कृष्ण बेदी की सिरसा संसदीय क्षेत्र में दिलचस्पी:लोकसभा चुनावों में दावेदारी के आसार; बोले- कांग्रेस का दुष्प्रचार रोकने के लिए चेहरों की जरूरत

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बेदी का कहना है कि वे संगठन में काम करने के इच्छुक हैं, लेकिन बेदी के इस्तीफे की पटकथा कई महीने पहले ही लिखी जा चुकी थी। बेदी एक साल से ज्यादा समय से सिरसा लोकसभा क्षेत्र में सक्रिय है। लोकसभा क्षेत्र में ही उनके अधिकतर कार्यक्रम हुए हैं।

ऐसे में कृष्ण बेदी सिरसा लोकसभा सीट से भी आने वाले लोकसभा चुनावों में दावेदारी ठोक सकते हैं। सिरसा में ही भाजपा की सांसद सुनीता दुग्गल भी इन दिनों हर दिन वर्कर मीटिंग आयोजित कर रही है। ऐसे में टिकट के लिए मुकाबला रोचक होने के आसार है।

कांग्रेस का दुष्प्रचार रोकने के लिए चेहरों की जरूरत
पूर्व राज्य मंत्री कृष्ण बेदी का कहना है कि लोकसभा चुनावों में एक साल का समय है। कांग्रेस भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए उतरी हुई है। इसलिए दुष्प्रचार को रोकने के लिए कुछ चेहरों को फील्ड में उतरना होगा। इसलिए मैं फील्ड में काम करना चाहता हूं। हालांकि जब बेदी से पूछा गया कि वे फील्ड में पहले से ही कार्यरत है तो उन्होंने कहा कि पद पर रहते हुए कुछ मर्यादाएं होती हैं, लेकिन अब वे खुलकर कांग्रेस के दुष्प्रचार का जवाब देंगे। बेदी लोकसभा चुनाव लड़ने की बात को हंसकर टाल देते हैं।

डेरों से ले चुके हैं आशीर्वाद
पिछले एक साल से कृष्ण बेदी सिरसा के हर छोटे बड़े कार्यक्रम में सीएम के राजनीतिक सचिव के तौर पर हिस्सा ले रहे हैं। बेदी सिरसा के धार्मिक डेरों में आकर आशीर्वाद ले चुके हैं। चाहे वह कंबोज समाज का डेरा संगर साधा हो या फिर डेरा सच्चा सौदा सिरसा।

कृष्ण बेदी ने जनवरी 2023 में राम रहीम को पैरोल के दौरान ऑन लाइन सत्संग में सिरसा से जुड़कर उन्हें तीन फरवरी की नरवाना में मनाई जाने वाली कबीर दास जयंती का न्योता भी दिया था। बेदी ने डेरे के सफाई अभियान की प्रंशसा भी की थी

मोदी लहर में 3 लाख वोटों से जीती सुनीता दुग्गल
सिरसा संसदीय सीट से सुनीता दुग्गल सांसद है। दुग्गल भी स्थानीय नहीं है। किसान आंदोलन के दौरान उन्हें भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा था। 2014 में वे फतेहाबाद के रतिया सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी थी, तब वे कुछ ही वोटों से हार गई। इसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी लहर में भाजपा की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थी और कांग्रेस के अशोक तंवर को करीब 3 लाख 9 हजार वोटों से हराया था।

सिरसा संसदीय क्षेत्र में 3 विधानसभा आरक्षित
सिरसा संसदीय क्षेत्र में तीन जिलों के 9 विधानसभा सीटें है। इसमें कालांवाली, रतिया और नरवाना विधानसभा सीट आरक्षित है। कालांवाली से कांग्रेसी विधायक शीशपाल केहरवाला, रतिया से भाजपा विधायक कृष्ण नापा है, जबकि नरवाना से जजपा के राम निवास विधायक है। इसलिए विधानसभा सीटों पर बेदी की कोई दिलचस्पी नहीं है।