राजस्थान के मुस्लिम युवकों नासिर-जुनैद हत्याकांड में वांटेड मोनू मानेसर सोमवार यानी आज नूंह (मेवात) में निकाली जाने वाली बृजमंडल यात्रा में शामिल होगा। मोनू मानेसर ने खुद कल वीडियो जारी कर यह बात कही, जिसके बाद राजस्थान पुलिस भी हरकत में आ गई है। राजस्थान के भरतपुर की एक पुलिस टीम मोनू को पकड़ने के लिए नूंह पहुंच गई है। भरतपुर के SP मृदुल कच्छावाह ने इसकी पुष्टि की।
मोनू मानेसर का कल का वीडियो राजस्थान पुलिस के लिए चैलेंज माना जा रहा है। नासिर-जुनैद को किडनैपिंग के बाद मारपीट कर जिंदा जलाने के आरोपी होने के बावजूद वह इस तरह खुलेआम यात्रा में शामिल होने की बात कह रहा है।
दोपहर में एक बजे शुरू होगी यात्रा
विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गावाहिनी की तरफ से हर साल नूंह इलाके में बृजमंडल यात्रा निकाली जाती है। बृज मंडल के बजरंग दल व गौरक्षा दल द्वारा एक बजे नूंह से हरी झंडी दिखाकर यात्रा शुरू की जाएगी। फिरोजपुर झिरका के गांव सिगार में इसका समापन होगा। इस पूरी यात्रा को लेकर नूंह पुलिस भी पूरी तरह एक्टिव है। यात्रा को लेकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इसी में मोनू ने शामिल होने का दावा किया है।
जानिए.. कल जारी वीडियो में मोनू मानेसर ने क्या कहा…
एक दिन पहले मोनू मानेसर ने वीडियो जारी करके कहा-” जय गौमाता, जय श्रीराम, मैं आपका भाई मोनू मानेसर, बजरंग दल प्रांत गौरक्षा प्रमुख, हरियाणा से। सभी भाइयों को बड़ी खुशी के साथ बताया जा रहा है कि 31 जुलाई 2023 दिन सोमवार को मेवात बृजमंडल यात्रा है। सभी भाई बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मेवात के सभी मंदिरों में जाएं। ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाएं। हम खुद यात्रा में शामिल रहेंगे। हमारी पूरी टीम इस यात्रा में शामिल होगी। मोनू मानेसर भिवानी में 2 मुस्लिम युवकों को किडनैप कर बोलेरो में जिंदा जलाने के केस में पिछले 5 महीने से फरार है।
क्या है नासिर-जुनैद हत्याकांड, जिसमें मोनू मानेसर का नाम
इसी साल 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में बोलेरो गाड़ी में 2 जली हुई लाशें मिली थीं। छानबीन में पता चला कि यह लाशें राजस्थान के गोपालगढ़ के जुनैद और नासिर की थीं। जांच में पता चला कि उन्हें हरियाणा के कुछ गौरक्षकों ने मिलकर किडनैप किया। फिर जमकर मारपीट करने के बाद थाने ले गए। हालांकि नासिर-जुनैद की हालत खराब होने की वजह से पुलिस ने कस्टडी में लेने से इनकार कर दिया।
इसके बाद आरोपी पकड़े न जाएं, उन्होंने दोनों को भिवानी के लोहारू में बोलेरो गाड़ी में जिंदा जला दिया। इसमें कई गौरक्षकों के नाम सामने आए, जिसमें सबसे प्रमुख नाम मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव का था। हालांकि मोनू ने एक वीडियो जारी करके इनकी हत्या में किसी तरह का हाथ होने से इनकार कर दिया था।
उधर, राजस्थान में जुनैद और नासिर के घरवालों ने 15 फरवरी को मोनू समेत 5 लोगों के खिलाफ अपहरण की नामजद FIR दर्ज कराई थी। 22 फरवरी को राजस्थान पुलिस ने 8 आरोपियों की फोटो जारी की, उनमें मोनू का नाम नहीं था। 6 जून को कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में फिर मोनू का नाम शामिल किया गया। उसके बाद से राजस्थान पुलिस के कागजों में मोनू मानेसर फरार बताया जा रहा है।