दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय में वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक हुई। मीटिंग में सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस नेता मौजूद रहे। मीटिंग के दौरान खड़गे ने कहा- कल्याणकारी योजनाओं में सही हिस्सेदारी के लिए समाज के कमजोर वर्गों की स्थिति पर सामाजिक-आर्थिक डेटा होना जरूरी। कांग्रेस लगातार देशव्यापी जातीय जनगणना की मांग उठा रही लेकिन इस मुद्दे पर बीजेपी चुप है।
मीटिंग के बाद खड़गे ने क्या कहा…
- 2024 में सत्ता में आने के बाद हम ओबीसी महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करते हुए महिला आरक्षण लागू करेंगे।
- विधानसभा और लोकसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं, इसलिए पार्टी के लिए सावधानीपूर्वक समन्वय, अनुशासन और एकता के साथ काम करना महत्वपूर्ण है
- हमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, एमपी, तेलंगाना, मिजोरम में विधानसभा चुनावों के लिए असरदार रणनीति बनानी होगी।
- हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक में निर्णायक जीत के बाद कैडर में नया उत्साह है, इसलिए हम चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे
- तीन बैठकों के बाद I.N.D.I.A गठबंधन की ताकत का असर पीएम मोदी के भाषणों में साफ दिखता है।
हैदराबाद में हुई थी CWC की पिछली बैठक
इससे पहले 16 सितंबर को हैदराबाद में CWC की बैठक बुलाई गई थी। इस मीटिंग में सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। मीटिंग में पेश प्रस्ताव में कहा गया था कि केंद्र सरकार राजनीतिक, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है। इसमें दावा किया गया था कि भाजपा देश के संवैधानिक और संघीय ढांचे के लिए चुनौती है।
इस बैठक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि मोदी सरकार महंगाई को रोकने, बेरोजगारी, मणिपुर हिंसा और असमानता के मुद्दे पर पूरी तरह फेल रही है। खड़गे ने ये भी कहा कि जिस तरह से इंडियन नेशनल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) को कामयाबी मिल रही है, भाजपा सरकार विपक्षी दलों पर कार्रवाई करने में लगी है।