दिल्ली के कंझावला हादसे में नया खुलासा हुआ है। घटना के समय कार में 5 नहीं, बल्कि 4 लोग थे। दीपक नाम का आरोपी घर में था, लेकिन उसने शुरूआती जांच में पुलिस को बताया कि वह कार चला रहा था।
पुलिस के मुताबिक, कार चलाने वाले आरोपी का नाम अमित है और उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। गाड़ी से अंजलि का एक्सीडेंट होता है। इसके बाद वह अपने दोस्त दीपक के पास पहुंचकर सारी घटना बताता है। लाइसेंस न होने की बात सुनकर दीपक गाड़ी चलाने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले लेता है।
इधर, पुलिस ने कार मालिक आशुतोष को गिरफ्तार किया है और उस पर आरोपियों की मदद करने का आरोप है।
सवाल- हादसे के कुल कितने आरोपी?
कंझावला हादसे में कुल 7 आरोपी हैं। कार में केवल 4 लोग ही थे, लेकिन 3 लोगों पर आरोपियों को बचाने और मामले को छुपाने के आरोप हैं। जो आरोपी कार में थे, उनके नाम मनोज मित्तल, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन हैं। इन लोगों को बचाने वालों के नाम दीपक खन्ना, अंकुश खन्ना और कार मालिक आशुतोष है। 6 आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। सातवें आरोपी अंकुश खन्ना तलाश जारी है।
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या खुलासे किए?
पुलिस ने 5 जनवरी को 3 बड़े खुलासे किए। पहला- आरोपी 5 नहीं, बल्कि 7 हैं। दूसरा- आरोपियों का मृतक लड़की अंजलि और चश्मदीद निधि के साथ पुराना कनेक्शन नहीं है। तीसरा- जो लड़का कार चला रहा था, उसका नाम अमित है। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है।
क्या आरोपियों को पता था लड़की कार के नीचे फंसी है?
जवाब- हां… आरोपियों को पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी है। इसके बाद भी वे गाड़ी चलाते रहे। इस बात का दावा पुलिस ने किया है। हादसा 31 दिसंबर की रात को 2 बजकर 4 मिनट से 2 बजकर 6 मिनट के बीच हुआ। अंजलि का मोबाइल अभी तक नहीं मिल पाया है। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने 5 आरोपियों की पुलिस कस्टडी 4 दिन के लिए बढ़ा दी है।
24 घंटे में 4 और वीडियो सामने आए…
31 दिसंबर की रात के 4 और वीडियो पिछले 24 घंटे में सामने आए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि पुलिस को वारदात रूट के 23 वीडियो मिले हैं। इन्हीं को आधार बनाकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
इस केस से जुड़े बड़े अपडेट्स
- पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अब आरोपियों की बैक रूट मैपिंग की जाएगी। इससे यह जानने की कोशिश होगी कि उस रात क्या हुआ होगा और आरोपियों ने क्या किया होगा। बुधवार की देर रात पुलिस अधिकारियों की एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई।
- पुलिस पांचों आरोपियों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करवा सकती है। इसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगेगी।
- मृतका अंजलि की मां ने बुधवार देर रात कहा, ‘निधि भी बेटी अंजलि की हत्या में शामिल हो सकती है। उन्होंने कहा कि निधि को मैं नहीं जानती हूं। मैंने उसे कभी नहीं देखा। अंजलि ड्रिंक नहीं करती थी। वह नशे की हालत में कभी घर नहीं आई।’
- फैमिली डॉक्टर भूपेश ने भी अंजलि के नशे में होने के दावे को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि अटॉप्सी रिपोर्ट में पाया गया है कि मृतका के पेट में अल्कोहल नहीं था।