महिला पायलटों से बोले PM- आप तो मालिक हैं:’नमो भारत’ ट्रेन के सहारे नरेंद्र मोदी ने पेश किया 2040 तक का रोडमैप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गाजियाबाद में थे। उन्होंने देश की पहली रीजनल रैपिड रेल ‘नमो भारत’ को हरी झंडी दिखाई। खुद पहला यात्री बनकर उसमें 30 किलोमीटर का सफर किया। इस दौरान वे ट्रेन की महिला चालक दल से मिले, उनकी हौसला अफजाई की। छात्र-छात्राओं से भी बातचीत की।

वसुंधरा सेक्टर-8 के मैदान से प्रधानमंत्री ने रैपिड रेल उद्घाटन के सहारे हर वर्ग को साधने की भरपूर कोशिश की। उन्होंने साल-2040 तक का रोड-मैप जनता के सामने रखा। 2024 के इलेक्शन में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिखे। इसीलिए ये भी कह गए कि एक-डेढ़ साल बाद रैपिड रेल का मेरठ वाला हिस्सा पूरा होगा, उस समय भी मैं आपकी सेवा में मौजूद रहूंगा।

नमो भारत ट्रेन में पीएम का महिला चालक दल से संवाद का अंश…

पीएम : नमस्ते जी, आप तो मालिक हैं।
महिला पायलट : यस।
पीएम : आप लोग पहली बार रेलवे में नौकरी कर रहे हैं?
महिला पायलट : यस सर।
पीएम : इसी इलाके के रहने वाले हैं?
महिला पायलट : हां जी सर।
पीएम : क्या अनुभव हैं आपके?
महिला पायलट : हमारे लिए प्राउड मूवमेंट है कि हम इंडिया के पहले रीजनल रैपिड रेल प्रोजेक्ट में वर्क कर रहे हैं। हम इसको ऑपरेशनली वर्क कर रहे हैं।
पीएम : ट्रेनिंग कितना समय चली आपकी?
महिला पायलट : 9 मंथ।
पीएम : कहां चली?
महिला पायलट : लखनऊ में।
पीएम : चलिए, आपको बहुत शुभकामनाएं। बहुत अच्छी सेवा कीजिए लोगों की।
महिला पायलट : सर आपको बहुत धन्यवाद, ये सौगात देने के लिए।

किसान : पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, केंद्र सरकार ने मसूर की दाल के MSP में 425 रुपए, सरसों में 200 रुपए, गेहूं में 150 रुपए कुंतल की बढ़ोतरी की है। 2014 में गेहूं का MSP 1400 रुपए था, जो आज दो हजार के पार हो गया है। मसूर का MSP 9 साल में दोगुने से ज्यादा बढ़ाया है। दुनिया के दूसरे देशों में यूरिया की बोरी तीन हजार रुपए की है, लेकिन भारत में वही बोरी 300 रुपए से कम में दी जा रही है।

भारत सरकार इस पर हर साल ढाई लाख करोड़ रुपए से ज्यादा इसलिए खर्च कर रही है, ताकि किसानों को यूरिया महंगा न पड़े। फसल के अवशेष बरबाद न जाएं, इसके लिए बायो-फ्यूल और एथेनॉल यूनिटें लगाई जा रही हैं। मेरठ-गाजियाबाद के किसानों को पिछले 10 महीने में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की आमदनी इससे हुई है।

ट्रांसपोर्ट : पीएम ने कहा, बेहतर ट्रांसपोर्ट के लिए जल, थल, नभ और अंतरिक्ष हर दिशा में प्रयास कर रहे हैं। वॉटर ट्रांसपोर्ट में देश में 100 से अधिक वॉटर-वे बन रहे हैं। सबसे बड़ा वॉटर-वे गंगा में बनारस से हल्दिया तक बन रहा है। दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज गंगा विलास ने 3200 किलोमीटर की दूरी तय करके रिकॉर्ड बनाया है। आधुनिक एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाने के लिए भारत सरकार 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है।

नमो भारत, मेट्रो ट्रेनों पर 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का विस्तार हुआ है। नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, आगरा, कानपुर में मेट्रो आगाज दे रही है। भारत ने आसमान में भी उतने ही पंख फैलाए हैं। बीते 9 साल में दोगुने एयरपोर्ट हुए हैं। एयरलाइंस भारत में एक हजार से अधिक नए विमानों के ऑर्डर दे चुकी है। अंतरिक्ष में भी हम कदम तेजी से बढ़ा रहे हैं। चंद्रयान ने चंद्रमा पर तिरंगा झंडा गाढ़ दिया है।