मोटो जीपी मोटरसाइकिल रेसिंग इवेंट का आज यानी 23 सितंबर को दूसरा दिन है। नोएडा स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर इवेंट में आज राइडर्स के दो प्रेक्टिस सेशन कंप्लीट हो चुके हैं।
अब क्वालिफाइंग राउंड हो रहे हैं। इन राउंड में फर्स्ट पोजीशन हासिल करने वाले राइडर्स को कल होने वाली फाइनल रेस में पोल पोजीशन मिलेगी। क्वालिफाइंग राउंड के बाद आज 12-लैप मोटो जीपी टिसोट स्प्रिंट भी होगा।
रविवार 24 सितंबर को वार्म-अप के बाद अलग-अलग कैटेगरी की फाइनल रेस होंगी। इवेंट के पहले दिन शुक्रवार को अलग-अलग कैटेगरी के 7 प्रैक्टिस सेशन में राइडर्स बाइक दौड़ाते दिखे थे।
11 टीमों के 22 राइडर्स ले रहे हिस्सा
बता दें कि ये भारत में वर्ल्ड लेवल पर होने वाली पहली मोटो जीपी मोटर साइकिल रेस है। मोटोजीपी में चार कैटेगरी में 11 टीमों के 22 राइडर्स हिस्सा ले रहे हैं। ज्यादातर राइडर्स स्पेन और इटली से हैं और इसके अलावा साउथ अफ्रीका, आस्ट्रेलिया और जापान से भी कुछ राइडर्स शामिल हो रहे हैं।
मोटो जीपी के 2023 सीजन की ये 13वीं रेस है। इससे पहले अब तक 12 इवेंट हो चुके हैं। इनमें से आखिरी इवेंट सेंट मेरिनो में हुआ था।
45 करोड़ दर्शक जुटेंगे, 180 कैमरों से किया जा रहा लाइव
मोटो जीपी के लिए 800 रुपए से लेकर 1.80 लाख रुपए तक की कीमत के पूरे टिकट बिक चुके हैं। इस आयोजन से दुनियाभर में 45 करोड़ से अधिक दर्शकों के जुटने की उम्मीद है। रेस को 180 कैमरों से लाइव किया जाएगा।
इस ग्लोबल रेसिंग इवेंट में रोजाना लगभग 1.5 लाख लोग शामिल होंगे। जिनमें 10,000 लोग विदेश से बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) में आएंगे। इसके अलावा, इवेंट 200 देशों में प्रसारित किया जाएगा।
कितने लैप पूरे करेंगे रेसर्स
बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर 5.01km लंबे ट्रैक पर MotoGP की 120.24 km की रेस होगी। इसके लिए राइडर्स 24 लैप लगाएंगे। वहीं Moto2 रेस इस ट्रैक पर 95.19km लंबी होगी। इसके लिए राइडर्स को 19 लैप पूरे करने होंगे। Moto3 की रेस 85.17km की होगी, जो की इस ट्रैक पर 17 लैप में पूरी होगी।
अब जानते है उस ट्रैक के बारे में जिस पर बनेगा 370 किमी. प्रतिघंटा का नया रिकार्ड
BIC पर होने वाली मोटो जीपी भारत इंटरनेशनल बाइक रेस के लिए विश्व स्तरीय ट्रैक तैयार हो गया है। इस पर आज से दुनिया के टॉप बाइक राइडर्स अपना जौहर दिखाएंगे। अभी तक मोटो जीपी बाइक रेस में 366.1 किमी प्रति घंटा का रिकॉर्ड है। उम्मीद की जा रही है कि बीआईसी के ट्रैक में जिस तरह के बदलाव किए गए हैं, उससे बाइक को और ज्यादा स्पीड से दौड़ाया जा सकता है। यहां स्पीड का नया रिकॉर्ड बन सकता है।
- बता दें कि बीआईसी का ट्रैक फॉर्मूला वन कार रेस के लिए बनाया गया था। अब बाइक रेस के लिए भी इसे तैयार किया गया है। 5.1 किमी के ट्रैक पर 13 कर्व हैं। रेड बुल केटीएम के ब्रैड बाइंडर ने 366.1 किमी प्रति घंटा का हाई स्पीड रिकॉर्ड बनाया है। बीआईसी में 1006 मीटर लंबे बैक स्ट्रेच हैं। इसी कारण यहां टॉप स्पीड 370 किमी प्रति घंटा पहुंचने की उम्मीद है। इस सीधे स्ट्रेच को दो भागों में बांटा गया है। पहला स्ट्रेच ढलान पर है, जो राइडर्स को अधिकतम रफ्तार बढ़ाने की आजादी देगा, जबकि दूसरा स्ट्रेच ऊपर की ओर है।
- टर्न 9 और 10 पर स्थित पाराबोला या स्टेडियम सेक्शन, राइडर्स को बाइक की रफ्तार अंतिम सीमा तक ले जाने की आजादी देता है। ट्रैक की सतह टायरों को असाधारण पकड़ प्रदान करती है, जिससे राइडर्स को अपनी बाइक पर कंट्रोल मिलता है। 1800 मीटर की सुरक्षा बैरिकेडिंग की गई है। डोर्ना स्पोर्ट्स के मुख्य खेल अधिकारी ने कहा, बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट का ट्रैक अब किए गए बदलाव से वर्ल्ड क्लास आयोजनों के लिए तैयार हो गया है। इस ट्रैक में 13 चुनौतीपूर्ण मोड़ (8 दाएं और 5 बाएं) शामिल हैं।
भारत में पहली बार हो रही रेस, इसलिए जाने क्या होती है मोटो जीपी की शब्दावली
फैंस को भारत में पहली बार वर्ल्ड क्लास के राइडर्स को देखने का मौका मिल रहा है। यह दुनिया भर के मोटर स्पोर्ट्स फैंस के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है। ऐसे में, आइए उन कुछ प्रमुख नियम एवं शर्तों पर एक नजर डालते हैं, जोकि दुनियाभर के हर मोटो जीपी फैंस को पता होना चाहिए।
- पिट लेन : आमतौर पर सीधे रेसट्रैक पर स्टार्ट-फिनिश के साथ स्थित पिट लेन होती है। इसमें भाग लेने वाली टीमों के लिए टीम गैरेज को समायोजित करती है। राइडर्स अपने सेशन को शुरू करने के लिए पिट लेन का उपयोग करते हैं और सेशन के दौरान अन्य कार्यों के बीच बाइक बदलने, या सेटिंग्स को मॉडिफाइ करने के लिए उस पर वापस लौटते हैं। इसके अलावा सेशन समाप्त होने के बाद ये राइडर्स अपने गंतव्य तक जाने के लिए इस लेन का प्रयोग करते है।
- पिट लेन ओपनिंग : वार्म-अप लैप से 30 मिनट पहले पिट लेन खुलती है जिससे राइडर्स को पिटलेन से बाहर निकलने और अपनी पिट पोजिशन लेने के लिए पांच मिनट का समय मिलता है। जहां उनकी संबंधित टीमें इंतजार कर रही होती हैं।
- स्टार्टिंग ग्रिड : यह वह स्थान है जहां राइडर्स लाइन अप होते हैं और अपनी रेस शुरू करते हैं। प्रत्येक लाइन में तीन राइडर्स होते हैं और ग्रिड में उनकी जगह क्वालिफाइंग में किए गए उनके प्रदर्शन के आधार पर निर्धारित की जाती है।
- मिनट बोर्ड : रेस के दौरान तीन प्रकार के मिनट बोर्ड प्रदर्शित किए जाते हैं, एक पांच मिनट का बोर्ड, उसके बाद तीन मिनट का और अंत में एक मिनट का बोर्ड। पांच मिनट के बोर्ड में टीम गेस्ट और दो मैकेनिकों को छोड़कर सभी को ग्रिड छोड़ने का संकेत दिया जाता है। तीन मिनट के बोर्ड में सभी उपकरण ग्रिड से हटा दिए जाने चाहिए और केवल दो मैकेनिक और छाता धारक सवारों के साथ रहेंगे। जब एक मिनट का बोर्ड प्रदर्शित होता है तो राइडर्स को छोड़कर सभी को ग्रिड छोड़ देना चाहिए।
- ट्रैक कर्ब : आम तौर पर दो अलग-अलग रंगों से सजाया जाता है ( लाल और सफेद )। ये कर्ब ट्रैक के लिए सीमा मार्कर के रूप में काम करते हैं।
- पार्क फर्मे : फ़्रेंच से निकला “पार्क फ़र्मे” का अनुवाद “क्लोज पार्क” है। यह एक सुरक्षित क्षेत्र के रूप में कार्य करता है जहां क्वालिफाइंग सेशंस और रेस के समापन पर मोटरसाइकिलों को निर्देशित किया जाता है।
- पोल पोजिशन : स्टार्टिंग ग्रिड के टॉप स्थान को पोल पोजिशन के रूप में जाना जाता है। क्वालिफाइंग रेस के दौरान सबसे तेज़ समय निकालकर रेस खत्म करने वाला राइडर आगामी रेस के लिए पोल पोजिशन हासिल कर लेता है।
अब जानते है सरल भाषा में मोटो जीपी रेस के नियम
- Moto GP के एक पूरे सीजन में कुल 21 रेस होती हैं।
- Moto GP की एक रेस करीब 100 से 130 किलोमीटर की होती है, जो लगभग 45 मिनट तक चलती है।
- अगर इसके स्टैंडर्ड लैप्स की बात हो जाए तो वो 20 से 30 लैप्स के बीच हो जाते हैं, जो ट्रैक की दूरी पर निर्भर करता है।
- नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट की लंबाई 5 किलोमीटर है और इस रेस में 24 लैप्स होंगे जिसकी दूरी लगभग 118 किलोमीटर की होगी।
- चैम्पियनशिप में जो टीम और राइडर आखिर में सबसे ज्यादा पॉइंट स्कोर करने में सफल रहते हैं वो चैम्पियन बनती है।
- रेस के अंत में टॉप-15 राइडर्स को मिलते हैं पॉइंट्स। वो कुछ इस तरह होते हैं, पहले स्थान पे आने वाले को 25 दूसरे को 20, तीसरे को 16
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रेस वीकेंड क्या है
- रेस वीकेंड 3 दिन चलता है शुक्रवार, शनिवार और रविवार।
- शुक्रवार को 2 प्रैक्टिस सेशन होते हैं, पहला 45 मिनट का और दूसरा 60 मिनट का होता है।
- शनिवार को रेस की शुरुआत 30 मिनट की प्रैक्टिस से होती है।
- उसके बाद क्वालिफाइंग सत्र होता है जो 2 भागों में होता है। Q1 और Q2. ये दोनों ही सत्र 15-15 मिनट के होते हैं।
- क्वालिफाइंग राउंड के बाद प्रशंसकों को स्प्रिंट रेस देखने के लिए मिलती है जो कि रविवार की मुख्य रेस से आधे लैप्स और दूरी की होती है।
- रेस से कुछ घंटे पहले एक 10 मिनट का वार्म अप सेशन होता है। इसके बाद मुख्य रेस होती है।
इन खिलाड़ियों पर रहेगी दुनिया की नजर
फ्रांसेस्को ‘पेको’ बगानिया: 2018 मोटो 2 चैम्पियन ने 2019 में मोटो जीपी में प्रवेश किया। उन्होंने 2021 में आरागॉन में अपनी पहली मोटो जीपी जीत का जश्न मनाया। हालांकि, 2022 एक अलग कहानी लेकर आया। सुस्त शुरुआत के बावजूद, जिसने उन्हें क्वार्टारो से 91 अंक पीछे रखा, बगानिया ने दूसरे हाफ में वापसी की।
2023 सीजन के लिए अपनी बाइक पर #1 के साथ, पेको बगानिया मात देने वाले राइडर के रूप में उभरे हैं। उन्होंने पांच जीत का दावा किया है, जिसमें तीन प्रभावशाली स्प्रिंट और रेस डबल्स शामिल हैं, जो मौजूदा विश्व चैंपियन के रूप में ख़िताब की दौड़ में सबसे आगे हैं।
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मार्क मार्केज: केवल 20 साल और 266 दिन की उम्र में अभी भी सबसे कम उम्र के प्रीमियर क्लास विजेता का रिकॉर्ड रखते हैं। उन्हें व्यापक रूप से GOATs में से एक माना जाता है, जिन्होंने 2013 और 2019 के बीच MotoGP में छह समेत 8 विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता है।
हालांकि, 2020 के स्पेनिश जीपी के दौरान एक दुर्घटना के कारण दाया ह्यूमरस फ्रैक्चर हो गया। जिससे 2021 तक बाहर रहे। वह 2023 में पूरी तरह फिट होकर खिताब दोबारा हासिल करने के लिए तैयार होकर लौटे।
- ब्रैड बाइंडर (दक्षिण अफ्रीका): 2016 मोटो3 विश्व चैंपियन ब्रैड बाइंडर रेड बुल केटीएम के साथ अपने चौथे मोटो जीपी कैंपेन की शुरुआत कर रहे हैं। अब तक की तीसरी प्रीमियर क्लास रेस जीतने के बाद 2021 और 2022 में केटीएम और बाइंडर को उम्मीद से कहीं अधिक कठिन सीजन का सामना करना पड़ा। हालांकि, 2023 में उन्हें बेहतर प्रदर्शन की काफी उम्मीद है।