संसद के लोकसभा में शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। तवांग मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। इस दौरान सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की टिप्पणी को लेकर भाजपा ने भी राज्यसभा में तेवर दिखाए। भाजपा ने खरगे से माफी की मांग की है।
माफी मांगें मल्लिकार्जुन खरगे- भाजपा
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अलवर में सोमवार को खरगे ने अभद्र भाषण दिया था। जिस भाषा का प्रयोग किया गया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जिस तरह से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, निराधार बातें कही और देश के सामने झूठ पेश करने की कोशिश की… मैं उसकी निंदा करता हूं। मैं उनसे माफी की मांग करता हूं।
पीयूष गोयल ने आगे कहा कि खरगे को भाजपा, संसद और इस देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई। खरगे ने अपनी मानसिकता और ईर्ष्या की एक झलक दिखाई है।
विपक्षी दलों के सांसदों का नोटिस
विपक्षी दलों ने तवांग मुद्दे पर चर्चा के लिए सदन में नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर चर्चा की मांग की है। कांग्रेस सांसद ने राज्यसभा में चर्चा के लिए नोटिस दिया है। उधर, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने इस पर चर्चा के लिए लोकसभा में नोटिस दिया है।
संसद में भारत-चीन के मुद्दे पर हंगामा जारी
इससे पहले, सोमवार को भी संसद में चीन के मुद्दे पर हंगामा हुआ। दोनों सदनों में कांग्रेस की अगुआई में विपक्षी दलों ने फिर से तवांग में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लंबे समय से मौजूद तनाव के मुद्दे पर नोटिस देकर चर्चा कराने की मांग की, लेकिन नियमों का हवाला देकर उनकी इस मांग को खारिज कर दिया गया। इसके बाद विपक्षी दलों ने दोनों सदनों में हंगामा किया। राज्यसभा से विपक्ष ने वॉकआउट भी किया।