टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप से पहले कहा कि वे 2019 वर्ल्ड पर की तरह परफाॅर्म करना चाहते हैं। इसलिए वे 2019 वाले फेज में आने की कोशिश कर रहे हैं।
रोहित ने न्यूज एजेंसी PTI से एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मैं खुद को कैसे टेंशन फ्री रखता हूं। वर्ल्ड कप तक मैं क्रिकेट के अलावा बाहरी दुनिया से जुड़ी चीजों से दूर चाहता हूं। मैं उस फेज और मूड में जाना चाहता हूं जिसमें मैं 2019 वर्ल्ड कप से पहले था।
रोहित ने कहा – 2019 वर्ल्ड कप से पहले मैं बेस्ट फेज में था
रोहित ने कहा- 2019 वर्ल्ड कप के दौरान मैं अच्छी मानसिक स्थिति में था और टूर्नामेंट के लिए मैंने वास्तव में अच्छी तैयारी की थी। वनडे वर्ल्ड कप 2019 में रोहित ने 5 शतक लगाए थे और टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर थे।
रोहित ने आगे कहा कि, 2019 वाले फेज में आने के लिए अभी मेरे पास समय है। मैं यह याद करने की कोशिश कर रहा हूं कि एक क्रिकेटर और एक व्यक्ति के रूप में 2019 वर्ल्ड कप से पहले मैं क्या सही चीजें कर रहा था।
मुझे खुद को बदलने की जरूरत नहीं – रोहित
IPL और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल को ले कर रोहित बोले कि, मुझे नहीं लगता कि एक रिजल्ट या एक चैंपियनशिप मुझे एक व्यक्ति के रूप में बदल सकती है। मैं पिछले 16 सालों में एक व्यक्ति के रूप में नहीं बदला हूं और मुझे नहीं लगता कि उस मोर्चे पर कुछ भी बदलने की जरूरत है।
मेरा और मेरी टीम का ध्यान इस बात पर होगा कि हम अगले दो महीनों में अपने टारगेट को कैसे हासिल कर सकते हैं।
इंडिविजुअल अचीवमेंट को लेकर रोहित बोले कि, मैं आंकड़ो विश्वास रखने वाला खिलाड़ी नहीं हूं। आपको खुश रहना चाहिए और जो समय आपके सामने है उसका आनंद लेना चाहिए और उस तरह के पल को जीने की कोशिश करनी चाहिए। मैं इस बारे में सोच रहा हूं कि मुझे किस चीज से खुशी मिलती है।
चयन नहीं होने पर खिलाड़ियों को कारण बताना जरूरी
वर्ल्ड कप टीम सिलेक्शन को ले कर रोहित ने कहा कि, वर्ल्ड कप का टीम सिलेक्शन बहुत मुश्किल होगा। अब तक कोच राहुल द्रविड़ और मैंने खिलाड़ियों को यह समझाने की पूरी कोशिश की है कि वे टीम में क्यों नहीं हैं।
जब भी स्क्वॉड की और प्लेइंग इलेवन की घोषणा होती है, हम खिलाड़ियों से आमने-सामने बात करते हैं। एक-एक करके सबको बताते है कि उन्हें क्यों नहीं चुना गया। ऐसा नहीं है कि मुझे यह व्यक्ति पसंद नहीं है, इसलिए मैं उसे हटा रहा हूं। कप्तानी व्यक्तिगत पसंद-नापसंद पर आधारित नहीं होती है।
जब 2011 वर्ल्ड कप टीम में नाम नहीं था तब युवराज सिंह ने समझाया था
2011 वर्ल्ड कप में चयन नहीं होने पर रोहित बोले कि, स्क्वाड में नाम नहीं आने पर मैं दुखी था और अपने कमरे में बैठा था और मुझे नहीं पता था कि क्या करना है। मुझे याद है कि युवराज सिंह ने मुझे अपने कमरे में बुलाया था और डिनर के लिए बाहर ले गए थे।
उन्होंने मुझे समझाया और कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि आपके सामने इतने सारे साल हैं। वर्ल्ड कप के दौरान आप अपने गेम, स्किल पर कड़ी मेहनत करों और वापसी करो। आप भारत के लिए जरूर खेलेंगे और आपको वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिलेगा।
सालों से पुल शाॅट खेल रहा हूं, अब प्रैक्टिस नहीं करता
रोहित ने कहा कि, मैंने अंडर-17 और अंडर-19 दिनों से पुल शॉट पर काम किया है। अब मैं प्रैक्टिस के दौरान विशेष रूप से इस शॉट का अभ्यास नहीं करता। अगर मुझे कोई बाॅल शॉर्ट पिच लगती है तो मैं पुल खेलता हूं। गेंदबाज सिर्फ शॉर्ट गेंदबाजी नहीं करेंगे, इसलिए प्रैक्टिस के दौरान मैं बाॅलर्स से कहता हूं कि वे जिस तरह से चाहते हैं उसी तरह से गेंदबाजी करें।