,250 रुपये प्रति टन का विंडफॉल टैक्स लगाया गया था, जिसकी समीक्षा केंद्र सरकार द्वारा हर 15 दिन में की जाती है।