ठंडे वातावरण में सर्दी महसूस करना एक आम बात है या फिर जब आप बीमार हों तो आप ठंडा महसूस कर सकते हैं। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि अक्सर पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज़्यादा ठंड क्यों लगती है? आपने देखा होगा कि आमतौर पर महिलाओं को हमेशा ज़्यादा ठंडा लगता है और उन्हें शॉल, स्वेटर या जैकेट की ज़रूरत पड़ती है।
क्यों ज़्यादा लगती है ठंड?
इसका जवाब यह है कि महिलाओं का मेटाबॉलिक रेट कम होता है। हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म ऊर्जा का उत्पादन करता है, जिसमें गर्मी भी शामिल है। सभी के शरीर का तापमान 98.6 डिग्री ही होता है, लेकिन फिर भी पुरुषों को ज़्यादा गर्मी लगती है। पुरुषों में मसल मास ज़्यादा होता है, इसलिए गर्मी का उत्पादन भी ज़्यादा होता है। डॉक्टर्स का कहना है कि क्योंकि महिलाओ में मसल मास कम होता है और पुरुषों की तुलना में मेटाबॉलिज़्म भी कम होता है, इसलिए उन्हें ज़्यादा ठंड लगती है।
सही तापमान क्या है?
ऐसी कई स्टडीज़ हुई हैं, जिनमें देखा गया है कि महिलाओं को जहां कमरे का तापमान 25 डिग्री पसंद आता है, वहीं, पुरुषों को 22 डिग्री बेहतर लगता है। WHO की मानें, तो अगर घर में सब स्वस्थ हैं, तो घर के तापमान को 18 डिग्री तक रखा जा सकता है, लेकिन अगर घर पर उम्रदराज़ या छोटे बच्चे हैं, तो फिर 20 डिग्री सही है। वहीं, सोने के समय अच्छी के लिए कमरे का तापमान न ज़्यादा ठंडा और न ज़्यादा गर्म होनी चाहिए। सोते समय कमरे के तापमान को उतना रखें जिसमें आप सुकून महसूस कर सकें।
सर्दी के मौसम में घर को गर्म रखना ज़रूरी हो जाता है, ताकि आप हाइपोथर्मिया के शिकार न हो जाएं। वहीं, गर्मी के मौसम में घर को ठंडा रखना चाहिए, ताकि हीट स्ट्रोक से बच सकें।
हर वक्त ठंड लगना सही नहीं
अगर आपको हर वक्त ठंड लगती रहती है, तो यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। आपको डॉक्टर से फौरन सलाह लेनी चाहिए अगर:
- आप लगातार कंपकपी महसूस कर रहते हैं, जो ठीक होने का नाम नहीं ले रही।
- आपको लंबे समय से बुखार आ रहा है।
- आपके नाखूनों का रंग नीला हो गया है।
- आपकी त्वचा ज़्यादा रूखी हो गई है।
- कंपकपी के साथ जो भी लक्षण महसूस कर रहे हैं, उसे याद रखें ताकि समस्या का सही निदान किया जा सके।