बॉलीवुड के सबसे वर्सेटाइल एक्टर आयुष्मान खुराना आज 39 साल के हो गए हैं। 2012 में फिल्म विक्की डोनर से डेब्यू करने वाले आयुष्मान अब तक 20 फिल्मों में नजर आए हैं और उनका हर किरदार एक-दूसरे से बिल्कुल अलग रहा है। आयुष्मान पर कभी बड़े बजट का दांव नहीं खेला गया, उनकी फिल्में महज 20-35 करोड़ रुपए में बन जाया करती हैं।
हालांकि उनकी 29 करोड़ में बनी बधाई हो ने 221 करोड़ कमाए, 32 करोड़ में बनी अंधाधुन ने 456 करोड़ कमाए। 25 अगस्त को रिलीज हुई उनकी फिल्म ड्रीम गर्ल 2 ने महज 18 दिनों में ही 127 करोड़ कमा लिए हैं। कभी एक कास्टिंग डायरेक्टर ने आयुष्मान से कहा था कि वो हीरो मटेरियल नहीं हैं। इसके बावजूद आज वो सबसे ज्यादा ROI (रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट) देने वाले एक्टर हैं।
घर में बना था सजा के लिए कमरा, वहीं होती थी पिटाई
14 सितंबर 1984 को आयुष्मान खुराना का जन्म चंडीगढ़ में हुआ था। उनके पिता पी. खुराना एक एस्ट्रोलॉजर हैं और मां पूनम एक हाउसवाइफ हैं। आयुष्मान के छोटे भाई अपारशक्ति खुराना हैं, जो उनके नक्शेकदम पर चलकर बॉलीवुड एक्टर बने हैं। आयुष्मान का पैदाइश के बाद निशांत नाम रखा गया था, हालांकि जब वो 3 साल के हुए तो उनके पिता ने निशांत की जगह उनका नाम आयुष्मान कर दिया। उनके घर में एक पनिशमेंट रूम था, जिसमें उन्हें गलती करने पर मार पड़ती थी।
बचपन से देखा हीरो बनने का सपना, शीशे में खुद को घंटों निहारते थे
आयुष्मान खुराना बचपन से ही हीरो बनना चाहते थे। वो अपनी दादी को गुरुद्वारे में गाते देखकर खुद भी उनकी नकल करते थे। घर पर घंटों शीशे के सामने खड़े होकर खुद को निहारते थे और गाना गाते थे।
कॉलेज के दिनों में ट्रेन में गाते थे
कॉलेज के दिनों में आयुष्मान खुराना थिएटर किया करते थे। DAV कॉलेज के प्लेग्रुप आगाज और मंचतंत्र को भी आयुष्मान ने दोस्तों के साथ मिलकर शुरू किया था। उन्होंने कई स्ट्रीट प्ले कर नेशनल कॉलेज फेस्टिवल में कई अवॉर्ड जीते थे। प्ले के सिलसिले में आयुष्मान कई बार दिल्ली से मुंबई आया करते थे। कई बार दिल्ली-मुंबई जाने वाली ट्रेन में वो अपने दोस्तों के साथ गाना गाया करते थे। इससे लोगों का मनोरंजन भी होता था और उनकी कमाई। एक बार तो उन लोगों ने इतने रुपए जमा कर लिए कि उनका पूरा ग्रुप गोवा घूमने गया था।
दोस्त की गर्लफ्रेंड से परेशान होकर फर्जी पहचान के साथ मेडिकल हॉस्टल में रहे
जब काम की तलाश में आयुष्मान मुंबई पहुंचे तो उनके पास रहने का कोई ठिकाना नहीं था। ऐसे में उन्होंने अपने एक दोस्त से मदद मांगी थी। मदद तो मिल गई, लेकिन जब आयुष्मान उसके घर पहुंचे तो देखा कि उसकी गर्लफ्रेंड भी एक कमरे के फ्लैट में साथ ही रहती है। पहले दिन जब आयुष्मान पहुंचे तो उनका दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड से झगड़ा करके गुस्से में बैठा हुआ था। आयुष्मान उन दोनों के साथ कंफर्टेबल नहीं थे। उस एक कमरे के फ्लैट में सिर्फ एक क्वीन साइज बेड था, जिसे तीनों को शेयर करना पड़ा था। चूंकि उनके दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड का झगड़ा चल रहा था तो आयुष्मान को दोनों के बीच सोना पड़ा था।
आयुष्मान उस घर में दोनों के बीच इतना असहज महसूस कर रहे थे कि उन्होंने अगले दिन ही अपना सामान बांधा और दूसरे दोस्त के पास पहुंच गए। उनका दोस्त सिद्धार्थ उस समय मेडिकल स्टूडेंट था और मेडिकल हॉस्टल में रहता था। उस हॉस्टल में सिर्फ मेडिकल स्टूडेंट को ही रहने की परमिशन थी, इसलिए आयुष्मान वहां खुद को मेडिकल स्टूडेंट बताकर चोरी-छिपे रहते थे।
साल 2004 में बने थे रोडीज 2 के विनर
साल 2004 में आयुष्मान खुराना ने MTV रोडीज का ऑडिशन दिया था। ऑडिशन में उन्हें स्पर्म डोनेट करने का टास्क दिया गया था। आयुष्मान ने टास्क पूरा कर न सिर्फ शो में जगह बनाई, बल्कि सीजन भी जीता। संयोग ये रहा कि आयुष्मान ने डेब्यू फिल्म विक्की डोनर में भी स्पर्म डोनर का ही रोल प्ले किया था। रोडीज जीतने के बाद भी आयुष्मान खुराना ने मुंबई में रहते हुए कई ऑडिशन दिए, लेकिन उन्हें कोई रोल नहीं मिला। वो चंडीगढ़ लौट गए और उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया।
कई ऑडिशन से भगाए गए आयुष्मान
कॉलेज पूरा करते ही आयुष्मान खुराना मुंबई आकर नौकरी की तलाश करने लगे। हीरो बनना था तो उन्होंने कई ऑडिशन दिए। एक दिन जब आयुष्मान ऑडिशन देने गए तो कई लोगों के साथ उनका ऑडिशन लिया जा रहा था। आयुष्मान को लगा कि अगर उन्होंने सबके सामने एक्टिंग की तो कोई उनका स्टाइल कॉपी कर सकता है। उन्होंने कास्टिंग डायरेक्टर से कहा कि मैं सबके सामने ऑडिशन नहीं दूंगा। आप मेरा अलग से ऑडिशन ले लीजिए।
आयुष्मान की ये बात सुनकर कास्टिंग डायरेक्टर ने उनसे कहा कि क्या तुम खुद को शाहरुख खान समझते हो। यहां ऐसा नहीं होता। ऑडिशन देना है तो सबके सामने देना होगा। आयुष्मान ने फिर कहा कि अगर अलग से ऑडिशन नहीं लिया जा सकता तो कम-से-कम उन्हें सबसे आखिर में बुलाया जाए, जिससे उन्हें कोई देख न सके। आयुष्मान की बात से कास्टिंग डायरेक्टर इतना चिढ़ गया कि आयुष्मान को भगा दिया गया।
क्योंकि सास भी कभी बहू थी… शो ठुकराकर बने थे RJ
एक दिन उन्होंने बालाजी टेलीफिल्म्स के शो क्योंकि सास भी कभी बहू थी के लिए ऑडिशन दिया था। उनका अभिनय कास्टिंग डायरेक्टर को पसंद आया और उन्हें शो में रोल मिल गया। उन्हें शो में तुलसी के बेटे लक्ष्य विरानी का रोल मिला था, लेकिन शूटिंग शुरू होने से पहले ही उनका सिलेक्शन बिग FM में हो गया। जब उन्हें बतौर रेडियो जॉकी काम मिला तो उन्होंने शो क्योंकि सास भी कभी बहू थी छोड़ दिया।
बिग FM के लिए आयुष्मान शो बिग चाय और मान ना मान मैं तेरा आयुष्मान होस्ट करते थे। 2007 में उन्हें यंग अचीवर का अवॉर्ड दिया गया था। आयुष्मान भारत निर्माण अवॉर्ड जीतने वाले सबसे कम उम्र के शख्स हैं। आयुष्मान ने बतौर आरजे पहचान बनाने के बाद इंडियाज गॉट टैलेंट, म्यूजिक का महामुकाबला, जस्ट डांस जैसे कई रियलिटी शोज होस्ट किए।