बंगले पर बवाल: दंगा, घोटाला, अय्याशी, तानाशाही बनी केजरीवाल सरकार की पहचान…, भाजपा का AAP सरकार पर हमला

वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने देवली एवं महरौली की जन चेतना सभा को संबोधित करके मुख्यमंत्री केजरीवाल के विरुद्ध शराब घोटाला, हवाला घोटाला, क्लासरूम घोटाला, दिल्ली जल बोर्ड घोटाला, डीटीसी बस घोटाला, बिजली घोटाला समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।

सत्ता के लिए किया झूठे वादे: सचदेवा

सचदेवा ने केजरीवाल द्वारा वर्ष 2013 में अपना पहला चुनाव लड़ने से पहले जनता को सौंपे एफिडेविट के बारे में कहा कि एफिडेविट में केजरीवाल ने निजी सुरक्षा, सरकारी गाड़ी, सरकारी बंगले के साथ ही स्वराज एवं लोकपाल को लेकर दिल्ली वालों से जो वादे किए थे, उन वादों पर उन्होंने दिल्लीवासियों को धोखा दिया है। केजरीवाल का मुख्यमंत्री के रूप में यह तीसरा कार्यकाल है। उनके तीनों कार्यकाल की अलग कुपहचान बनी है।

सचदेवा ने कहा कि वर्ष 2013 की पहली केजरीवाल सरकार के दौरान 26 जनवरी से पहले जंतर-मंतर पर धरना देकर एवं जनलोकपाल पर पीछे हटकर मुख्यमंत्री ने ‘केजरीवाल सरकार एक’ की पहचान बनाई थी। इसी तरह केजरीवाल दो की पहचान चुनावी रेवड़ीबाजी की फ्री स्कीमें एवं स्वराज पर धोखा बन गईं। वर्ष 2020 में तीसरी बार सत्ता में आने के तुरंत बाद हुए दिल्ली दंगे, फिर कोरोना काल में विफलता के साथ अपने राजमहल निर्माण और पत्रकारों व राजनीतिक विरोधियों से दुर्व्यवहार के चलते अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को पूरी तरह निराश किया है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि दंगा, घोटाला, अय्याशी, तानाशाही केजरीवाल सरकार की पहचान बन गए हैं। अभियान को मिल रहा जन समर्थन दर्शाता है कि अब दिल्लीवासी अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा चाहते हैं।

महाराजाओं वाली जिंदगी जी रहे हैं केजरीवाल: रामवीर बिधूड़ी

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने देवली एवं महरौली की जन चेतना सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया है। वह आम आदमी का मुखौटा पहनकर आए और अब जनता के करोड़ों रुपये लूटकर सत्ता पर विराजमान हैं। केजरीवाल ने दिल्ली के करदाताओं के 45 करोड़ रुपये अपने ऐशो-आराम पर खर्च कर दिए। उन्होंने चार कोठियों को मिलाकर राजमहल बनवा लिया है और उसमें महाराजाओं वाली जिंदगी जी रहे हैं।

उन्होंने यह राशि उस वक्त खर्च की, जब कोरोना महामारी के दौरान जनता अस्पतालों में बेड, दवाओं, चिकित्सकों और आक्सीजन के लिए भटक रही थीं और सड़कों पर मौतें हो रही थीं। उन्होंने कहा कि आबकारी घोटाले के अलावा हवाला घोटाला, क्लास रूम घोटाला, दिल्ली जल बोर्ड घोटाला, डीटीसी बस घोटाला, बिजली घोटाला आदि इतने घोटाले किए हैं कि पूरी सरकार ही भ्रष्टाचार में दबी हुई है।

बिधूड़ी ने कहा कि ऐसा किसी राज्य सरकार में नहीं हुआ कि उसके दो-दो मंत्री जेल में हों और उन्हें जमानत भी नहीं मिल रही हो। इतना होने पर भी केजरीवाल को शर्म नहीं आ रही। भाजपा अब केजरीवाल की पोल खोलने के लिए सड़कों पर उतर आई है और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक केजरीवाल को कुर्सी से हटा नहीं दिया जाएगा।