हरियाणा के नूंह में गुरुवार देर शाम कुआं पूजन कर लौट रही महिलाओं पर पथराव हुआ। आरोप है कि शहर की बड़ी मस्जिद-मदरसे से कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंके। इस पथराव में 9 महिलाएं घायल हो गई। घटना की सूचना मिलते ही परिजन व शहर के लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद तनाव पैदा हो गया।
मामला दो समुदायों में होने के कारण तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करने की कोशिश की, लेकिन पीड़ित परिवार व शहर के कुछ लोगों ने इस घटना का विरोध किया। इसके बाद लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर धरना दे दिया।
सिटी थाना प्रभारी ओमबीर और मस्जिद के मुफ्ती जाहिद ने लोगों को समझाया, लेकिन कुछ लोग नहीं समझे।
खुद एसपी नरेंद्र बिजारनिया ने संभाला मोर्चा
इसके बाद एसडीएम अश्वनी कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं मामला बढ़ता देख भारी पुलिस बल के साथ खुद एसपी नरेंद्र बिजारनिया भी मौके पर पहुंचे और हाथ में लाठी लेकर मोर्चा संभाला। इसके बाद पुलिस ने जमा भीड़ को खदेड़ दिया और हालात पर काबू पाया। एसपी ने साफ कहा इस मामले में जो भी दोषी है उसको किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
बेटा होने पर कुआं पूजन करने गई थी
जानकारी के अनुसार नूंह शहर के वार्ड नंबर 10 के रहने वाले दीपू का हाल ही में बेटा हुआ था। गुरुवार को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार करीब 100 महिलाएं कैलाश मंदिर पर कुआं पूजन के लिए जा रही थी। महिलाओं के मुताबिक जाते वक्त उन पर किसी ने एक-दो पत्थर फेंक दिए।
वापस आते वक्त दोबारा फेंके पत्थर
जिनको अनदेखा करते हुए महिलाएं कुआं पूजन करने चली गई, लेकिन इसके बाद वापस आते वक्त शहर के बड़े मदरसे से उन पर फिर कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंक दिए। जिसमें कई महिलाओं को चोट आई। देर रात तक अस्पताल में 9 महिलाओं की एमएलसी हुई।