यमुना में पॉल्यूशन पर पॉलिटिक्स:AAP मंत्री ने कहा- UP सरकार प्रदूषित पानी दिल्ली न भेजे, BJP प्रवक्ता बोलीं- दिल्ली के बाद आती है यमुना

छठ पूजा के बीच यमुना और हिंडन नदी में प्रदूषण का मामला फिर से गरमा गया है। इसे लेकर पॉलिटिक्स तेज हो गई है। अरविंद केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि यूपी सरकार प्रदूषित पानी दिल्ली भेज रही है। अपने इस बयान पर मंत्री खुद ट्रोल हो गई हैं। उसकी वजह ये है कि यमुना नदी दिल्ली से बहते हुए यूपी में एंट्री करती है, न कि यूपी से दिल्ली में।

मंत्री आतिशी का बयान- ‘कालिंदी कुंज बैराज होकर यमुना में आता है फोम’
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, ‘यमुना नदी में ये सारा फोम यूपी इरिगेशन के बैराज कालिंदी कुंज से होकर आता है। अभी छठ के समय हम इसका अरेंजमेंट करेंगे। लेकिन मेरा यूपी सरकार से आग्रह है कि वो अपना प्रदूषित पानी दिल्ली न भेजें।’

मंत्री आतिशी ने ये बयान उस वक्त दिया, जब वो दिल्ली में शुक्रवार को यमुना नदी के सफाई अभियान का निरीक्षण करने के लिए पहुंची हुई थीं। दरअसल, कालिंदी कुंज बैराज दिल्ली और नोएडा के बॉर्डर पर है। इस बैराज का संचालन उप्र सिंचाई विभाग करता है।

दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता अनुजा कपूर ने कहा, ‘दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मारलेना UP से कह रही है कि वह फोम वाला गंदा पानी यमुना में ना छोड़ें। जबकि यमुना दिल्ली होते हुए फिर यूपी में प्रवेश करती है और यह जिस बैराज की बात कर रही हैं, उस बैराज से पानी दिल्ली में आता ही नहीं है। सोचिए यह दिल्ली की शिक्षा मंत्री हैं।’

यमुनोत्री से निकली, प्रयागराज पहुंचकर संगम में मिली यमुना
1436 किलोमीटर लंबी यमुना नदी यमुनोत्री (उत्तरकाशी) से 30 किलोमीटर उत्तर, गढ़वाल नामक जगह से निकलती है। हरियाणा के यमुना नगर होते हुए ये नदी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बॉर्डर हथिनीकुंड बैराज पर पहुंचती है। फिर वहां से सहारनपुर, करनाल, पानीपत होते हुए दिल्ली में प्रवेश करती है।

दिल्ली से कालिंदी कुंज बैराज के सहारे इस नदी की एंट्री उत्तर प्रदेश के नोएडा में होती है और वहां से मथुरा, आगरा, कानपुर होते हुए ये प्रयागराज संगम में जाकर मिल जाती है। हथिनीकुंड बैराज से लेकर दिल्ली तक यमुना नदी के एक तरफ हरियाणा और दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के जिले सटे हुए हैं।

मंत्री आतिशी के बयान पर X पर लोग कैसी-कैसी प्रतिक्रियाएं दे रहे, पढ़िए…

  • इनसे मिलिए, ये यमुना की धारा उल्टी बहा रही हैं। इनके मुताबिक यमुना यूपी से दिल्ली आती है। धन्य हो। शिक्षा का क्या होगा, शिक्षा मंत्री ऐसी हैं तों। अब ये नया ट्रेंड है कि हर समस्या के लिए दूसरों को ही दोष दो।
  • वैसे इस वामपंथन ने यमुना जी को उल्टी दिशा में प्रवाहित कर ही दिया है। अब यह उसकी पुष्टि भी करेगी। UP में जाकर यमुना जी में कूद जायेगी और इनके चाहने वाले इनको दिल्ली में निकाल लेंगे।
  • मुझे ये नहीं समझ आ रहा है। मैंने बाबूजी से भी पूछा तो उन्होंने भी बताया कि यमुना नदी दिल्ली की ओर से आती है और मैंने भी यही देखा है। अब करूं तो क्या करूं।
  • उल्टी गंगा बहाना सुना था। आपियों ने यमुना भी उलटी बहा दी। सब से ज्यादा पढ़े-लिखे मंत्री, लेकिन क्या कैसे पढ़े, यह पता नहीं।

इससे पहले प्रदूषण और कूड़े के मुद्दे पर दो बार हो चुकी है बयानबाजी
ये पहला मौका नहीं है, जब किसी मुद्दे पर दो राज्यों की सरकारों ने एक-दूसरे पर बयानबाजी की हो। पिछले दिनों ही एयर क्वालिटी के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गाजियाबाद और नोएडा का दौरा करके यहां फैले प्रदूषण के हालात बताए थे। आप नेताओं का तर्क था कि सिर्फ दिल्ली में प्रदूषण पर हल्ला मचाया जाता है, जबकि उससे कहीं ज्यादा प्रदूषण गाजियाबाद और नोएडा में फैला हुआ है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश व हरियाणा की सरकारें पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध नहीं लगा रहीं, इस वजह से वो दिल्ली में घुसकर प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। इससे पहले दिल्ली के कूड़े को गाजियाबाद में डंप करने पर खूब वाद-विवाद हुआ था।