इमरान के घर की तलाशी का वारंट:दावा- वहां से भागे 14 आतंकी पकड़े; PTI नेताओं पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा

पाकिस्तान में पंजाब सरकार की टीम शुक्रवार काे सर्च का वारंट लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जमां पार्क स्थित घर पहुंची और घर में घुसे ‘आतंकियाें’ काे साैंपने और सर्च पर बात की। हालांकि, सहमति नहीं बनी और टीम रात में लाैट गई।

इससे पहले पंजाब के सूचना मंत्री आमिर मीर ने दावा किया था कि घर में आतंकी घुसे हुए हैं और वहां से भागते हुए 14 आतंकियाें काे गिरफ्तार किया गया है। उन्हाेंने कहा कि 2200 वांटेड की सूची इमरान काे दी गई है। इमरान खान ने कहा कि वे हाई काेर्ट के आदेश के मुताबिक केवल एक व्यक्ति काे सर्च की इजाजत देंगे। उन्हाेंने वांटेड बताकर पार्टी के 7500 लाेगाें काे पकड़ा है।

PTI नेताओं पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा
इमरान की गिरफ्तारी के बाद ही उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के हजारों समर्थकों और नेताओं की गिरफ्तारी कर नेताओं पर पार्टी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद लाहौर में कोर कमांडर मुख्यालय ‘जिन्ना हाउस’, रावलपिंडी में सैनिक मुख्यालय सहित सैन्य दुकानों और घरों पर हमलों काे इसके लिए आड़ बनाया जा रहा है।

इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर इन हमले की निंदा का अभियान चलाया जा रहा है। 11 मई काे ही सेना के समर्थन में बैनर लगा दिए गए। कार रैलियां और कैंडल मार्च किए जा रहे हैं। 9 मई की घटना के बाद 18 नेता पार्टी छोड़चुके हैं और 50 और छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

सेना के समर्थन में कट्टरपंथी संगठन, मौलाना फारूकी का देश भर में रैलियों का ऐलान
इमरान की पार्टी के विरोध और सेना के समर्थन में कट्टरपंथी संगठन सामने आ रहे हैं। जिन्ना हाउस पर हमले के विरोध में कट्टरपंथी संगठन अहले सुन्नत वल जमात (एएसडब्ल्यूजे) के नेता मौलाना औरंगजेब फारूकी ने देश भर में रैलियों का ऐलान किया है।

आतंकी एजेंसी एनएसीटीए के अनुसार सैकड़ों शियाओं की हत्या में शामिल रहा है। 2012 में उस पर प्रतिबंध लगा था। मानवाधिकारवादी कार्यकर्ता इस्मत शाहजहां का कहना है कि इमरान की गिरफ्तारी के बाद हुए हमलों की निंदा करनी चाहिए। लेकिन हमलाें के विराेध में प्रतिबंधित संगठनाें का सड़क पर उतरना और सेना के समर्थन में प्रदर्शन करना काेई बहुत अच्छा नहीं है।

मार्शल लाॅ में भी ऐसा दमन नहीं हुआ: खान
इमरान खान ने कहा है कि ऐसा दमन जिया उल हक और परवेज मुशर्रफ के मार्शल लाॅ के दाैरान भी नहीं हुआ। वे साेचते हैं कि हम भेड़ें हैं जिन्हें डराकर झुकाया जा सकता है लेकिन हम इंसान हैं और हम अल्लाह के अलावा किसी के सामने नहीं झुकते। इस बीच 9 मई की हिंसा के तीन मामलाें में 2 जून तक इमरान खान की गिरफ्तारी काे अदालत ने राेक दिया है।

पीटीआई में इस्तीफाें का सिलसिला जारी

पीटीआई से इस्तीफाें का सिलसिला जारी है। खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व मंत्री माे. इकबाल वजीर ने इस्तीफा देते हुए कहा है कि ऐसी पार्टी में बने रहने काे उपकी जमीर गवारा नहीं कर रहा है जाे राज्य संस्थानाें पर हमले करा रही हाे। वहीं, 9 मई की हिंसा के लिए पीटीआई के एक और नेता और सिंध के पूर्व गवर्नर इमरान इस्माइल काे उनके घर से गिरफ्तार किया गया है।

क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस

  • सरकार के मुताबिक खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी।
  • इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने अल कादिर मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
  • होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।