पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल के पास विरासती मार्ग पर 32 घंटों के बाद दोबारा से धमाका हो गया है। सुबह का समय होने के कारण कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। यह ब्लास्ट उसी जगह के पास हुआ, जहां शनिवार देर रात घटना घटी थी। अभी तक पुलिस पहले हुए ब्लास्ट के कारण का पता नहीं लगा पाई है और इसी बीच अब दोबारा से ब्लास्ट हो गया।
इस मामले में पुलिस अभी चुप्पी साधे हुए है। सुबह ब्लास्ट की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह खुद मौके पर पहुंच गए। उनके साथ डिटेक्टिव DCP और ACP गुरिंदरपाल सिंह नागरा भी मौजूद हैं।
घटना के बाद अमृतसर पुलिस का बम रोधक दस्ता और फोरेंसिक विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंच गई। मेटल डिटेक्टर से आसपास का एरिया खंगाला जा रहा है। सीवरेज लाइनें व गटर की भी जांच की जा रही है।
फोरेंसिक विभाग की टीमें भी जांच में जुटी
बीआर अंबेडकर की प्रतिमा से महाराजा रणजीत सिंह बुत वाले चौक तक एक तरफा रास्ता बंद कर दिया गया है। संदिग्ध चीजों को एकत्रित किया जा रहा है। पुलिस अभी भी इस मामले में कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं है। 32 घंटों में दूसरा ब्लास्ट और इसके कारणों का ना पता लगने से चिंता बढ़ रही है।
शनिवार को हुए धमाके में 6 श्रद्धालु घायल
इससे पहले शनिवार देर रात करीब 12 बजे हेरिटेज स्ट्रीट पर धमाका हुआ था। इस धमाके से सारागढ़ी पार्किंग में खिड़कियों पर लगा कांच टूटने से 5 से 6 श्रद्धालु घायल हो गए थे। डीसीपी परमिंदर सिंह भंडाल ने कहा कि फोरेंसिक टीम को स्पॉट से संदिग्ध कुछ 3-4 पीस मिले हैं। जिसे जांच के लिए भेज दिया गया है।
पहले चिमनी का ब्लास्ट समझ रही थी पुलिस
इस हादसे को पुलिस पहले पास के रेस्टोरेंट में चिमनी के ब्लास्ट को कारण बता रही थी, लेकिन जब सुबह जांच शुरू हुई तो पुलिस के तथ्य बदल गए। डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर परमिंदर सिंह भंडाल ने बताया कि यह हादसा चिमनी के ब्लास्ट से नहीं हुआ था। कुछ संदिग्ध चीजें मिली, जिन्हें फोरेंसिक विभाग की टीमों ने कब्जे में लिया है।
ब्लास्ट का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं
शनिवार रात हुए ब्लास्ट का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पूरे दिन की मेहनत के बाद पुलिस को एक सीसीटीवी ही मिली, वे भी काफी दूर से थी। जिससे स्पष्ट हुआ कि यह कोई चिमनी का ब्लास्ट नहीं है, बल्कि जमीन पर हुआ धमाका है और उसमें से आग भी निकली है।