जंग जीतने के लिए रूस ने बदला कमांडर:पुतिन ने सेना के सबसे बड़े अधिकारी को सौंपी कमान, 3 महीने में सर्गेई सुरोविकिन हटाए गए

यूक्रेन जंग में रूस को लगातार नुकसान हो रहा है। यूक्रेन तेजी से रूस को हारे अपने शहर वापस छुड़वा रहा है। इस बीच पुतिन ने अब अपने कमांडर को ही बदल दिया है।अब रूस की ओर से लड़ी जा रही यूक्रेन जंग के नए कमांडर रूसी सेना के सबसे बड़े अधिकारी जनरल वालेरी गेरासिमोव होंगे।

जो रूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हैं। वालरी गेरासिमोव साल 2012 से इस पद पर हैं। वो अब सर्गेई सुरोविकिन की जगह यूक्रेन जंग की पूरी जिम्मेदारी लेंगे। सुरोविकिन पिछले तीन महीनों से यूक्रेन जंग का नेतृत्व कर रहे थे।

अपनी ताकत बढ़ाने लगे थे सर्गेई सुरोविकिन
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि आर्मी फोर्सेस की अलग-अलग ब्रांच में बेहतर तालमेल के लिए यह फेरबदल किया गया है। मिलिट्री एनालिस्ट रॉब ली के मुताबिक सुरोविकिन को इसलिए नहीं हटाया गया है कि वो यूक्रेन युद्ध में जीत नहीं पा रहे थे। बल्कि इसके पीछे राजनीतिक वजह हैं।
युद्ध का कमांडर बनने के बाद से सुरोविकिन काफी ताकतवर हो गए थे, वो रक्षा मंत्री सर्गेई शोईगू और रूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ की बजाए सीधे पुतिन से संपर्क बढ़ाने लगे थे।

अब और खतरनाक होगी जंग
मॉस्को के एक एक्सपर्ट ने अलजजीरा को बताया कि यूक्रेन युद्ध का नेतृत्व करने के लिए खुद चीफ ऑफ स्टाफ का आना काफी महत्वपूर्ण है। उनके मुताबिक अब युद्ध और बड़ा और खतरनाक होगा। वहीं कई रूसी मिलिट्री ब्लॉगर्स का मानना है कि हाल ही में युद्ध में मिल रही हार और मैकिवका में मारे गए सैनिकों की सारी जिम्मेदारी सुरोविकिन पर डाली जा रही है। उन्हें केवल मोहरा बनाया गया है।

सर्गेई सुरोविकिन ने ऐसे बढ़ाई थी यूक्रेन की दिक्कतें
सर्गेई सुरोविकिन को जंग का कमांडर बनाए जाने के बाद भले ही रूस को यूक्रेन के खरसोन इलाके को छोड़ना पड़ा हो। इसके बावजूद सर्गेई ने ड्रोन और मिसाइल अटैक कर कई बार यूक्रेन को घुटनों के बल ला दिया था। सर्गेई के नेतृत्व में रूस ने लगातार यूक्रेन के ऊर्जा केंद्रों पर हमला किया।

सितंबर में हुई थी सर्गेई सुरोविकिन की नियुक्ति
रूसी रक्षा मंत्रालय ने 8 सितंबर को यूक्रेन में रूसी सेना के ओवरऑल कमांडर के रूप में 55 वर्षीय जनरल सर्गेई सुरोविकिन की नियुक्ति का ऐलान किया था। 24 फरवरी को शुरू हुए यूक्रेन युद्ध में पहली बार पूरी रूसी सेना के लिए एक ही कमांडर की आधिकारिक तौर पर नियुक्ति की गई थी। सुरोविकिन इससे पहले रूसी एयरफोर्स की कमान संभाल रहे थे।

सुरोविकिन रूस के सबसे चर्चित जनरल में से एक हैं और रूस में उनकी पहचान देश के कई प्रमुख सैन्य अभियानों में छाप छोड़ने वाले जनरल के रूप में रही है। सर्गेई सबसे ज्यादा विख्यात या कुख्यात सीरिया में चलाए अपने ऑपरेशन की वजह से ही हुए। सीरिया में सुरोविकिन की सेवाओं के लिए उन्हें दिसंबर 2017 में हीरो ऑफ द रशियन फेडरेन अवॉर्ड से नवाजा गया था।