सेंटा की ड्रेस नहीं पहनने पर नौकरी से निकाला:युवक बोला- मैं हिंदू हूं, सेंटा की ड्रेस नहीं पहनूंगा; मार्केटिंग मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज

आगरा में सेंटा की ड्रेस नहीं पहनने पर मैनेजर द्वारा कर्मचारी को नौकरी से निकालने का मामला सामने आया है। युवक को नौकरी से निकाले जाने की जानकारी होते ही हिंदूवादी संगठन के लोग मौके पर पहुंच गए और हंगामा किया।

हिंदूवादी संगठन के लोगों ने कहा कि कर्मचारी को जबरन सेंटा की ड्रेस पहनने के लिए मजबूर किया गया। जब उसने मैनेजर की बात नहीं मानी तो नौकरी से निकाल दिया गया। मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी को समझा-बुझाकर शांत कराया। वहीं मार्केटिंग मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

कर्मचारी बोला- ड्रेस न पहनने पर नौकरी से निकाला
मामला आगरा के राजपुरी चुंगी का है। राजपुर चुंगी में एक शॉपिंग कॉम्पलेक्स है। यहां पर अमित तोमर नाम का कर्मचारी काम करता था। अमित ने बताया, ”24 दिसंबर को मैं नौकरी पर गया। सभी स्टाफ को सेंटा क्लॉज वाली ड्रेस पहनने के लिए कहा गया। मैंने इसका विरोध किया। मैंने कहा कि मैं सेंटा की ड्रेस नहीं पहनूंगा।

मैं हिंदू हूं और ईसाई धर्म को नहीं मानता हूं। कंपनी की यूनिफॉर्म होगी तो पहन लूंगा, लेकिन सेंटा की ड्रेस नहीं पहनूंगा।” अमित का आरोप है कि ड्रेस न पहनने पर उसे नौकरी से निकाल दिया गया। उसकी सैलरी भी रोक ली गई है।

योगी यूथ ब्रिगेड ने किया हंगामा
कर्मचारी को नौकरी से निकालने पर रविवार को योगी यूथ ब्रिगेड के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शॉपिंग कॉम्पलेक्स पहुंच गए। उन्होंने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। योगी यूथ ब्रिगेड के महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र धाकड़ ने बताया, कर्मचारियों को जबरन ईसाई धर्म की ड्रेस पहनाई जा रही थी।

कर्मचारी इसका विरोध कर रहे हैं। कर्मचारी कंपनी की ड्रेस पहनने को तैयार हैं, लेकिन ईसाई ड्रेस नहीं पहनेंगे। मगर, उन पर ईसाई धर्म के कपड़े पहनने का दबाव डाला गया। एक कर्मचारी ने उनकी बात नहीं मानी तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया।”

हंगामा बढ़ा तो प्रबंधन ने फिर से नौकरी पर रखने की कही बात

वहीं, बताया गया है कि प्रबंधन ने कर्मचारी को दोबारा नौकरी पर रखने की पेशकश की थी। मगर, कर्मचारी ने नौकरी पर वापस आने से मना कर दिया। उसका कहना था कि उसकी भावना आहत हुई हैं। तीन माह पहले ही अमित ने यहां ज्वाइन किया था।