कामना पाठक बोलीं- मौका मिला तो शो पर लौटूंगी:हप्पू की उलटन पलटन में किया था रज्जो का रोल, रोड एक्सीडेंट के बाद छोड़ा शो

टीवी सीरियल ‘हप्पू की उलटन पलटन’ में रज्जो के किरदार से घर-घर में अपनी पहचान बनाने वाली कामना पाठक ने शो छोड़ दिया है। अब इस शो में उनकी जगह गीतांजलि मिश्रा आ रही है। उन्होंने सीरियल छोड़ने का कारण रोड एक्सीडेंट बताया, जिससे अभी भी वे सदमे में हैं।

सवाल- ‘हप्पू की उलटन पलटन’ से छोड़ने का फैसला क्यों लिया ?
जवाब- देखिए, जिस काम ने मुझे बनाया है मैं उसके लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। अब बात तबीयत की आती है। मेरा मेजर एक्सीडेंट हो गया था, उससे मुझे बहुत तकलीफ हो रही थी। मुझे बाहरी तौर पर कोई चोट तो नहीं लगी है लेकिन शरीर के बाएं भाग में सिर से लेकर घुटने तक इंटरनल इंजरी है।

इससे भी ज्यादा दिमागी तौर पर अब भी स्वस्थ नहीं हूं, इसलिए मजबूर होकर मुझे ब्रेक लेना पड़ा। मैंने तो तब भी शूट किया था जब मुझे चोट लगी थी क्योंकि रज्जो के किरदार से मुझे बेहद प्यार है। मैं थिएटर से आई हूं, सो यही सीखा है कि कैसे भी सिचुएशन हो, शो आगे बढ़ते रहना चाहिए। लेकिन तबीयत साथ नहीं दे रही थी, इसलिए इस शो से ब्रेक लेना पड़ा।

सवाल- आपने शो छोड़ दिया, इसे लेकर लोगों से आपको क्या रिएक्शन मिला ?
जवाब- इस दौरान प्रोडक्शन वालों ने मेरी बहुत मदद की। मुझे कभी एक दिन का ब्रेक मिल जाता था, लेकिन सभी बिना ब्रेक काम करना पड़ा। दरअसल, ऐसे कोई खुशी-खुशी काम नहीं छोड़ता है। मेरा जब एक्सीडेंट हुआ था, उसके कुछ दिन पहले मेरी मां को हार्ट अटैक आ गया, जिससे उन्हें आईसीयू में एडमिट होना पड़ा।

मैंने अपने एक्सीडेंट के दस दिन बाद वापस शूट करना शुरू कर दिया था। हालांकि डॉक्टर की परमिशन नहीं थी। लेकिन प्रोडक्शन वालों की तकलीफ थी कि आखिर शो कैसे प्ले करें, जबकि मैं लीड रोल प्ले कर रही थी। इस बीच धीरे-धीरे तकलीफ ज्यादा बढ़ गई, उसके बाद लगा कि अब ब्रेक लेना जरूरी है।

सवाल- आपका एक्सीडेंट कब, कैसे और कहां हुआ ?
जवाब- यह एक्सीडेंट शूटिंग से लौटते समय हाईवे पर हुआ था। इस हादसे को कुछ महीने हो गए। हाईवे पर दो गाड़ियों के बीच मेरी गाड़ी आ गई। सामने वाली गाड़ी ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया, फिर तो मेरे पीछे वाली गाड़ी ने भी मेरी गाड़ी से आकर टकरा गई। इस तरह दो गाड़ियों के बीच मेरी गाड़ी आ गई। पूरे एयर बैग्स वगैरह निकल आए। कुल मिलाकर भगवान की कृपा और लोगों को प्यार रहा, जिससे बच गई। इस समय इंदौर में हूं। इस एक्सीडेंट के बाद दिमाग में एक सदमा बैठ गया है। अब उससे ऊबर रही हूं।

एक्सीडेंट के बाद मैक्सिमम ड्राइवर 30-35 kph की रफ्तार से गाड़ी चलाने के लिए बोलती हूं। अगर 40 तक स्पीड होते ही उसे टोक देती हूं। अपने ड्राइवर को थैंक्यू बोलूंगी कि वह इतने अच्छे से गाड़ी चलाता है। आखिर 35-40 की स्पीड में कौन गाड़ी चलाता है, लेकिन ड्राइवर को बोलती हूं कि और धीरे चलाओ, तब मेरा कहना मान जाते हैं। दरअसल, यह चीजें मेरे दिमाग से जा नहीं रही हैं। अब भी गाड़ी में बैठती हूं, तब वह चीजें मेरे दिमाग में आ जाती हैं।

सवाल- अच्छा, आपकी जगह शो में एंट्री लेने वाली गीतांजलि मिश्रा ने आपसे कुछ सलाह या टिप्स ली है?
जवाब- नहीं, उनसे मेरी कोई बातचीत नहीं हुई।

सवाल- आप शो से ब्रेक लेने की बात कह रही हैं। क्या भविष्य में वापस लौटेंगी?
जवाब – सच में इसका मुझे कोई आइडिया नहीं है। शो में आगे क्या हो रहा है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैंने कुछ समय से शो नहीं देखा, लेकिन लोग बता रहे हैं कि अभी भी मैं दिख रही हूं। मुझे लगता है कि पूरे जुलाई तक आऊंगी, क्योंकि जुलाई तक की शूटिंग कंप्लीट करके आई हूं।

सवाल- क्या उम्मीद की जाए कि कब तक काम पर लौटेंगी?
जवाब- देखिए, अब कितना समय लगता है। अभी बात मां-बाप की भी है। मां को हार्ट अटैक आया था, सो उनके इलाज और देखभाल के लिए इंदौर आई हुई हूं। उनको समय देना बहुत जरूरी है। मैं बार-बार कहती हूं कि उनसे मेरा वजूद है। उनकी वजह से आज मैं यहां पर हूं। माता-पिता मुझे मेंटली बहुत ताकत देते हैं, जिससे अच्छा काम कर पाती हूं। अभी समय है। जैसे ही चीजें अच्छे से हो जाती हैं। मैं स्वस्थ हो जाऊंगी, मेरे माता-पिता स्टेबल हो जाएंगे, तब डेफिनेटली काम करना चाहूंगी।

मुझे खुद पर बहुत यकीन है कि आगे जो भी काम करूंगी, बहुत अच्छा काम करूंगी। जब लौटूंगी, उसी ताकत और उसी एनर्जी के साथ वापस आऊंगी। मुझे इस बात पर भी यकीन है कि जनता मुझे प्यार देगी। मैंने रज्जो के किरदार को बनाया है। मैं बूढ़ी हो जाऊंगी, तब भी मुझसे बोला जाएगा कि रज्जो के किरदार में आना है, तब एक्शन बोलते ही रेडी हो जाऊंगी। मैंने बतौर एक्टर रज्जो को बड़ी मेहनत से बनाया है। मेरा एक्सीडेंट और माता-पिता की तबियत खराब नहीं हुई होती, तब मैं ब्रेक नहीं लेती।

सवाल- अभी-अभी आपकी शादी हुई है। शादीशुदा जिंदगी कैसी चल रही है ?
जवाब- देखा जाए तो मैं अपने मायके इंदौर आई हूं और पतिदेव वनवास काट रहे हैं। मेरे पति मुझे बखूबी समझते हैं। उनका बहुत बड़ा सपोर्ट रहा है। मेरा जब एक्सीडेंट हुआ था, तब वे अपना काम करते-करते मेरे लिए सारी चीजें उपलब्ध करवाने में लगे रहते थे। पति से हमेशा मेंटली सपोर्ट मिलता आया है। पूरी उम्मीद है कि हमारे बीच आगे भी इसी तरह से सपोर्ट बना रहेगा।

सवाल- OTT का बोलबाला है। इस बारे में क्या सोचती हैं ? क्या वापसी के बाद इस पर आएंगी ?
जवाब- देखिए, किरदार पर चीजें निर्भर करती हैं। OTT ने बहुत लोगों को काम दिया है। कलाकारों के लिए यह बहुत अच्छा समय है। पहले सिर्फ थिएटर, सीरियल और फिल्में ही हुआ करती थी। लेकिन आज OTT के लिए सीरीज के साथ फिल्में भी बन रही हैं। OTT पर आप वर्ल्ड सिनेमा देख सकते हैं और इससे सीखने को भी बहुत मिल रहा है।