आंध्र प्रदेश के गुंटूर में रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगू देशम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू के कार्यक्रम में फिर भगदड़ मच गई। इस घटना में तीन महिलाओं की मौत हो गई। यह भगदड़ नायडू द्वारा आयोजित संक्रांति उपहार वितरण कार्यक्रम में हुई। इसमें 13 अन्य घायल भी हुए हैं। चार दिनों के अंदर यह दूसरी बार है, जब उनके कार्यक्रम में लोगों की जान गई है।
विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटे नायडू
कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद नायडू वहां से चले गए थे। इसके बाद भगदड़ मची। उन्होंने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के स्वजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। बता दें, नायडू 2024 के विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए राज्यभर में राजनीतिक बैठकें और सभाएं कर रहे हैं।
बुधवार को 8 लोगों की मौत
पिछले साल 28 दिसंबर यानी बुधवार को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में एन चंद्रबाबू नायडू के रोड शो के दौरान भगदड़ में आठ लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें एक महिला भी शामिल थी। इस हादसे के बाद नायडू ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
जगन मोहन रेड्डी ने घटना पर जताई हैरानी
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इस घटना पर हैरानी जताई और कहा कि अधिकारियों को घायलों को हर संभव मदद प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। सरकार ने मृतकों के स्वजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
स्वास्थ्य मंत्री ने नायडू पर लगाया आरोप
वहीं, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वी रजनी ने अस्पताल का दौरा कर घायलों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों की जान जाने के लिए नायडू को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके प्रचार के हथकंडों से लोगों की जान जा रही है।
”किसी को नहीं है हमारी जान की परवाह”
एक पीड़ित महिला ने बताया कि किसी की हमारी जान की परवाह नहीं है। टीडीपी नेताओं ने हमें बैठक के लिए बुलाया और कहा कि वे हमें उपहार देंगे। हम उपहारों की प्रतीक्षा कर रहे थे। भगदड़ में कई लोग घायल हो गए थे। इस दौरान हमें बचाने कोई नहीं आया।