किंग चार्ल्स की ताजपोशी आज, 70 साल बाद समारोह:12वीं सदी का चम्मच, पवित्र तेल से अभिषेक; 1 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे

ब्रिटेन के किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला की शनिवार को वेस्टमिंस्टर ऐबे चर्च में दोपहर 3:30 बजे(भारतीय समय के मुताबिक) ताजपोशी होगी। ब्रिटिश शाही परिवार में 70 साल बाद इस समारोह का आयोजन होगा। इससे पहले 1953 में क्वीन एलिजाबेथ की ताजपोशी हुई थी। चार्ल्स की उम्र उस वक्त 4 साल थी। अब किंग चार्ल्स 74 साल के हैं।

समारोह में भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति फ्लैग बियरर्स के काफिले को लीड करेंगे। वहीं, खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद जिस रास्ते से किंग का काफिला जाएगा, वहां भीड़ जुट गई है। ताजपोशी के दौरान किंग चार्ल्स को 700 साल पुरानी सेंड एडवर्ड कुर्सी पर बैठाया जाएगा। उनके अभिषेक के लिए 12वीं सदी के सोने के चम्मच और पवित्र तेल का इस्तेमाल होगा।

क्वीन एलिजाबेथ के निधन के बाद किंग बने थे चार्ल्स
पिछले साल 8 सितंबर को क्वीन एलिजाबेथ का निधन हो गया था। तब वो 96 साल की थीं। उनकी मौत के बाद चार्ल्स को ब्रिटेन का महाराज घोषित किया गया था। हालांकि उनकी ताजपोशी अब होगी। एलिजाबेथ को भी उनके पिता किंग एल्बर्ट की मौत के बाद महारानी घोषित कर दिया गया था, लेकिन उनकी ताजपोशी सोलह महीने बाद जून 1953 में हुई थी।

किंग चार्ल्स की ताजपोशी से जुड़े अन्य अपडेट्स…

  • समारोह के लिए ड्यूक ऑफ ससेक्स प्रिंस हैरी शुक्रवार को पत्नी मेगन के बिना लंदन पहुंच गए। उनकी सेरेमनी में कोई औपचारिक भूमिका नहीं होगी।
  • किंग चार्ल्स के छोटे भाई प्रिंस एन्ड्र्यू को भी ताजपोशी समारोह में कोई भूमिका नहीं दी गई है। सेक्स स्कैंडल में फंसने के बाद चार्ल्स ने उन्हें रॉयल फैमिली से बेदखल कर दिया था।
  • किंग चार्ल्स की ताजपोशी के लिए लंदन गए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को चार्ल्स से मुलाकात की। डॉ. धनखड़ ने लंदन में भारतीय मूल के पूर्व और वर्तमान सांसदों से भी बातचीत की।