RSSB का 3 दिन में दूसरी बार फेक कैलेंडर वायरल:देशभर में ट्रेंड कर रही अध्यक्ष आलोक राज को हटाने की मांग

राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। सोशल मीडिया पर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) का फेक कैलेंडर एक बार फिर वायरल हो रहा है। इसके बाद अब युवाओं ने कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज के स्थिति की मांग तेज कर दी है। युवाओं का यह अभियान अब देशभर में ट्रेंड कर रहा है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा 12 भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर वायरल हो रहा है। इसमें सूचना सहायक सीधी भर्ती, कनिष्ठ लेखाकार सीधी भर्ती, संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता सीधी भर्ती, संविधान नर्स भर्ती, कृषि पर्यवेक्षक भर्ती, सुपरवाइजर भर्ती उपकरपाल भर्ती, छात्रावास अधीक्षक भर्ती, पर्यवेक्षक महिला सीधी भर्ती और कनिष्ठ अभियंता सीधी भर्ती परीक्षाओं के आयोजन की तारीख और वक्त जारी किया गया था। जैसे ही यह कैलेंडर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके कुछ ही देर बाद कर्मचारी चयन बोर्ड ने इस फर्जी करार दिया।

कर्मचारी चयन बोर्ड के सचिव संजय कुमार माथुर ने बताया- सोशल मीडिया पर भर्ती परीक्षाओं की तारीख को लेकर जो कैलेंडर जारी किया गया है। वह पूरी तरह से गलत और फर्जी है। बोर्ड द्वारा इस तरह के किसी कैलेंडर को जारी नहीं किया गया है। ऐसे में अभ्यर्थी सिर्फ उन्हीं सूचनाओं को अधिकृत माने। जो बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड की गई है।

बता दें कि इससे पहले 25 अगस्त को भी कर्मचारी चयन बोर्ड का फर्जी कैलेंडर जारी किया गया था। इसके बाद से ही संशोधित कैलेंडर जारी करने की मांग उठ रही थी। एक बार फिर फर्जी कैलेंडर ने युवाओं की उम्मीद पर पानी फेर दिया है।

वहीं, फर्जी कैलेंडर से परेशान होकर राजस्थान के युवाओं ने कर्मचारी चयन बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष आलोक राज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर जहां आलोक राज को हटाने की मांग शुरू हो गई है। वहीं, उन पर कई मींस भी बन गए हैं। इनमें बोर्ड के पुराने अध्यक्ष हरी प्रसाद शर्मा को फिर से लगाने की मांग की गई है।

हालांकि इस पूरे मामले पर आलोक राज ने फिलहाल चुप्पी साथ रखी है। जबकि बोर्ड के अधिकारियों द्वारा अब सोशल मीडिया पर फर्जी मैसेज करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है।वहीं, फर्जी कैलेंडर से परेशान होकर राजस्थान के युवाओं ने कर्मचारी चयन बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष आलोक राज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर जहां आलोक राज को हटाने की मांग शुरू हो गई है। वहीं, उन पर कई मींस भी बन गए हैं। हालांकि इस पूरे मामले पर आलोक राज ने फिलहाल चुप्पी साथ रखी है। जबकि बोर्ड के अधिकारियों द्वारा अब सोशल मीडिया पर फर्जी मैसेज करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी गई है।