“वह महिला पुलिस देखकर बेखौफ हो गया..हमने दौड़ाकर गोली मारी”:यूपी में पहला एनकाउंटर करने वाली महिला SHO बोलीं-ये एक चुनौती थी, जो हमने पूरा किया

“मैं यह दिखाना चाहती थी कि महिला पुलिस भी आरोपी का एनकाउंटर कर सकती है। ये मेरे और मेरी टीम के लिए एक चुनौती जैसा था, जिसे हमने पूरा किया।” यह कहना है कुशीनगर में अपनी महिला टीम के साथ एक गो-तस्कर का एनकाउंटर करने वाली SHO सुमन का। सुमन ने बताया, सभी की तरह आरोपी भी ये समझ रहा था कि महिला पुलिसकर्मी कहां कुछ कर पाएंगी? लेकिन हम लोगों ने उसको दौड़ाकर गोली मारी।”

बता दें, कुशीनगर में 20 अक्टूबर यानी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 3 बजे पुलिस को 25 हजार के इनामी तस्कर के पडरौना की तरफ आने की सूचना मिली थी। एसपी ने निर्देश दिया, तो SHO सुमन अपनी महिला पुलिसकर्मियों की विंग के साथ तुरंत मौके पर पहुंची। पांचों महिला पुलिसकर्मियों ने बदमाश को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया।

यूपी में बदमाशों का एनकाउंटर होना कोई बड़ी बात नहीं…
यह एनकाउंटर कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज अमडरिया नहर के पास हुआ। मुठभेड़ में बदमाश के पैर में गोली लगने से वो घायल हुआ है। बिहारी पर गो-तस्करी समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज थे। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी।

SHO सुमन बताती हैं, खड्डा क्षेत्र में लगातार गो-तस्करी बढ़ रही थी। हम लोगों को लगातार अलर्ट रहने के निर्देश मिल रहे थे। हम लोग आसपास के एरिया में गश्त लगाते रहते थे। सूचना पर मौके पर भी पहुंच कर जांच पड़ताल भी करते थे। कई बार तो गो-तस्करी की वजह से एरिया में विवाद की स्थिति भी पैदा हो जाती थी। ऐसे में हम लोगों के सामने लगातार ये चुनौती जैसा बना हुआ था।

“एसपी धवल ने मुझे मौके पर जाने का आदेश दिया”
20 अक्टूबर को हम लोग टीम के साथ गो-तस्करी को लेकर ही चर्चा कर रहे थे। हम लोग टीम को भी गश्त के लिए भेजने वाले थे। तभी हमें मुखबिर से सूचना मिली कि एक फरार गो-तस्कर को एरिया में देखा गया है।

एसपी धवल ने मुझे मौके पर जाने का आदेश दिया। मेरे साथ महिला पुलिसकर्मी प्रिंशी पांडे, चंदा यादव, प्रियंका सिंह और संगीता यादव भी थीं। हम लोगों ने उस रोड को पहले जाम किया, जहां से हमें आरोपी के निकलने की सूचना मिली थी। हमें उसका हुलिया पता था।

“महिला पुलिसकर्मियों को देखकर वो बेफ्रिक हो गया था”
10-15 मिनट उस रोड पर खड़े होने के बाद हमें उस हुलिया का एक युवक बाइक से आता दिखा। वो समझ गया था कि आगे चेकिंग चल रही है, लेकिन वह बेखौफ होकर हमारी ओर आ रहा था। शायद महिला पुलिसकर्मियों को देखकर वह बेफ्रिक हो गया था। पास आते ही जब हमने उसको रुकने का इशारा किया, तो गाड़ी मोड़कर जाने लगा। उसके बाद हम लोगों ने उसको रुकने के लिए बोला, लेकिन वह नहीं रुका।

“कुछ दूर दौड़ाने के बाद हमने उसके पैर पर गोली मारी”
उसके बाद मैं अपनी टीम के साथ उसके पीछे गई। हम लोग उसकी घेराबंदी करने लगे, तो उसने फायर कर दिया। हम लोगों ने भी जवाबी फायरिंग की, लेकिन वह गाड़ी छोड़कर भागने लगा। उसके बाद हम लोग भी उसके पीछे गए। कुछ दूर दौड़ाने के बाद हमने उसके पैर पर गोली मारी। वह जख्मी होकर वहीं गिर गया। हमारे पुरुष साथी उसको उठाकर इलाज के लिए ले गए। आरोपी की गाड़ी और असलहा को भी बरामद कर लिया गया।

एसपी ने मुझे थानाध्यक्ष बनाया…
SHO सुमन सिंह ने आगे बताया, सीएम ने हर जिले में महिला थानाध्यक्ष रखने का निर्देश दिया था। इसी के बाद एसपी ने मुझे थानाध्यक्ष बनाया। ‘शक्ति दीदी’ के तहत मुझे और एनकाउंटर टीम में दो और लोगों को विशेष ट्रेनिंग लखनऊ में मिली। इसके बाद हमारा आत्मविश्वास बढ़ा।

गो-तस्कर के आने की सूचना पर एसपी धवल ने हम महिला पुलिसकर्मियों की पांच सदस्यीय टीम को अपराधी को गिरफ्तार करने का मौका दिया। नेतृत्व का जिम्मा मुझ पर आया। जिसको मैंने पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा किया।