प्लास्टिक सर्जरी से गालों की चर्बी हटाने का ट्रेंड:इससे चेहरे पर लकवे का खतरा, सस्ते ऑपरेशन के लिए भारत आ रहे लोग

अमेरिका में अब चेहरे खासकर गालों की चर्बी काे हटाकर सुडौल और सुंदर दिखने के लिए आम लाेग भी सेलिब्रिटी की तरह प्लास्टिक सर्जरी करा रहे हैं। सौशल मीडिया पर खूबसूरत दिखने की चाहत भी इन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर कर रही है।

दरअसल, कुछ हॉलीवुड एक्ट्रेसेस के चेहरे काे सुंदर नैन नक्श देने वाले न्यूयॉर्क के प्लास्टिक सर्जन डॉ एंड्रयू जाकोनो ने बताया कि चेहरे पर कुछ हिस्से उसके आकार काे परिभाषित करते हैं। गाल और जबड़े के बीच के हिस्से की चर्बी से चेहरे का आकार तय हाेता है।

कुछ लोगों का चेहरा देवदूत की तरह
चेहरे का आकार शरीर के वजन के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं हाेता है। यह जन्म के समय से एक ही तरह का हाेता है। किसी-किसी का चेहरा देवदूत की तरह हाेता है। गालों की हड्डियां चीकबोंस उभरी हुई होती हैं। वे इतालवी पेंटर राफेल की कृति सिस्टीन मैडोना में नीचे की ओर दाे गोल चेहरे वाली परियों का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि वे गालों की चर्बी काे हटाने वाली सर्जरी के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

5 साल पहले के मुकाबले 3 गुना सर्जरी हो रहीं
जाकोनो का कहना है कि यह सर्जरी काेई नई नहीं है, लेकिन इसका चलन बढ़ गया है। अब वे 5 साल पहले के मुकाबले 3 गुना ज्यादा सर्जरी कर रहे हैं। सर्जन डॉ लारा देवगन का कहना है कि यह एक गोपनीय किस्म की प्लास्टिक सर्जरी है। इसमें चेहरे से एक से दाे मिलीमीटर का हल्का सा बदलाव शक्ल में चार चांद लगा देता है। अगर पहले ही गालों के इस भाग में चर्बी कम हाे ताे सर्जरी से यह हिस्सा और पिचक सकता है। चेहरे का एक हिस्सा लकवा ग्रस्त हो सकता है।

भारत में प्लास्टिक सर्जरी 50% सस्ती, विदेश से आ रहे लोग
भारत में प्लास्टिक सर्जरी के लिए अमेरिका, अफ्रीका और खाड़ी देशों से लाेग आ रहे हैं। अमेरिका, यूरोप और मध्य-पूर्व की तुलना में भारत में यह 50% सस्ती है। भारत दुनिया के लिए तेजी से कम दरों पर प्लास्टिक सर्जरी का हब बन रहा है।