भारत की जीत के 5 फैक्टर्स:चेपॉक की कठिन पिच, भारतीय स्पिनर्स और कोहली-राहुल की पार्टनरशिप से हारे कंगारू

भारत ने वर्ल्ड कप 2023 में जीत से शुरुआत की है। टीम इंडिया ने अपने पहले लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया।

चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में रविवार को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 49.3 ओवर में 199 रन पर ऑलआउट हो गई और भारत ने 200 रनों का टारगेट 41.2 ओवर में 4 विकेट पर हासिल कर लिया।आगे पढ़िए मैच का टर्निंग पॉइंट, जीत-हार के फैक्टर्स, और एनालिसिस।

टर्निंग पॉइंट: कोहली का कैच ड्रॉप
200 का टारगेट चेज करने उतरी भारतीय पारी की शुरुआत खराब रही। 2 रन पर टीम के 3 बैटर बिना खाता खेले पवेलियन लौटे चुके थे। भारत को मिली खराब शुरुआत के बाद विराट कोहली भी दबाव में थे और केएल राहुल के साथ पारी संभालने का प्रयास कर रहे थे। तभी 8वें ओवर की तीसरी बॉल जोश हेजलवुड ने उन्हें बाउंसर डाली। कोहली ने इस पर पुल किया, लेकिन बॉल स्क्वेयर लेग के ऊपर हवा में खड़ी हो गई। मिड-विकेट पोजिशन से मिचेल मार्श दौड़ते हुए आए, वे गेंद के नीचे भी पहुंच गए, लेकिन कैच नहीं पकड़ सके। विकेटकीपर एलेक्स कैरी के साथ हुए कनफ्यूजन में मार्श से यह कैच छूटा।

यही मैच का टर्निंग पॉइंट रहा, क्योंकि जब यह कैच ड्रॉप हुआ, तब कोहली महज 12 रन बनाकर खेल रहे थे। बाद में कोहली ने 85 रनों की पारी खेली और विकेटकीपर केएल राहुल के साथ चौथे विकेट के लिए 165 रन की पार्टनरशिप की। यह वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय बैटर्स की सबसे बड़ी पार्टनरशिप है।

हार-जीत के फैक्टर्स

  • चेपॉक की पिच रविवार को चेन्नई के चेपॉक मैदान की पिच बल्लेबाजी के लिए कठिन रही। पहली पारी के दौरान पिच ने स्पिनर्स को खूब सपोर्ट किया। ऐसे में कंगारू बैटर्स पिच की परिस्थितियों से तालमेल नहीं बैठा सके।
  • स्पिनर्स के आगे ऑस्ट्रेलिया का सरेंडर स्पिनर्स के लिए मददगार इस पिच पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया। यहां रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और रविचंद्रन अश्विन की तिकड़ी ने मिलकर 6 विकेट लिए।
  • अच्छे स्टार्ट को बड़े स्कोर में नहीं बदल सके वॉर्नर-स्मिथ 5 रन पर पहला विकेट गंवाने के बाद ओपनर डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ ने 69 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी की, लेकिन ये दोनों साझेदारी को बड़ा नहीं कर सके। स्मिथ 46 और वॉर्नर 41 रन बनाकर आउट हुए। स्मिथ को जडेजा और वॉर्नर को कुलदीप ने आउट किया।
  • भारतीय खिलाड़ियों की शानदार फील्डिंग टॉस हारकर फील्डिंग करने उतरी भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने शानदार फील्डिंग की। कोहली ने मिचेल मार्श का शानदार कैच पकड़ा, जबकि ईशान किशन ने शानदार चौके बचाए।
  • विराट-राहुल की पार्टनरशिप 2 रन पर कप्तान रोहित शर्मा, ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के विकेट गंवाने के बाद कोहली और केएल राहुल की पार्टनरशिप ने भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 165 रन जोड़े। जब कोहली 85 रन बनाकर आउट हुए, तब टीम इंडिया को 74 बॉल पर 33 रनों की जरूरत थी।
  • ऑस्ट्रेलिया का खराब टीम सेलेक्शन इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस का टीम चयन खराब रहा। उन्होंने चेन्नई की पिच पर भारत के खिलाड़ी स्पेशलिस्ट स्पिनर के तौर पर सिर्फ एडम जम्पा को चुना। वहीं, दूसरी ओर रोहित शर्मा ने 3 स्पेशलिस्ट स्पिनर्स को टीम में जगह दी।

एनालिसिस: मिडिल ओवर्स में बिखर गई कंगारुओं की बैटिंग
मैच के पावरप्ले कॉन्टेस्ट में कंगारू टीम मेजबानों से बेहतर रही। शुरुआती 10 ओवर में ऑस्ट्रेलियाई बैटर्स ने 43 रन बनाए और एक विकेट गिरा, जबकि भारतीय बैटर 3 विकेट पर महज 27 रन जोड़ सके।

11 से 20 ओवर के कॉन्टेस्ट में भारत ने वापसी की। इस बीच भारतीय टीम ने 53 रन बनाए और कोई विकेट नहीं गंवाया, वहीं मेहमान टीम ने 42 रन पर एक विकेट गंवाया। 21 से 30 ओवर के गेंम में ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट पर 34, जबकि भारत ने बिना नुकसान के 40 रन बनाए।

31 से 40 ओवर्स के बीच में ऑस्ट्रेलिया ने 37 रन पर दो, जबकि टीम इंडिया ने 62 रन बनाकर एक विकेट गंवाया। आखिरी के 9.3 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट खोकर 43 रन बनाए, वहीं भारत ने 7 बॉल में 19 रन स्कोर किए।

रोचक फैक्ट: भारत ने जिस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया को हराया, कम से कम सेमीफाइनल खेला
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जिस भी किसी वर्ल्ड कप में एक बार भी हराया है, कम से कम सेमीफाइनल तक जरूर पहुंचा है। इससे पहले, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 1983, 1987, 2011 और 2019 में हराया था।

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