रिलायंस का नेट प्रॉफिट घटा, लेकिन रेवेन्यू बढ़ा:तीसरी तिमाही में प्रॉफिट 13.5% घटकर 17,806 करोड़ हुआ, रेवेन्यू 15% बढ़ा

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने दिसंबर 2022 को समाप्त तीसरी तिमाही (Q3FY23) के नतीजे घोषित किए। कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट साल-दर-साल (YoY) 13.30% कम होकर 17,806 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने पिछले साल समान तिमाही में 20,539 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। ऑपरेशन से उसका रेवेन्यू 220,592 करोड़ रुपए हो गया, जो एक साल पहले के 191,271 करोड़ रुपए के मुकाबले 15.32% ज्यादा है।

कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा- साल-दर-साल आधार पर मजबूत ग्रोथ में सभी सेगमेंट का योगदान रहा है। सभी बिजनेसेज में हमारी टीमों ने बेहतरीन काम किया है। कंपनी ने कहा कि उसका EBITDA साल दर साल 13.5% बढ़कर 38,460 करोड़ रुपए (4.6 अरब डॉलर) हो गया। डिजिटल कारोबार में सब्सक्राइबर बेस बढ़ने, कंजम्प्शन बास्केट में ग्रोथ समेत अन्य बिजनेस के अच्छे परफॉर्मेंस से EBITDA बढ़ा है।

जियो के प्रॉफिट में 28.3% की बढ़ोतरी
रिलायंस की टेलिकॉम आर्म जियो के प्रॉफिट में 28.3% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 4,638 करोड़ रुपए हो गया, जो एक साल पहले 3,615 करोड़ रुपए था। सितंबर 2022 को खत्म दूसरी तिमाही की तुलना में Q3FY23 में जियो का नेट प्रॉफिट 2.65% बढ़ा है। दूसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 4,518 करोड़ रुपए रहा था। जियो ग्राहकों के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कैरियर है।

रेवेन्यू 19% बढ़कर 22,998 करोड़ रु. हुआ
पिछले साल की समान तिमाही में 19,502 करोड़ रुपए की तुलना में ऑपरेशन से इसका रेवेन्यू Q3FY23 में लगभग 19% बढ़कर 22,998 करोड़ रुपए हो गया। दिसंबर तिमाही के लिए कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन बढ़कर 26.6% हो गया, जबकि सितंबर में यह 26.3% और एक साल पहले की तिमाही में 26.1% था। नेट प्रॉफिट मार्जिन सितंबर में 17% और पिछले साल इसी तिमाही में 26.1% के मुकाबले 17.1% पर आ गया।

ग्राहक बढ़कर 43.29 करोड़ हुए
रिलायंस जियो के ग्राहक तीसरी तिमाही में बढ़कर 43.29 करोड़ हो गए। पिछले क्वार्टर यानी (Q2FY23) में ये 42.76 करोड़ थे। एक साल पहले की समान तिमाही यानी (Q3FY22) में ये 42.10 करोड़ था। वहीं ARPU पिछली तिमाही की तुलना में इस तिमाही में 177.2 रुपए से बढ़कर 178.2 रुपए हो गया। एक साल पहले ARPU 151.6 रुपए था।

20,000 करोड़ रुपए की फंड रेजिंग को मंजूरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि उसके बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCD) के जरिए 20,000 करोड़ रुपए की फंड रेजिंग को मंजूरी दी है।