दुनिया में कोरोना का खतरा:चीन में 22 साल के इंडियन की मौत; चीनी नागरिक की खुदकुशी का VIDEO वायरल

चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो चुके हैं। इस बीच चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने सोशल मीडिया पर दिल दहलाने वाला वीडियो शेयर किया है। इसमें एक शख्स को बिल्डिंग की छत से खुदकुशी करते देखा जा सकता है। जेंग का दावा है कि चीन में लोग कोरोना से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं।

चीन में 22 साल के भारतीय छात्र की मौत

चीन में तमिलनाडु के रहने वाले अब्दुल शेख की मौत हो गई है। उनकी उम्र 22 साल थी। मौत की वजह कोई बीमारी बताई जा रही है, हालांकि साफ तौर पर बीमारी का नाम नहीं लिया गया है। अब्दुल के शव को वापस लाने के लिए परिवार ने विदेश मंत्रालय से मदद मांगी है।

अब्दुल पिछले पांच साल से चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। वह 11 दिसंबर को भारत आए थे, लेकिन इंटर्नशिप के लिए वापस चीन के किकिहर चले गए थे। इंडिया टुडे के मुताबिक, अब्दुल ने वहां 8 दिन का आइसोलेशन पीरियड भी पूरा किया था। बीमार पड़ने के बाद अब्दुल को ICU में भर्ती किया गया था, मगर उनकी जान नहीं बच सकी।

चीन के यात्रियों पर 13 देशों ने लगाए प्रतिबंध
चीन से आने वाले यात्रियों पर अब तक 13 देश प्रतिबंध लगा चुके हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली, साउथ कोरिया और पाकिस्तान शामिल हैं। ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। ज्यादातर देशों में चीन के यात्रियों को कोरोना की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन से आने वाले लोगों पर 3 जनवरी से बैन ही लगा दिया है। ये किसी भी देश के हो सकते हैं।

न्यू ईयर पर चीनी जनता कोरोना को भूली
कोरोना से बदहाल चीन में भी लोगों ने जमकर न्यू ईयर सेलिब्रेट किया। बीजिंग और वुहान में आधी रात को लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई। इस बीच राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देशवासियों से कहा- चीन में कोरोना से लड़ाई एक नए फेज में जा चुकी है। हमारे सामने बड़ी चुनौतियों के साथ उम्मीद की किरण भी है।

हांगकांग: 8 जनवरी से चीन से लगे बॉर्डर खोलेगा
हांगकांग 8 जनवरी से चीन से लगे बॉर्डर खोल देगा। इसी के साथ यात्रियों के लिए अनिवार्य क्वारैंटाइन भी खत्म कर दिया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि इस योजना के पहले चरण में कोटा निर्धारित किया जाएगा। इसके तहत ये तय किया जाएगा कि कौन लोग यात्रा कर सकते हैं। इसी के बाद बॉर्डर को पूरी तरह से खोला जाएगा।

ब्रिटेन: इमरजेंसी सर्विस न मिलने से हर हफ्ते 500 मौतें
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, रॉयल कॉलेज ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के डॉ. एड्रीयन बोयल का कहना है कि ब्रिटेन में हर हफ्ते 300 से 500 लोगों की मौत हो रही है। यह समय पर इलाज न मिलने की वजह से हो रहा है। दरअसल, इस वक्त ब्रिटेन में कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ खतरनाक फ्लू भी फैला हुआ है।

अस्पतालों में मरीजों की भरमार है। नवंबर के मुकाबले दिसंबर में हॉस्पिटलाइजेशन के लिए 12 घंटे से ज्यादा इंतजार करने वालों में 355% का इजाफा हुआ है।

दुनिया में 66 करोड़ 49 लाख से ज्यादा मामले
कोरोना worldometer के मुताबिक दुनिया में अब तक 66 करोड़ 52 लाख 9 हजार 964 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 66 लाख 97 हजार 922 मौतें हो चुकी हैं।