‘’मैं बंदे पर इन्वेस्ट करता हूं। अगर बंदा अच्छा होगा, तो बिजनेस बना ही लेगा।’’
Unicorn Dreams with कुशान अग्रवाल’ में हमारे साथ हैं शार्क टैंक फेम इंडिया अमन गुप्ता। अमन गुप्ता ने 8 साल पहले यानी 2015 में boAt की शुरुआत की। आज boAt भारत की टॉप लाइफस्टाइल कंपनियों में शुमार है। उनकी कंपनी का वैल्यूएशन 11 हजार करोड़ रुपए है। आज बातें boAt की शुरुआत, जर्नी और कामयाबी के शिखर तक पहुंचने की। तो चलिए शुरू करते हैं…
कुशान: boAt की शुरुआत कब और कैसे हुई। इस नाम के पीछे क्या सोच थी?
अमन गुप्ता: ‘A फॉर ऐपल, B फॉर बोट।’ बहुत ईजी हैं! पर एक सीरियस नोट पर नाम के पीछे हमारी टैगलाइन थी- “Plug Into Nirvana”। इसका मतलब है जब आप बोट का हेडफोन यूज करते हैं तो एक अलग ही जोन में चले जाते हैं, खुद के जोन में।
कुशान: शुरुआत में आप केबल्स की मार्केटिंग करते थे। फिर हेडफोन, चार्जर और वॉचेज जैसे गैजेट्स की मार्केटिंग करने लगे। इसकी क्या वजह थी?
अमन गुप्ता: हमारा प्लान तो शुरुआत से ही ऑडियो प्लेटफॉर्म का था, लेकिन उसके लिए रिसर्च की जरूरत थी। रिसर्च में टाइम लगता है। जैसे कौन सी ऑडियो फ्रीक्वेंसी ट्यूनिंग करनी है? कौन सी फैक्ट्री सही रहेगी? इसलिए उसमें टाइम लगा। वॉचेज में तो और ज्यादा टाइम लग रहा है। जबकि केबल और चार्जर ईजी स्टार्ट था।
कुशान: boAt अपने कॉम्पिटीटर्स से कैसे अलग है? कंज्यूमर्स को अट्रैक्ट करने के लिए आपने क्या मार्केटिंग स्ट्रैटेजी अपनाई?
अमन गुप्ता: boAt एक लाइफस्टाइल ब्रांड है। इसकी कीमत कम है, अफोर्डेबल है और एस्पिरेशनल भी है। बोट की यही वाइब है।
कुशान: अगले 5 सालों में प्रोडक्ट लेवल पर क्या नया या अलग देखने को मिलेगा। आपके फ्यूचर प्लांस क्या हैं?
अमन गुप्ता: अब तो पांच साल के लिए फ्यूचर प्लान बनना बंद हो गए हैं। आज जो हम कर रहे हैं, उसी पर फोकस करते हैं। फिलहाल हम स्मार्ट वॉचेज पर काम कर रहे हैं। बाकी बाद में देखेंगे कि क्या करना है।
कुशान: शार्क टैंक का सफर कैसा रहा है? शार्क बनने के लिए किस बात ने आपको मोटिवेट किया?
अमन गुप्ता: मस्त सफर रहा। उससे अच्छी जर्नी अब तक नहीं रही। मैं एक बहुत ही अलग जिंदगी जी रहा हूं अभी, जो मैंने कभी सोची भी नहीं था।
कुशान: शार्क टैंक में कई एंटरप्रेन्योर्स अपना बिजनेस पिच करते हैं। आप किस बेसिस पर उनके बिजनेस में इन्वेस्ट करते हैं, क्या-क्या चीजें देखते हैं?
अमन गुप्ता: मैं बंदे पर इन्वेस्ट करता हूं। अगर बंदा अच्छा होगा तो वह बिजनेस बना ही लेगा।
कुशान: देश के यंग एंटरप्रेन्योर्स को एक पर्सनल और एक बिजनेस टिप क्या देना चाहेंगे?
अमन गुप्ता: मैं तो यही कहूंगा कि शुरुआत जल्दी करो और लगातार कोशिश करते रहो। अगर पहली बार में सफल होते हो तो बहुत बढ़िया। अगर पहली बार में सफल नहीं होते हो और एंटरप्रेन्योर बनने का ही इरादा है, तो कोशिश करते रहो, मेहनत करते रहो, एक न एक दिन एंटरप्रेन्योर बन ही जाओगे।
दूसरी बात कभी सिर पर मत चढ़ना। हमेशा हंबल रहो, विनम्र रहो, शांत रहो।
कुशान: क्या कोई गाना, जो आप युवाओं को डेडिकेट करना चाहते हैं?
अमन गुप्ता: मैं सबसे कहता हूं हर दिन मजे करो, पूरी तरह जियो। मुझे शाहरुख खान का एक डायलॉग याद आता हैं – ‘हंसो, जियो, मुस्कुराओ, क्या पता, कल हो ना हो।’ इसलिए, कल हो ना हो का जो थीम सॉंग है, वही डेडिकेट करना चाहूंगा- कल हो ना हो…