लड़की बहुत सुशील है, शादी के बाद सारी जिंदगी खुशी से कटेगी, लेकिन बिना तलाक लिए तीसरी शादी करने वाली विवाहिता ने शादी के 3-4 दिन बाद ही अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए। खाना-पीना छोड़ कहने लगी मैं यहां नहीं रहूंगी, मेरा दम घुटता है। विवाहिता शादी में शगुन के तौर पर चढ़ाए सभी जेवर, कपड़ा और कैश भी ले उड़ी।
मामला अंबाला जिले के शहजादपुर का है। कबाड़ी के व्यापारी को शातिर गिरोह ने कुंवारी लड़की से शादी करा कर अपने जाल में फंसाया था। पीड़ित द्वारा पड़ताल में सामने आया कि युवती पहले भी 2 बार शादी करके 2 लोगों को अपना शिकार बना चुकी है।
शहजादपुर निवासी गौरव गुप्ता ने बताया कि उसकी गांव बरवाला (पंचकूला) में कबाड़ी की दुकान है। उसके दोस्त अंकुश अरोड़ा उर्फ आशु के जरिए शेरगढ़ निवासी मंदेश से उसकी मुलाकात हुई। मंदेश ने कुंवारी लड़की से शादी कराने की बात कही। आरोपी ने अलका नामक युवती के बारे में बताया। उसने कहा कि मैं तुम्हारी इससे शादी करा दूंगा। लड़की काफी सुशील और अच्छे परिवार से है।
घर दिखाने पर टालमटोल कर दिया
गौरव गुप्ता ने बताया कि मई 2023 में आरोपी मंदेश ने उसकी मां व भाई से शादी की बात की। धोखाधड़ी की नीयत से आरोपी व उसके दोस्त श्याम ने अलका व उसके परिवार के बारे में बढ़ा चढ़ा कर बताया। कहा कि परिवार बहुत अच्छा है। शादी के बाद सारी जिंदगी खुशी से कटेगी। वे आरोपियों की बातों में फंस गए। 28 मई को यमुनानगर के बिलासपुर में अलका और उसकी मां से मुलाकात हुई। जब उन्होंने घर देखने की इच्छा जाहिर की तो टालमटोल कर दिया।
81 हजार हड़पे, शादी का खर्चा भी खुद किया
गौरव के अनुसार, जल्दबाजी में शादी की तारीख पक्की कर ली गई। 4 जून को शादी होनी तय हुई। आरोपियों ने कहा कि शादी नारायणगढ़ में करनी है। हम सभी अपनी लड़की को लेकर नारायणगढ़ आ जाएंगे। शादी का सारा खर्चा लड़के वालों को ही करना होगा। अगले दिन आरोपी मंदेश उनके घर आया और रिश्ता कराने की एवज में 1 लाख रुपए की डिमांड की। 70 हजार रुपए एडवांस और 11 हजार रुपए शादी वाले दिन दिए।
जेवर, कपड़े और कैश ले उड़ी युवती
शिकायतकर्ता गुप्ता ने बताया कि शादी में उसके घर वालों ने लाखों रुपए के जेवर, कपड़े व पैसे दिए। शादी के 3-4 दिन बाद उसकी पत्नी अलका घर में क्लेश करने लगी। कहने लगी कि मेरा यहां मन नहीं लग रहा। 11 जून को वे अलका को मिलवाने के लिए उसके मायके ले गए। उसी दिन शाम को वापस शहजादपुर आ गए। अलका ने अगले दिन दोबारा फिर घर में क्लेश कर दिया।
कहने लगी कि मैं यहां नहीं रहूंगी, मेरा यहां दम घुटता है। उसने अलका के पिता श्रवण को भी सारी बात कराई, लेकिन इसके बाद अलका ने खाना-पीना छोड़ दिया। उन्होंने दोबारा अलका की माता रजनी से फोन पर बात की तो उसने कहा कि आज अलका को उनके पास छोड़ जाओ। हम 4-5 दिन बाद भेज देंगे। उसी दिन शाम को वे अलका को मायके छोड़ आए, लेकिन उसकी पत्नी दोबारा नहीं लौटी।
फर्जी केस में अंदर कराने की धमकी
गौरव के अनुसार, शक होने पर उन्हें पड़ताल कराई तो पता चला कि यह एक गिरोह है, जो लोगों के साथ शादी कराकर ठगी करता है। अलका की यह तीसरी शादी थी। पहले भी आरोपी अलका 2 बार शादी करके पैसे ऐंठ चुकी है। जब उन्होंने बिचौलियों से बातचीत की तो समझौता कराने के नाम पर 2 लाख रुपए की डिमांड की गई। उनको धमकी दी गई कि अगर तुमने लड़की वालों को पैसे नहीं दिए तो झूठे केस में फंसा देंगे।