Satyanarayan Puja Prasad: सत्यनारायण पूजा हिंदुओं द्वारा विवाह, नामकरण संस्कार और गृह-संस्कार समारोह जैसे प्रमुख अवसरों से पहले या बाद में किया जाने वाला एक समारोह है। भक्तों का मानना है कि सत्यनारायण स्वामी व्रत का पालन करने से लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मांगलिक कार्य अच्छे से सम्पन्न हो जाते हैं। सत्यनारायण स्वामी पूजा हर महीने की पूर्णिमा के दिन की जाती है।
कैसे होती है सत्यनारायण भगवान की पूजा?
पूजा की शुरुआत भगवान गणेश की प्रार्थना से होती है जो विध्न विनाशक माने जाते हैं। भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करके और उन्हें मोदक और लड्डू का प्रसाद चढ़ाया जाता है। गणेश पूजा के बाद, पुजारी सत्यनारायण कथा पढ़ते हैंजिसमें 5 अध्याय होते हैं। सत्यनारायण स्वामी के सभी 5 अध्यायों (कथाओं) को पूरा के बाद आरती की जाती है उसे बाद पूजा मं चढ़ाए गए प्रसाद का वितरण किया जाता है।
शीरा या हलवा की रेसिपी
सामग्री:
चिरोती रवा / सूजी 1 कप
चीनी 1 कप
घी he कप
दूध 2 ½ कप
इलायची 2 बारीक पिसी हुई
किशमिश और काजू
सत्यनारायण पूजा प्रसाद बनाने की विधि:
– मीडियम आंच पर एक मोटी तली या कड़ाही में 4 चम्मच घी डालें। जब घी पिघल जाए तो किशमिश और काजू को भूनें और उन्हें एक छोटे बर्तन में निकाल लें।
– अब उसी पैन में सूजी या रवा डालें और इसे अच्छी खुशबू आने तक भूनें।
– उसी पान या दूसरी कड़ाही में 2 कप दूध डालें और इसे अच्छी तरह से उबलने दें। फिर उबले हुए दूध में 1 कप चीनी मिलाएं और चीनी को घुलने दें।
– उबले हुए दूध में भुना हुआ रवा धीरे-धीरे डालें और समान रूप से हिलाएं। इससे गांठें नहीं बनती। लगभग 4 से 5 मिनट तक पकाएं जब तक कि दूध पूरी तरह सूख न जाए।
– पैन में बचा हुआ घी, भुनी किशमिश, इलायची पाउडर डालें और अच्छी तरह से हिलाएं।
– सत्यनारायण पूजा के लिए प्रसाद तैयारी है।
जरूरी टिप्स
– सूजी या रवा को अच्छी तरह भूनें वरना यह स्वाद खराब कर देगा है।