Diet For Diabetes: लोग इन दिनों अपने खानपान और रहन-सहन की वजह से कई तरह की परेशानियों का शिकार हो रहे हैं। खराब जीवनशैली की वजह आजकल कई समस्याएं बेहद आम हो चुकी हैं। ऐसे में अपनी जीवनशैली में सुधार करते हुए अपनी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इन दिनों डायबिटीज एक आम समस्या बनी हुई है। आपके आसपास ज्यादातर लोग इस समस्या से जूझ रहे होंगे। डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का खास ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि खाने में हुई जरा सी लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए गेहूं का आटा किसी मीठे जहर से कम नहीं है। ऐसे में अगर आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति इस गंभीर समस्या से परेशान है, तो हम आपको बता रहे हैं, कुछ ऐसे आटे के बारे में, जिनकी रोटियां खाना आपके लिए फायदेमंद होगा।
सोया का आटा
एक अध्ययन के मुताबिक आइसोफ्लेवोन्स से भरपूर सोया डायबिटीज नियंत्रित करने में काफी कारगर होता है। इसका सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम होता है और ग्लूकोज टॉलरेन्स की मात्रा बढ़ती है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजो के लिए सोया के आटे की रोटी काफी फायदेमंद होगी। सिर्फ डायबिटीज ही नहीं सोया रोटी कोलेस्ट्रोल लेवल को भी बढ़ने से रोकता है, जिससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा भी कम होता है।
रागी का आटा
डायबिटीज के मरीजों के लिए रागी के आटे की बनी रोटियां काफी फायदेमंद होती है। पॉलीफेनॉल्स से भरपूर रागी में डायटरी फाइबर की भी अच्छी मात्रा मौजूद होती है। ऐसे में इसके सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है, क्योंकि रागी इसे बढ़ने से रोकती है। इसके अलावा इसमें मौजूद मिनिरल्स और एमीनो एसिड भी ब्लड शुगर कंट्रोल करने में काफी मदद करते है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों के लिए इसका सेवन काफी गुणकारी माना गया है।
बाजरे का आटा
बाजरे का आटा मधुमेह के मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। दरअसल, बाजरे में मौजूद मैग्नीशियम की भारी मात्रा ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है। इतना ही नहीं कच्चे बाजरे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की कम मात्रा भी ब्लड शुगर लेवल को रोकने में मददगार होती है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को खासतौर पर बाजरे के आटे से बनी रोटी खाने की हिदायत दी जाती है।
चने का आटा
चने के आटे से बनी रोटी भी डायबिटीज के मरीजों को काफी फायदा पहुंचाती है। इसे खाने से न सिर्फ डायबिटीज का खतरा कम होता है, बल्कि इसके नियमित सेवन से डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी काफी मदद मिलती है। दरअसल, चने का आटा ग्लूटेन फ्री होता है, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने नहीं देता। इसके अलावा इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है, जिसकी वजह रोजाना इसे खाने ब्लड शुगर लेवल में गिरावट आती है। यही नहीं चने के आटे से बनी रोटियां खाने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी बढ़ती है।
ज्वार का आटा
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए ज्वार का आटा भी काफी लाभकारी होता है। इसमें पाए जाने वाले मैग्नीशियम, प्रोटीन और डायट्री फाइबर्स ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा ज्वार में ग्लूटेन भी नहीं पाया जाता है। यही वजह है कि ज्वार का आटा डायबिटीज फ्रेंडली भी माना जाता है।