टारगेट किलिंग पर कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन:सरकार से ट्रांसफर की मांग की; महबूबा मुफ्ती का सवाल- आतंकवाद खत्म तो शर्मा को किसने मारा

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में टारगेट किलिंग में मारे गए कश्मीरी पंडित संजय शर्मा का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार में पुलिस अधिकारियों समेत कई नेता और स्थानीय लोग शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी संजय शर्मा के परिजनों से मुलाकात की। आतंकियों ने रविवार को ATM सुरक्षाकर्मी शर्मा को उस समय गोली मार दी थी, जब वह बाजार में पत्नी के साथ जा रहे थे।

वहीं, हत्या के विरोध में सैकड़ों कश्मीरी पंडितों ने जम्मू में विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री पैकेज के तहत नौकरी कर रहे कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर से बाहर ट्रांसफर की अपनी मांग दोहराई। भाजपा, शिवसेना, डोगरा फ्रंट और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने टारगेट किलिंग के खिलाफ प्रदर्शन किया। PDP प्रमुख और पूर्व CM महबूबा मुफ्ती ने सवाल किया कि अगर आतंकवाद खत्म हो गया तो उसे किसने मारा? सरकार क्या कर रही है?

कश्मीरी पंडितों की मदद करने वाले मुस्लिम आज खुद संकट में- महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिस बेदर्दी से संजय शर्मा की हत्या की गई उसके लिए हम शर्मिंदा हैं। कभी कश्मीरी पंडितों की मदद करने वाले मुस्लिम आज खुद संकट में हैं। सरकार उग्रवाद कम करने के नाम पर हमारे लोगों(मुसलमानों) को जेल भेज रही है। उन्होंने कहा कि NIA,ED टेरर फंडिंग के नाम पर छापेमारी कर रही है। मैं सरकार से मृतक की पत्नी को नौकरी देने की अपील करती हूं। उसके 3 बच्चे हैं और प्रत्येक को मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये मिलने चाहिए।

सुरक्षा का दावा फेल
प्रदर्शनकारी योगेश पंडिता ने कहा कि उनकी ड्यूटी पर लौटने के लिए सुरक्षित माहौल का सरकार का दावा बेनकाब हो गया है। पंडिता ने कहा- हम जमीनी हकीकत से पूरी तरह वाकिफ हैं। ताजा हत्या ने हमारे आत्मविश्वास को गहरा झटका दिया है और घाटी में हमारे समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर हमारी चिंता को और बढ़ा दिया है।

पत्नी के साथ बाजार जाते वक्त बैंक में सिक्योरिटी गार्ड पर हुआ हमला

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को आतंकियों ने एक कश्मीरी पंडित को गोली मार दी। घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। आतंकियों ने 40 साल के संजय शर्मा पर तब हमला किया, जब वह पत्नी के साथ सुबह 10.30 बजे मार्केट जा रहे थे। संजय अचान गांव के रहने वाले थे और बैंक में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर तैनात थे। अक्टूबर 2022 के बाद ये कश्मीर घाटी की पहली टारगेट किलिंग है।