बरेली में एक बार फिर सुपारी किलर पर पुलिस का संदेह बढ़ने लगा है। जून से लेकर अगस्त तक 6 महिलाओं के कत्ल किए गए। सभी में क्राइम सीन एक जैसा था, यानी सभी को गला घोटकर मारा गया। लेकिन, इनमें चार हत्याओं में कातिलों का सुराग नहीं लगा।
पुलिस ने 2 हत्याओं का खुलासा कर भी दिया, लेकिन अब फिर से 60 साल की दुलारो देवी की लाश इसी शाही क्षेत्र में घर से करीब 500 मीटर दूर मिली। अब फिर सवाल खड़े होने लगे कि आखिर कत्ल किया किसने? इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है।
गांव खरसेनी निवासी दुलारो देवी (60 साल) घर में अकेली रहती थी। 20 नवंबर की शाम करीब 6:10 बजे गांव के राहगीर ने देखा कि महिला की लाश सड़क किनारे पड़ी है। देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग गई। रात का वक्त हो चला था तो लोग लाश को सही से देख नहीं पाए।
खरसानी से रसूलिया गांव को जाने वाली सड़क किनारे खेत में महिला का शव मिला। शव करीब 3 या 4 दिन पुराना लग रहा था। सूचना पर सीओ दीपशिखा और एसपी देहात मुकेश चंद्र भी पहुंचे। महिला पुलिस ने भी जांच पड़ताल की।
गांव के एक महिला ने बताया कि पुलिस ने लाश को ठीक से देखने नहीं दिया। महिला के कुछ जेवर गायब थे, कानों की बाली कान में थी। लाश गल गई थी तो चोट के निशान का पता नहीं चल सका।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पता नहीं
मंगलवार यानी 21 नवंबर को शाही पुलिस ने 60 साल की दुलारो देवी के शव का पोस्टमॉर्टम कराया। इसमें महिला डॉक्टर भी पहुंचीं। पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। फिर बिसरा सुरक्षित किया गया है, यानी बिसरा फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा, जिससे मौत का कारण पता चल सके।
बेटी बोली-मेरी मां की हत्या की गई
दुलारो देवी का कोई बेटा नहीं है। उनकी बेटी हेमवती ने बताया कि कोई भाई नहीं है। पिता की 15 साल पहले मौत हो चुकी है। घर में मां अकेली रहती थी। कई बार मैं पड़ोस में किसी को कॉल करती थी और मां से बात भी कर लेती थी। कई बार मां भी पड़ोस के किसी भी लड़के या महिला से कॉल कराकर मुझसे बात कर लेती थी। हेमवती ने बताया कि इस बार मां की कई दिन से कॉल नहीं आई थी, सोमवार रात में पड़ोसियों ने बताया कि उनकी लाश मिली है।
हेमवती ने आगे बताया कि छोटा-सा घर है। मां के नाम 2 बीघा जमीन है। किसी से कोई रंजिश भी नहीं है, लेकिन मां की हत्या की गई है। वह रोजाना खेत पर जाया करती थी। पता नहीं किसी ने क्यों मारा है, जबकि मां को मारकर घर या जमीन भी नहीं मिल सकती।
‘मां ही सहारा थी, अब उनकी हत्या कर दी गई’
हेमवती ने रोते हुए बताया कि मेरा मां ही सब कुछ सहारा थी, लेकिन अब मां की भी हत्या कर दी। भाई नहीं है तो मां के सहारे घर चली जाया करती थी। जिसने भी मां को मारा है, भगवान उनका भी ऐसा ही हाल करे कि कंधा नसीब न हो।
बुढ़ापे में मारकर क्या मिला, बेचारी अकेली रहती थी। कभी खेत पर घूमने चली जाती थी। गांव की चंद्रवती का कहना इस क्षेत्र में कई महिलाओं को ऐसे ही मार दिया। कोई पकड़ा नहीं गया। पता नहीं कहीं ऐसे ही हत्या दुलारो देवी की न की गई हो।