ऑस्ट्रेलिया में समुद्री तट पर 51 पायलेट व्हेल की मौत:46 को बचाने की कोशिश जारी; स्कॉटलैंड में भी हुई थी 55 व्हेल्स की मौत

ऑस्ट्रेलिया के समुद्री तट पर 51 पायलट व्हेल की मौत हो गई। बुधवार सुबह पार्क और वाइल्डलाइफ सर्विस ने बताया कि पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के चीनेस बीच पर करीब 100 पायलट व्हेल्स पहुंची थीं। यहां फंसे रहने के बाद रात भर में 51 पायलट व्हेल की मौत हो गई। उन्होंने कहा- हम बाकी 46 व्हेल को गहरे पानी में भेजने की कोशिश कर रहे हैं।

द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार की सुबह पायलट व्हेल का एक ग्रुप अल्बानी से 60 किलोमीटर पूर्व में चेनेस बीच के पास तैरते देखाई दिया था। इसके बाद शाम होने तक व्हेल का ग्रुप समुद्र के किनारे पहुंचने लगा और शाम तक चीनेस बीच व्हेल से ढक गया। इसके बाद मरीन एक्सपर्ट्स और कई वॉलंटियर्स ने रातभर बीच के पास कैंपिंग की।

डॉक्टर्स-एक्सपर्ट्स की टीम ने रातभर तट पर की कैम्पिंग
इस टीम में पर्थ चिड़ियाघर के डॉक्टर्स, एक्सपर्ट्स जहाज और स्लिंग्स के साथ दूसरे सभी इक्विपमेंट लेकर मौजूद थे। इन लोगों को ऑस्ट्रेलिया के एनिमल लवर्स और दूसरे कई लोगों ने मदद की पेशकश भी की। विशेषज्ञों ने बताया कि व्हेल्स का अचानक से तट पर पहुंचना असामान्य है और ये पॉड में किसी बीमारी के फैलने का भी संकेत हो सकता है। हालांकि, व्हेल तट पर क्यों पहुंच रही हैं इसकी सही वजह अभी सामने नहीं आई है।

इससे करीब 1 हफ्ते पहले स्कॉटलैंड के आइल ऑफ लुइस पर ट्रैग म्होर समुद्र तट पर भी 55 व्हेल्स की मौत हो गई थी। 23 जुलाई को सूचना मिली थी कि समुद्र के किनारे कई व्हेल्स फंसी हुई हैं। इसके बाद पुलिस, रेस्क्यू टीम और कोस्ट गार्ड की टीम तट पर पहुंची थी, लेकिन तब तक ज्यादातर व्हेल्स की मौत हो चुकी थी।

पिछले साल न्यूजीलैंड में 500 पायलट व्हेल की हुई थी मौत
पिछले साल न्यूजीलैंड में दो अलग-अलग घटनाओं में करीब 500 पायलट व्हेलों के फंसने से इसी तरह की मौत हो गई थी. इसके बाद प‍िछले साल ऑस्‍ट्रेल‍िया में भी मैक्वेरी हार्बर के पास लगभग 230 व्हेल फंस गई थीं, ज‍िनमें से 200 की मौत हो गई थी।

क्या होती हैं पायलट व्हेल?

  • पायलट व्हेल समुद्री डॉलफिन की एक प्रजाति है, जो समूह में यात्रा करती हैं। ये समुद्र तट पर अपने समूह के एक लीडर (पायलट) को फॉलो करती हैं और ग्रुप में किसी साथी के घायल हो जाने पर उसके आसपास बड़ी संख्या में इकठ्ठा हो जाती हैं।
  • एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पायलट व्हेल हमेशा एक साथ रहती हैं। अगर कोई एक व्हेल कहीं फंस जाती है तो बाकी सब भी उसके पीछे जाने लगती हैं। यही वजह है कि समुद्री तट के किनारे एक साथ इतनी सारी व्हेल्स की मौत हो रही है।
  • बताया जाता है कि कई बार कोई एक व्हेल किनारे पर आ जाती है और फिर तकलीफ में दूसरी व्हेलों के पास संकेत भेजती है। उस व्हेल के सिग्नल्स मिलने पर दूसरी व्हेल्स भी उसके पास आने लगती हैं और फंसती चली जाती हैं। व्हेल एक्सपर्ट का कहना है कि पानी के स्तर के कम होने पर भी कई बार ये भटक जाती हैं।