सीआर पार्क थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के हेडकांस्टेबल परमजीत ने बताया कि जब उन्हें आग लगने की सूचना मिली तो साथियों के साथ वह भी पहुंचे। इमारत के तीसरे तल की खिड़की से तीन बुजुर्ग मदद मांग रहे थे, लेकिन वे चलने में समर्थ नहीं थे। इसके बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। हालांकि, इससे पहले दूसरे तल पर मौजूद बुजुर्गों को नीचे लाया जा चुका था।
परमजीत के साथी पुलिसकर्मियों ने बताया कि आग तीसरे तल पर पूरी तरह से फैल चुकी थी। ऐसे में अंदर जाना बहुत मुश्किल था। दमकल की गाड़ियां भी नहीं आई थीं। ऐसे में परमजीत ने हिम्मत दिखाई और आग में घुस गए। वह उन कमरों तक पहुंचे, जहां बुजुर्ग खिड़की के सहारे मदद की गुहार लगा रहे थे।
उन्होंने एक-एक कर बुजुर्गों को गोद में उठाकर नीचे लाना शुरू किया। वह तीसरे तल से बुजुर्गों को नीचे लाकर साथी पुलिसकर्मियों को सौंपकर फिर ऊपर चले जाते थे। इस तरह उन्होंने तीनों बुजुर्गों को सुरक्षित निकाल लिया। हादसे में वह भी जख्मी हुए हैं।
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बता दें कि फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शार्ट सर्किट या फिर नव वर्ष के उपलक्ष्य में जलाई गई मोमबत्तियों से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो शनिवार की रात वहां मौजूद स्टाफ ने नव वर्ष के उपलक्ष्य में मोमबत्तियां जलाई थीं। जांच के दौरान कई जगहों पर पुलिस को मोमबत्तियां मिली हैं।
संभव है कि मोमबत्ती के चलते वहां मौजूद कपड़ों ने आग पकड़ी और जो बाद में पूरे इमारत में फैल गई और दर्दनाक हादसा हो गया। हालांकि, अभी मामले की जांच की जा रही है। सीआर पार्क थाना पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है। पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि मृतका कंचन अरोड़ा के रिश्तेदार सीआर पार्क में ही रहते हैं, जबकि उनका बेटा लंदन में रहता है। इसी वजह से वह अंतरा केयर सेंटर में रहती थीं।
दूसरी मृतका 92 वर्षीय कमल का परिवार नोएडा में रहता है। उनका परिवार मूलत: बिहार का रहने वाला है। दोनों महिलाओं के स्वजन का अपना कारोबार है। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि रविवार सुबह लगभग साढ़े पांच बजे सीआर पार्क थाना पुलिस की टीम सावित्री सिनेमा के पास पिकेट लगाकर वाहनों की जांच कर रही थी।