हरियाणा की महिला कोच का सनसनीखेज खुलासा:मुझे कहा गया- जिस देश जाना चाहो जाओ, 1 महीने का 1 करोड़ देंगे, मुंह बंद रखो

हरियाणा के मंत्री पूर्व हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह पर जूनियर महिला कोच ने सनसनीखेज खुलासा किया है। महिला कोच ने कहा कि उन्हें फोन कॉल्स आ रही हैं। जिसमें कहा जा रहा है कि जिस देश जाना चाहती हो जाओ, एक महीने का एक करोड़ मिलेगा। बस अपना मुंह बंद रखो।

मंगलवार को चंडीगढ़ में जूनियर महिला कोच से सेक्टर 26 के पुलिस थाने में 8 घंटे पूछताछ की गई। इस दौरान जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों ने 45 से अधिक सवाल पूछे।इसके बाद केस में जांच के लिए पीड़ित कोच का मोबाइल जब्त कर लिया। आज कोच के मजिस्ट्रेट के आगे बयान दर्ज होंगे।

चंडीगढ़ पुलिस को भी दी जानकारी
सेक्टर 26 पुलिस थाने में पूछताछ के दौरान जूनियर महिला कोच ने चंडीगढ़ पुलिस के आगे भी यह खुलासा किया कि उसे केस की पैरवी न करने के लिए किस तरह के लालच दिए जा रहे हैं। इस मामले को लेकर महिला कोच के वकीलों ने भी कुछ सबूत पुलिस को सौंपे हैं। महिला कोच ने कहा कि मुझ पर चुप रहने का दबाव डाला जा रहा है।

CM का बयान जांच को प्रभावित कर रहा
महिला कोच ने कहा कि हरियाणा CM मनोहर लाल का बयान जांच को प्रभावित करने वाला है। CM ने कहा था कि महिला कोच अनर्गल आरोप लगा रही हैं। सिर्फ आरोप लगाने से कोई दोषी नहीं हो जाता। इसकी जांच हो रही है और उसके बाद कार्रवाई होगी।

संदीप सिंह से पूछताछ नहीं कर रही पुलिस
पीड़िता के वकील दीपांशू ने बताया कि अभी तक हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह से एक बार भी इस मामले में पूछताछ नहीं हुई है। जबकि जो धाराएं लगी हैं, उसके आधार पर चंडीगढ़ पुलिस को संदीप सिंह को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। दीपांशू ने इस मामले में हरियाणा पुलिस जांच को प्रभावित कर रही है लगातार पीड़िता के पास फोन आ रहे हैं। पीड़िता के घर पर 3-4 बार हरियाणा पुलिस आ चुकी है।

किसी भी दबाव से नहीं डरती
हरियाणा के पंचकूला स्टेडियम में तैनात महिला कोच ने बताया कि उसे धमकियां मिल रही हैं, लेकिन वह किसी भी धमकी या दबाव से नहीं डरती। वह हर स्तर पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। उसे किसी प्रकार के दबाव का डर नहीं लगता है। महिला कोच ने बताया कि उसे चंडीगढ़ पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है।

इससे पहले वह हरियाणा पुलिस की जांच कमेटी के सामने पेश होने से इनकार कर चुकी है। उसका कहना है कि हरियाणा पुलिस का इससे कुछ लेना-देना नहीं है क्योंकि पूरा वाकया चंडीगढ़ का है।

जांच के लिए ली 10 दिन की लीव
जूनियर महिला कोच ने कानूनी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए 10 दिन का अवकाश लिया है। पीड़िता का कहना है कि लड़ाई लंबी है, इसके साथ ही अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए वह हर तरह से तैयार रहना चाहती है। महिला कोच ने बताया कि विवाद से जुड़े सभी सबूत उसने जुटा लिए हैं, कुछ पुलिस को सौंप दिए हैं। कुछ अभी बाकी हैं, जो जल्द ही पुलिस को सौंप दिए जाएंगे।